साउथ एशियन चैंपियनशिप में देश का प्रतिनिधित्व करेंगी किरण पिस्दा, नेपाल में पाकिस्तान से पहला मैच
रायपुर। छत्तीसगढ़ की किरण पिस्दा भारतीय महिला फुटबॉल टीम में शामिल हो गई हैं। Kiran Pisda of Chhattisgarh has joined the Indian women’s football team. यह टीम नेपाल में आयोजित साउथ एशियन फुटबॉल चैंपियनशिप South Asian Football Championship में खेलने जा रही है।
ग्रुप ए में इस टीम का पहला मुकाबला पाकिस्तान की महिलाओं से होगा। किरण, महिला फुटबॉल की सीनियर नेशनल टीम में चयनित होने वाली छत्तीसगढ़ की पहली खिलाड़ी हैं।
फुटबॉल अकादमी में मिला प्रशिक्षण
किरण पिस्दा बालोद जिले की रहने वाली हैं। वे रायपुर के कोटा स्थित स्वामी विवेकानन्द स्टेडियम में खेल विभाग के बालिका फुटबॉल अकादमी में प्रशिक्षण लेती हैं।
छत्तीसगढ़ में यह फुटबॉल अकादमी साल 2020 में शुरू हुई। फुटबॉल प्रशिक्षक सरिता कुजूर टोप्पो इन लड़कियों को प्रशिक्षित कर रही हैं। सरिता ने बताया, किरण का परिवार बालोद के एक गांव का है।
उसके पिता निर्वाचन विभाग में कर्मचारी हैं। बचपन से ही फुटबॉल को लेकर जुनूनी किरण बालोद में ही लड़कों के साथ प्रैक्टिस करती रही है। वह छत्तीसगढ़ कॉलेज से बीकॉम करने रायपुर आई तो वह उनके संपर्क में आई।
साल 2000 में बालिका फुटबॉल अकादमी शुरू हुई तो वह उनके संपर्क में आई। प्रशिक्षण के लिए उसने स्टेडियम के पास कोटा में रूम लिया। लगातार प्रैक्टिस करती रही।
अब तक वह 16 नेशनल खेल चुकी है। सरिता कुजूर टोप्पो ने बताया, अपने पहले अंतरराष्ट्रीय मैच के लिए किरण नेपाल पहुंच चुकी है। इसमें साउथ एशिया के लगभग सभी देश हिस्सा ले रहे हैं। भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश और मालदीव के साथ ग्रुप-ए में है।
इसका पहला मैच 7 सितम्बर को पाकिस्तान के साथ होना है। यह टीम 10 सितम्बर को मालदीव और 13 सितम्बर को बांग्लादेश के साथ अपना मैच खेलेगी। सरिता को उम्मीद है कि उनकी यह फॉरवर्ड खिलाड़ी टीम के आक्रमण को नई धार देगी।
इंडियन वीमेंस लीग ने खोला रास्ता
कोच सरिता कुजूर बताती हैं, राष्ट्रीय स्तर पर छत्तीसगढ़ की टीम अभी उतनी मजबूत नहीं है। लेकिन इंडियन वीमेंस लीग ने किरण जैसी चमकदार खिलाड़ियों को मौका दिया है।
उसी खेल में वह राष्ट्रीय टीम के चयनकर्ताओं की निगाह में आई। एक साल पहले भी उसका नेशनल कैंप के लिए सिलेक्शन हुआ था।
उस समय वह टीम में जगह नहीं बना पाई। इस बार कैंप में सिलेक्ट हुई तो टीम का हिस्सा भी बनी।
अकादमी में बोर्डिंग की
सुविधा हो तो चमक बढ़ेगी
रायपुर के स्वामी विवेकानंद स्टेडियम में चल रही बालिका फुटबॉल अकादमी गैर आवासीय है। यानी यहां लड़कियां केवल दिन में प्रैक्टिस कर सकती हैं। उनको अपने रहने खाने का इंतजाम बाहर करना होगा।
इस समय करीब 80 लड़कियां नियमित तौर पर फुटबॉल खेल रही हैं। कोच सरिता कुजूर टोप्पो का कहना है कि अगर लड़कियों के बोर्डिंग की सुविधा मिल जाए ताे छत्तीसगढ़ की टीम और मजबूत होकर उभरेगी। उसका फायदा पूरे प्रदेश को मिलेगा।