बेहद हैरान करने वाली है वैज्ञानिकों की यह खोज
हमारी धरती पर कई रहस्य मौजूद हैं जिनका खुलासा होना बाकी है। अक्सर वैज्ञानिक अपनी खोजबीन में कई हैरतगेंज खुलासे करते रहते हैं।
अब इसी कड़ी में वैज्ञानिकों ने एक रहस्यमयी गुफा (a mysterious cave) की खोज की है जिसमें 50 हजार साल तक प्राचीन इंसान (Ancient humans lived for 50 thousand years) रहे।
वैज्ञानिकों की यह खोज बेहद हैरान करने वाली है। वैज्ञानिकों के मुताबिक, प्राचीन इंसानों की कई पीढ़ियां इस रहस्यमयी गुफा में रही होंगी। दक्षिणी स्पेन के मलागा (Málaga in southern Spain) नाम की जगह हैं जहां यह गुफा स्थित है।
इस का नाम आर्डेल्स गुफा (केव द आर्डेल्स) है। इस गुफा की दीवारों पर प्राचीन कलाकृतियां, रेखाचित्र और पेंटिंग्स बनाई गई हैं जिनमें कई बेहद प्रसिद्ध हैं जबकि कुछ बेहद विवादित हैं। अंतरराष्ट्रीय पुरातत्वविदों में इसको लेकर विवाद है।
जिस दौरान की बात जा रही है उस समय नीएंडरथल मानव रहा करते थे। अब विवाद यह है कि क्या वह चित्रकारी कर सकते थे इसको लेकर विवाद है।
वैज्ञानिकों को इस गुफा से यह जानकारी मिली है कि नीएंडरथल मानव और आधुनिक इंसानों में क्या अंतर था और दोनों ने किस प्रकार अपना जीवन बिताया होगा। 65 हजार साल पहले से नीएंडरथल मानव (neanderthal human) इस गुफा का इस्तेमाल कर रहे हैं।
आधुनिक इंसानों ने 50 हजार साल पहले इस गुफा का इस्तेमाल करना शुरू किया था। इस गुफा में अंदर पेंटिंग बनाते थे। इसके अलावा इसी स्थान पर लोगों को दफनाते भी थे। इस गुफा में इससे ज्यादा किसी काम के सबूत नहीं मिले हैं।
स्पेन स्थित कॉडिज विश्वविद्यालय के पुरातत्वविद जोस रमोस मुनोज (Archaeologist Jose Ramos Munoz of the University of Cádiz in Spain) ने इस गुफा के बारे में कई बातें बताई हैं। उन्होंने कहा है कि हमने 50 रेडियोमेट्रिक डेट्स निकाली हैं। उन्होंने कहा कि पैलियोलिथिक कलाकारी की उम्र का पता लगाया है। उन्होंने बताया है कि इससे पता चला है कि इस गुफा ने इंसानों को बदलते हुए देखा है।
उन्होंने बताया है कि यह बात करीब 58 हजार साल पुरानी है। इस गुफा से इस बात के सबूत मिलते हैं कि यहां कला से संबंधित कई गतिविधियां मिलती थीं। इस गुफा का खनन कार्य 2011 से 2018 के बीच किया गया है।
इस गुफा का मुख्य दरवाजा बहुत छोटा और संकरा है। इस गुफा के अंदर जाने पर कई परतों में गुफाएं मिली हैं और कई रास्त पाए गए हैं। कई बड़े हॉलनुमा क्षेत्र भी नजर आए हैं जिनमें इंसानी जीवन के सबूत पाए गए हैं।
उन्होंने कहा कि हमने कोशिश की इसके सबसे अंदरूनी और निचले तक पहुंचा जा सके। उन्होंने बताया कि यहां 58 हजार साल पुरानी दीवार पेंटिंग पाई गई जनिकी उम्र 43 हजार साल तक की भी हैं। स्टडी में पता चला है कि आधुनिक इंसान इस क्षेत्र में 35 हजार साल पहले आए थे।