यूनियन और सेल प्रबंधन के बीच बनी सहमति, दो किस्त में होगा भुगतान
भिलाई। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) की भिलाई इस्पात संयंत्र सहित सभी इकाईयों में कार्यरत कर्मियों को इस बार बोनस के रूप में ₹40 हजार 500 दिए जाएंगे। यह राशि दो किस्तों में अदा की जाएगी।
‘सेल’ के इतिहास में पहली बात इतनी राशि संयंत्र कर्मियों को बोनस के रूप में दी जा रही है। चार दौर की बैठक के उपरांत सेल प्रबंधन ने अंततः ₹40 हजार 500 बोनस देने की स्वीकृति प्रदान की है।
पहली किस्त के रूप में फिलहाल ₹28 हजार का भुगतान किया जाएगा तथा मार्च 2023 के पूर्व शेष राशि ₹12 हजार 500 का भुगतान संयंत्र कर्मियों को किया जाएगा। बोनस का निर्धारण होने के बाद श्रमिक संगठनों ने अपने-अपने केंद्रीय नेताओं को श्रेय दिया है।
एनजेसीएस बैठक में बनीं सहमति
नई दिल्ली में मंगलवार 18 अक्टूबर को ‘सेल’ प्रबंधन व यूनियन के मध्य नेशनल ज्वाइंट कमेटी फॉर स्टील सेक्टर (एनजेसीएस) की लंबी चली बैठक के उपरांत ₹40500 देने पर सहमति बनी। सेल प्रबंधन जहां ₹29 हजार 500 देना चाह रहा था वही श्रमिक संगठन ₹44 हजार से कम की राशि पर समझौता करने को तैयार नहीं थे।
डायरेक्टर पर्सनल ने सभी श्रमिक
नेताओं से की बात, तब तय हुई राशि
बैठक में एक समय सेल प्रबंधन व यूनियन के नेताओं के बीच बोनस की राशि को लेकर काफी तनातनी हुई। सेल डायरेक्टर पर्सनल के.के.सिंह ने यूनियन के नेताओं से बात की।
काफी मान मनोबल के उपरांत यूनियन और सेल प्रबंधन के बीच सहमति बनी कि संयंत्र कर्मियों को ₹40 हजार 500 की राशि बोनस के रूप में दो किस्तों में भुगतान की जाएगी।
पहली किस्त में ₹28 हजार तथा दूसरी किस्त मार्च 2023 से पूर्व ₹12 हजार 500 का भुगतान कर दिया जाएगा।
बीएमएस ने कहा-जो वादा किया, निभा रहे
भिलाई इस्पात मजदूर सभा में इसे अपनी जीत बताते हुए बीएमएस के सभी राष्ट्रीय पदाधिकारियों भिलाई पदाधिकारियों का आभार व्यक्त किया है।
बीएमएस के महासचिव रवि सिंह व कार्यकारी अध्यक्ष चन्ना केशवलु ने कहा कि हमने चुनाव के समय भिलाई इस्पात संयंत्र के कर्मियों से जो वादा किया था उसे शत-प्रतिशत अमल में ला रहे हैं।
सीटू ने कहा-एकता से मिली सफलता, अब ठेका मजदूरों के लिए भी करेंगे संघर्ष
— KB (@KbSundarmyth) October 18, 2022
हिंदुस्तान स्टील एम्पलाइज यूनियन (सीटू) के अध्यक्ष एसपी डे ने बताया कि मंगलवार को नई दिल्ली में हुई एनजेसीएस बैठक में ‘सेल’ कर्मियों के बोनस पर समझौता हो गया है। समझौते के अनुसार कर्मियों को बोनस/एक्स ग्रेशिया/एसपीआईएस के रूप में ₹28 हजार तथा विशिष्ट निष्पादन के लिए एक बार ₹12 हजार 500 (जिसमें से 25% अभी तथा 75% 31 मार्च 2023 या स्कीम बनते ही जो भी पहले होगा, भुगतान किया जाएगा।)
प्रशिक्षणार्थियों को ₹26 हजार बोनस/एक्स ग्रेशिया/एस पी आई एस तथा ₹7 हजार विशिष्ट निष्पादन के लिए एक बार (जिसमें से 25% अभी तथा 75% 31 मार्च 2023 या स्कीम बनते ही जो भी पहले होगा, भुगतान किया जाएगा।) उन्होंने कहा कि धीरज के साथ एकता बनाए रख पाने में सफल रहने के कारण कर्मियों को यह उपलब्धि हासिल हुई।
उन्होंने सभी इस्पात कर्मियों को बधाई देते हुए आशा व्यक्त की है कि स्थाई कर्मियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर उत्पादन में बराबरी की भागीदारी निभाने वाले ठेका कर्मियों के लिए भी सम्मानजनक बोनस हासिल कर पाने में सफल होंगे।
एचएमएस ने कहा-संतोषजनक
लेकिन उत्साहवर्धक नहीं
हिंद मजदूर सभा (एचएमएस) के महासचिव प्रमोद कुमार मिश्र ने कहा है कि एचएमएस यूनियन एवं एनजेसीएस के नेता राजेंद्र सिंह के कारण ही सम्मानजनक राशि मिलना संभव हो सकी है। उन्होंने कहा कि यह कर्मचारियों के लिए संतोषजनक हो सकता है लेकिन उत्साहवर्धक नहीं है।
उन्होंने कहा कि-मैं समस्त यूनियन के राष्ट्रीय पदाधिकारियों को बधाई देता हूं कि उन्होंने संघर्ष किया और एचएमएस के संघर्ष में साथ दिया और यह राशि प्राप्त करने में सफलता प्राप्त की लेकिन आप सब को यह भी बताना चाहूंगा कि यही यूनियन एवं यही ट्रेड यूनियन के नेता दूसरे सार्वजनिक उपक्रमों में सम्मानजनक एवं इससे 3 गुना से 4 गुना तक के बोनस दिलाने में सफलता प्राप्त किए हैं।
सेल मैनेजमेंट अपने कर्मचारियों के उत्साहवर्धन में बड़ी राशि देने में सक्षम था लेकिन आंकड़ों की पैतरेबाजी एवं समय को लंबा खींच कर कर्मचारियों एवं राष्ट्रीय नेताओं के मनोबल को कमजोर करने का कार्य किया। एचएमएस यूनियन की मान्यता किसी भी इस्पात संयंत्र में नहीं है उसके बावजूद एचएमएस ने जो संघर्ष किया वह अपने आप में एक मिसाल है हम यदि मान्यता में आएंगे तो वह हम वह कर दिखाएंगे जो कोई भी यूनियन नहीं कर पाएगी।