ग्राफ्टिंग पद्धति से किसान
ला सकते हैं खेतों में क्रांति
नई दिल्ली। अंतर-विविधीय ग्राफ्टिंग एक प्रभावी तकनीक है, जो जैविक और अजैविक कारकों में सहनशीलता प्रदान करती है। इसके अलावा सब्जियों की उत्पादकता को बढ़ाती है। दो एवं उनसे अधिक ग्राफ्टिंग व्यवस्था एक नई तकनीक जिसमें एक ही परिवार के दो या दो से अधिक वंशज पौधों को ग्राफ्ट किया जाता है, जिससे एक ही पौधे में एक से ज्यादा सब्जियों का उत्पादन किया जाता है।
भाकृअनुप- भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान, वाराणसी (उत्तर प्रदेश) में ग्राफ्टेड पोमैटो (आलू+टमाटर) के सफल क्षेत्र प्रदर्शन के बाद वर्ष 2020-21 के दौरान क्षेत्र में बैंगन और टमाटर (ब्रिंजल+टोमेटो=ब्रिमैटो) की दोहरी ग्राफ्टिंग का प्रदर्शन किया गया। बैंगन हाइब्रिड काशी संदेश और टमाटर की उन्नत किस्म काशी अमन को बैंगन रूटस्टॉक-आईसी 111056 में सफलतापूर्वक ग्राफ्ट किया गया।
ग्राफ्टिंग तकनीक का प्रयोग तब किया गया, जब बैंगन की पौध 25 से 30 दिनों और टमाटर 22 से 25 दिनों की थी। बैंगन रूटस्टॉक-आईसी-111056 में लगभग 5 प्रतिशत रोपाई में दो शाखाएं विकसित करने की प्रवृत्ति है। ग्राफ्टिंग साइड/स्लाइस विधि द्वारा की गई थी।
जिसमें रूटस्टॉक और स्कोन दोनों में 5 से 7 एमएम के तिरछे कट (45 डिग्री कोण) बनाए गए थे। ग्राफ्टिंग के तुरंत बाद, रोपाई को एक नियंत्रित वायुमंडलीय स्थिति में रखा गया था, जहां तापमान, आद्र्रता और प्रकाश को शुरुआती 5 से 7 दिनों के लिए अधिकतम रखा गया था। फिर 5 से 7 दिनों के लिए आंशिक छाया में रखा गया था।
ग्राफ्टिंग के 15 से 18 दिनों के बाद ग्राफ्टेड पौधों को खेत में प्रत्यारोपित किया गया। प्रारंभिक वृद्धि चरण के दौरान, बैंगन और टमाटर के वंशजों, दोनों में, संतुलित वृद्धि को बनाए रखने के लिए सावधानी बरती गई। इसके अलावा, यदि ग्राफ्टिंग यूनियन के तहत कोई शूट होता है, तो उसे तुरंत हटा दिया जाता है। उर्वरकों को 25 टन एफवाईएम के अलावा 150:60:100 कि.ग्रा. एनपीके/हैक्टर पर लागू किया गया था। बैंगन और टमाटर दोनों में रोपण के 60 से 70 दिनों में फल लगने शुरू हो गए।
प्रयोगात्मक निष्कर्षों से पता चला कि टमाटर पौधे में 2.383 कि.ग्रा. उपज वाले लगभग 36.0 फलों की कटाई की गई, जबकि बैंगन में 2.684 कि.ग्रा. उपज 9.2 फलों/पौधे से प्राप्त की गई। ड्यूअल ग्राफ्टेड ब्रिमैटो टेक्नोलॉजी शहरी और उपनगरीय क्षेत्रों के लिए बहुत उपयोगी होगी, जहां छत और परिसर के ऊपर वर्टिकल गार्डन या पॉट कल्चर में सब्जियों को समायोजित करने के लिए सीमित स्थान उपलब्ध है। ग्राफ्टेड ब्रिमैटो के व्यावसायिक उत्पादन पर अनुसंधान भाकृअनुप-आईआईवीआर, वाराणसी (उत्तर प्रदेश) में जारी है।