‘मोर महापौर मोर द्वार’ कार्यक्रम
में शामिल मुख्यमंत्री ने की घोषणा
रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गुरुवार 4 अगस्त को रायपुर के सुभाष स्टेडियम में आयोजित ‘मोर महापौर मोर द्वार’ mor mahaapaur mor dwaar कार्यक्रम में शिरकत की।
उन्होंने कहा कि सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों के साथ-साथ शहरी क्षेत्रों में भी विकास की बराबर चिंता की है। अब लोगों को आय, जाति, निवास, शादी का रजिस्ट्रेशन जैसे कागजों के लिए दफ्तरों के चक्कर नहीं काटने पड़ते, इसके लिए हमने मितान योजना Mitan Yojna शुरू की हैं। अब इनके जैसे 13 सेवाएं लोगों को घर बैठे मिल रही है।
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मुख्यमंत्री बघेल ने कार्यक्रम में नगरीय क्षेत्रों में 5 हजार वर्ग फीट तक के अवैध निर्माण के नियमितिकरण regularization of illegal construction की योजना के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने महापौर एजाज ढेबर की मांग पर इस प्रकार के नियमितिकरण से मिली राशि में से 25 प्रतिशत राशि संबंधित नगर निगम और नगरीय निकायों को उपलब्ध कराने की घोषणा की।
इस 25 प्रतिशत राशि से नगरीय क्षेत्रों में विकास को नये आयाम मिलेंगे और जनसुविधाओं में भी बढ़ोत्तरी होगी। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने महापौर की मांग पर ही रायपुर नगर निगम क्षेत्र में नाली, सड़क निर्माण जैसे छोटे-छोटे कामों के लिए 10 करोड़ रूपए भी मौके पर ही मंजूर किए।
स्वामी आत्मानंद स्कूल खोलने मिले 10 हजार से अधिक आवेदन
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महापौर एजाज ढेबर ने बताया कि मोर महापौर मोर द्वार कार्यक्रम के तहत आयोजित हुए शिविरों में सबसे अधिक लगभग 10 हजार से अधिक आवेदन केवल स्वामी आत्मानंद स्कूल खोलने के लिए मिले हैं।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बघेल की इस योजना की लोकप्रियता इतनी है कि हर व्यक्ति, जनप्रतिनिधि अपने वार्ड में स्वामी आत्मानंद स्कूल शुरू कराकर अपने बच्चों को उसमें पढ़ाना चाहता है।
इस पर मुख्यमंत्री अपने उद्बोधन में कहा कि स्वामी आत्मानंद स्कूल केवल स्कूल नहीं है, बल्कि गरीब और मध्यम वर्गीय परिवारों के बच्चों के सपनों को साकार देने का माध्यम है।
35 दिन में मिले 28 हजार से अधिक
आवेदन, 23 हजार का हुआ निराकरण
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इस दौरान महापौर एजाज ढेबर ने कहा कि 35 दिन शहर के हर दो वार्डाें में नगर निगम के अधिकारियों-कर्मचारियों जनप्रतिनिधियों ने शिविर लगाकर लोगों की समस्याओं को सुना। इस दौरान कुल 28 हजार 059 आवेदन मिले, जिनमें से 23 हजार 582 आवेदनों का मौके पर ही निराकरण कर दिया।
महापौर ढेबर ने बताया कि शेष आवेदनों का परीक्षण कर कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी। इन शिविरों में 6 हजार 567 आय प्रमाण पत्र, 3 हजार 164 आयुष्मान कार्ड, एक हजार 370 ई-श्रमिक कार्ड, एक हजार 082 आधार कार्ड, 896 निवास प्रमाण पत्र, 873 राशन कार्ड, 871 जाति प्रमाण पत्र बनाकर शिविर स्थल पर ही लोगों को दिए गए।
महापौर ने बताया कि वार्डवार इन शिविरों में स्व-सहायता समूह की महिलाओं को 5 करोड़ रूपए तक के ऋण स्व-रोजगार के लिए दिए गए और लोगों की मांग पर मूलभूत सुविधाओं के लिए एक करोड़ रूपए से अधिक कामों के लिए स्वीकृति भी शिविरों में दिए गए।
तथा ‘मोर महापौर मोर दुआर’ अभियान व शासकीय
योजनाओं के लाभान्वितों से की चर्चा की मुख्यमंत्री ने
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मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आयोजन में छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा संचालित जनकल्याणकारी योजनाओं के लाभांन्वितों से बातचीत की। हितग्राहियों ने मुख्यमंत्री को बताया मोर महापौर मोर दुआर अभियान से नागरिकों की समस्याएं का समाधान तत्काल हो रहा है। साथ ही शासकीय योजनाओं का भी लाभ स्थल में मिल रहा है।
प्रीति ई-रिक्शा चलाकर कर रही है, परिवार का भरण-पोषण
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यहां पहुंची जोन क्रमांक 2 के वार्ड क्रमांक 27 इंदिरा गांधी वार्ड के निवासी श्रीमती प्रीति यादव ने बताया कि उसके पास अपनी नियमित आमदनी के लिए ई-रिक्शा है, जिसे चलाकर वह आसानी से अपने परिवार का भरण-पोषण कर रही है।
प्रीति के सामने अब अपने रोजगार की चुनौती नहीं रही, न ही अब उसे घर खर्चो की चिंता है। प्रीति ने बताया कि- वार्ड में मोर महापौर मोर दुआर निदान शिविर मेें महापौर एजाज ढेबर Mayor Ejaz Dhebar के समक्ष अपनी समस्या रखी और उनसे ई-रिक्शा की मांग की।
जिस पर तुरंत ही मेरी समस्या का निदान हुआ और अब मैं ई-रिक्शा e-rickshaw चलाकर अपने परिवार का भरण पोषण कर रही हूं।
महिला समूह को मिली केंटीन के लिए जगह
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वाल्मीकी मयंक महिला स्वयं सहायता समूह कबीरनगर की अध्यक्ष रमा मिश्रा ने बताया कि हमारे समूह की महिलाएं पहले आपस में बचत खाते से आपसी लेन-देन के माध्यम से सहयोग करते थे, मगर रोजगार का कोई स्थायी साधन नहीं था।
हमें इस अभियान के तहत शिविर में हमारे समूह की महिलाओं ने आवेदन दिया और तत्काल आवेदन स्वीकृत हो गया और केंटीन के लिए जोन-8 में जगह भी आबंटित हो गई। हमें केंटीन से प्रतिदिन 1500 से 2000 रूपए की बिक्री हो जाती है।
सिलाई मशीन के लिए मिली सहायता
तो महिला समूह हुआ आत्मनिर्भर
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मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से शहर के वार्ड क्रमांक 6 वीरांगना अवंती बाई वार्ड में संचालित स्व सहायता समूह की महिलाओं ने बताया कि उनका समूह शासन की योजनाओं का लाभ लेकर आगे बढ़ रहा है।
अभी हाल ही में उनके समूह को सिलाई मशीन के लिए एक लाख रूपए का ऋण प्राप्त हुआ है। सिलाई मशीन से हमारे समूह की महिलाएं कपड़े की थैले, महिलाओं के परिधान और मास्क का निर्माण कर रही हैं।
पॉलीथीन में प्रतिबंध के बाद कपड़ों की थैली की बिक्री में वृद्धि हुई है। साथ ही मास्क, कपड़े की थैले तथा वस्त्रों को स्थानीय बाजारों में उसकी सप्लाई कर रही है।
मुख्यमंत्री को गोबर से बना पेंट भेंट किया
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गोवर्धन स्व-सहायता समूह की अध्यक्ष धनेश्वरी रात्रे ने बताया कि उनके समूह के दौरान गोबर से राखियां, चप्पल तथा अन्य उत्पाद बनाए जा रहें हैं। अब समूह के द्वारा गोबर से प्राकृतिक पेंट बनाया जा रहा है। यह पेंट पूरी तरह से प्राकृतिक है, इसका हमें अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है। मुख्यमंत्री ने समूह के स्टाल में गए और गोबर से बने उत्पादों की जानकारी ली। समूह की अध्यक्ष श्रीमती रात्रे ने गोबर से बना पेंट भेंट किया।
मोहम्मद शरीफ खान को मिली निःशक्तजन पेंशन
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कार्यक्रम में मुख्यमंत्री से बातचीत के दौरान मोहम्मद शरीफ खान ने बताया कि ‘मोर महापौर मोर दुआर’ अभियान में उनके क्षेत्र में लगे शिविर में उन्होंने निःशक्तजन पेंशन के लिए आवेदन दिया, आवेदन देते साथ इसकी स्वीकृति हुई और उन्हें विकलांग पेंशन का कार्ड बन गया।
सलित ब्रम्हे को मिला श्रमिक कार्ड
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एक निजी संस्था में कार्यरत वार्ड क्रमांक 35 रविशंकर शुक्ल वार्ड की निवासी सलित ब्रम्हे ने बताया कि श्रमिक कार्ड नही होने की वजह से उन्हें कामगारों के हित में शासन द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का लाभ नही मिल पा रहा था।
शिविर में यह समस्या बताई जिसका मौके पर ही निराकरण हुआ और मुझे मेरा श्रमिक कार्ड मिल गया, जिसकी मदद से मैं योजनाओं का लाभ ले सकूंगी।
वार्डों में शिविर लगाकर सुनी गईं लोगों की समस्याएं
उल्लेखनीय है कि रायपुर के नागरिकों की समस्याएं सुनने एवं मौके पर ही उनका निराकरण की पहल लेकर ’मोर महापौर मोर दुआर’ कार्यक्रम का आयोजन हुआ। जिसमें वार्डों में शिविर लगाकर लोगों की समस्याएं सुनी गईं।
इन शिविरों में दिव्यांगजनों को ट्राइसाइकिल, श्रव्य यंत्र एवं जरूरतमंदों को श्रमिक कार्ड, आधार कार्ड, आयुष्मान कार्ड, जाति प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र, पेंशन कार्ड बनवाने जैसी विभिन्न सुविधाएं मिली।
27 जून से 05 अगस्त शहर के 27 जोन में 70 वार्डों में ’मोर महापौर मोर दुआर’ के तहत शिविर लगाया गया। इन शिविरों में कुल प्राप्त 28069 आवेदनों में से 23,582 आवेदनों का ऑन द स्पॉट निराकरण किया गया।
कुल आयोजित शिविरों में स्व-सहायता समूह की महिलाओं को 5 करोड़ रुपए का लोन मिला जबकि नाली, सड़क, पानी जैसी मूलभूत समस्याओं के लिए मौके पर ही 2.5 करोड़ की राशि स्वीकृत की गई।
गुरुवार के कार्यक्रम में महापौर एजाज ढेबर, रायपुर ग्रामीण विधानसभा के विधायक सत्यनारायण शर्मा, छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल के अध्यक्ष कुलदीप जुनेजा, खादी ग्राम उद्योग बोर्ड के अध्यक्ष राजेश तिवारी, छत्तीसगढ योग आयोग के अध्यक्ष ज्ञानेन्द्र शर्मा, नगर निगम के सभापति प्रमोद दुबे सहित कलेक्टर डा. सर्वेश्वर भुरे, नगर निगम आयुक्त मयंक चतुर्वेदी और अन्य अधिकारी तथा बड़ी संख्या में शहरवासी भी शामिल हुए।
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