छत्तीसगढ़ कांग्रेस का नव संकल्प चिंतन शिविर संपन्न
बघेल बोले-2023 जीत रहे, 2024 का भी आत्मविश्वास जरूरी
रायपुर। उदयपुर नव संकल्प और चिंतन शिविर में लिए गए फैसलों को अमली जामा पहनाने के लिए छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने संगठन में बदलाव का खाका तैयार कर लिया है। रायपुर के कमल विहार में 1 व 2 जून को आयोजित दो दिन की शिविर कार्यशाला में कांग्रेसजनों ने इसे अंतिम रूप दिया।
नई व्यवस्था के मुताबिक कांग्रेस अब भाजपा जैसा मंडल मॉडल अपनाएगी। वहीं हर महीने की निश्चित तारीख पर यूनिट्स की समीक्षा होगी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने संगठन को 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए भी आत्मविश्वास बढ़ाने वाली तैयारी रखने को कहा है।
संगठन की समीक्षा के लिए बैठकों का दिन अनिवार्य
उदयपुर में सांगठनिक ढांचे के लिए मंडल बनाने का फैसला हुआ था। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने तय किया है कि वह अपने जोन संगठन काे मंडल में बदल देगी। यहां एक हजार 380 जोन हैं। मंडल में बदलने से इसमें समान रूप से 30-30 बूथ आ जाएंगे। इसके बाद संगठन का स्वरूप बूथ कमेटी, मंडल कमेटी, ब्लॉक कमेटी, जिला कमेटी और प्रदेश कमेटी का हो जाएगा।
बताया जा रहा है कि इस ढांचागत बदलाव से बूथ स्तर तक कार्यक्रमों को ले जाना और कार्यकर्ताओं से संवाद आसान हो जाएगा। इसके साथ ही संगठन की समीक्षा के लिए बैठकों का दिन अनिवार्य कर दिया गया है।
रिक्त नहीं रहेगा संगठन में कोई भी पद
शिविर में लिए गए फैसले के अनुरूप अब प्रत्येक महीने की 7 तारीख को मंडल इकाई की बैठक होगी। एक सप्ताह बाद 14 तारीख को ब्लॉक कमेटी की बैठक और 21 तारीख को जिला कमेटी की बैठक होगी। सबसे आखिर में 30 तारीख को प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक होनी है।
यह भी तय हुआ है कि संगठन में कोई पद रिक्त नहीं होगा। अगर ऐसा हुआ है तो 180 दिनों की समय-सीमा के भीतर उस पर नियुक्ति की जानी अनिवार्य है। लोकसभा, विधानसभा, नगरीय निकायों और पंचायतों में 50% टिकट 50 साल से कम उम्र के लोगों को देने का प्रस्ताव संगठन पहले ही अनुमोदित कर चुका है।
इसके अलावा एक परिवार से किसी एक ही व्यक्ति को टिकट देने की बात भी तय हो गई है। कांग्रेस ऐसे ही शिविर अब जिला स्तर पर आयोजित करेगी। वहां से फैसलों को लागू करने का कार्यक्रम बनेगा।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मीडिया से बातचीत में कहा, अभी विधायकों की सूची निकालकर देख लीजिए। वहां 50% से अधिक लोग 50 साल से कम उम्र सीमा वाले मिल जाएंगे। महिलाओं को स्थान देने की बात है तो 20% महिलाएं अभी प्रदेश की विधानसभा में हैं। यह पूरे देश में सबसे अधिक है।
मुख्यमंत्री बोले, इस बार बदली भूमिका में होगा चुनाव
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शिविर के संबोधन में कहा, यहां अधिकतर लोग 2023 के विधानसभा चुनाव में जीत को लेकर आश्वस्त हैं, लेकिन 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर वह आत्मविश्वास नजर नहीं आ रहा है।
हमें अभी से 2023 के साथ 2024 के चुनाव की तैयारियों में एक साथ जुटना होगा। उन्होंने कहा कि पहले के चुनाव में हम यूपीए सरकार की उपलब्धि और राज्य सरकार की कमियों को लेकर जाते थे। अब हमें राज्य सरकार की उपलब्धि और अपनी सरकार की योजनाओं को लेकर जनता के बीच जाना है। साथ ही मोदी सरकार की नाकामियों को भी जनता को बताना होगा।
विधानसभा में 75+ और लोकसभा की अधिकतर सीटों का लक्ष्य
शिविर के दौरान कांग्रेस ने आगामी विधानसभा चुनाव के लिए 75 से अधिक सीटें जीतने का लक्ष्य तय किया है। वहीं लोकसभा चुनाव में प्रदेश की अधिकांश सीटों को जीतकर कांग्रेस का दावा मजबूत रखने की बात कही गई है।
प्रदेश प्रभारी पी.एल. पुनिया ने कहा, संगठन को बूथ स्तर तक मजबूत कर सरकार के कामों को प्रचार कर हमें 2023 में फिर से छत्तीसगढ़ में सरकार की वापसी करना है। 2024 में लोकसभा चुनाव में छत्तीसगढ़ की 11 सीटे जीतना हमारा लक्ष्य होना चाहिए।