अपनी किताबों में समाज का यथार्थ चित्रण करने
के लिए मशहूर हैं फ्रांस की लेखिका एनी एनॉक्स
नई दिल्ली। फ्रांसीसी लेखिका एनी एनॉक्स French writer Annie Ernaux को साल 2022 के लिए साहित्य का नोबेल पुरस्कार Nobel Prize in Literature for the year 2022 दिया गया है। नोबेल समिति ने कहा कि एनी एरनॉक्स, सामाजिक विषमताओं और असमानताओं पर लिखती हैं।
वह समाज का सच लिखती हैं। उन्हें इस वजह से साहित्य का नोबेल दिया जा रहा है। स्वीडिश अकादमी के स्थायी सचिव मेट्स माल्म ने स्वीडन के स्टाकहोम में बृहस्पतिवार को विजेता के नामकी घोषणा की।
नोबेल प्राइज जीतने वाली एनी एनॉक्स का मानना है कि लिखना भी राजनीति का हिस्सा है। यह हमारे नजरिए को बदलता है। समाज में फैली सामाजिक असमानता को तभी हम समीक्षात्मक नजर से देख सकते हैं।
एनी एनॉक्स की लेखनशैली व्यंगात्मक है और समाज पर सीधे कड़े प्रहार करने के लिए जानी जाती हैं। उनकी उम्र 80 वर्ष की है और वह बेहद सक्रिय हैं। उन्होंने पिता के साथ संबंधों को लेकर एक किताब लिखी थी, जिस पर खूब चर्चा हुई थी।
उनकी पहली चर्चित किताब La Place (A Man’s Place) थी। इस किताब में उन्होंने अपने पिता के साथ संबंधों का जिक्र किया थो जो अपनी शैली की वजह से चर्चित हुई थी।
ऐसा रहा है साहित्यिक जीवन
उन्होंने 20 से ज्यादा किताबें लिखी हैं और उनमें से ज़्यादातर बेहद संक्षिप्त शैली में लिखी गई हैं। उनके रचना संसार की खासियत है कि उन्होंने अपनी जिंदगी और घटनाओं को आधार बनाकर साहित्य सृजन किया है।
अपने सेक्सुअल अनुभवों और उसे लेकर अपनी वैयक्तिक पहचान की सतर्कता, अबॉर्शन, बीमारी और अपने करीबियों जैसे कि माता-पिता को खोने के अनुभवों पर भी उन्होंने सुंदर शैली में अपनी भावनाएं उकेरी हैं। अपनी मिट्टी और पहचान को लेकर उनकी सचेत दृष्टि और बिछड़ने की पीड़ा को उन्होंने अपनी लेखनी में बहुत प्रांसगिक तरीके से संजोया है।
कौन हैं एनी एनॉक्स?
एनी एनॉक्स फ्रांस की लेखिका हैं। उनका जन्म साल 1940 में नॉरमैंडी में हुआ था। नॉरमैंडी के यवेटोट में उनकी प्रारंभिक शिक्षा पूरी हुई थी। उनके माता-पिता एक किराने की दुकान चलाते थे।
यहीं से उन्होंने सामाजिक असामनता को महसूस करना शुरू किया। जब वह लेखन में उतरीं तो ऐसे ही प्रतिष्ठान उनके निशाने पर रहे। वह आत्मकथा को भी अलग अंदाज में लिखने के लिए जानी जाती हैं।
एनी एनॉक्स ने रुएन और बोर्डेक्स यूनिवर्सिटी में पढ़ाई की। फिर उन्होंने कुछ दिन स्कूल टीचकर के तौर पर काम किया। उन्होंने आधुनिक साहित्य में उच्च शिक्षा ग्रहण की और फिर शोध कार्यों में जुट गईं। 1970 से ही वह फ्रांस के चर्चित साहित्यकारों की लिस्ट में शामिल हो गईं थी।