दुनिया का एक अमीर आदमी, जिसकी मिसाल ढूंढे नहीं मिलेगी
कहते हैं सब कुछ किस्मत के हाथ में होता है लेकिन कर्म प्रधान व्यक्ति के सामने किस्मत भी दासी बन जाती है। मेहनत के आगे कठिन से कठिन परिस्थितियां घुटने टेकने पर मजबूर हो जाती हैं। दुनिया ने ऐसे बहुत से उदाहरण देखे हैं जब एक मेहनती व्यक्ति की जिद के आगे उसकी बुरी किस्मत परास्त हुई है।
ऐसा ही एक प्रबल उदाहरण हैं अमेंसियो ऑर्टेगा। इस शख्स का नाम बेशक बहुत कम लोगों ने सुना हो लेकिन इनकी कामयाबी के चर्चे पूरी दुनिया में मशहूर हैं। तो चलिए आज जानते हैं उस व्यक्ति के बारे में जो गरीबी में पैदा हुआ और अपनी मेहनत के दम पर दुनिया का सबसे अमीर शख्स बना।
एक गरीब परिवार में हुआ जन्म, अभावों में बीता बचपन
28 मार्च, 1936 को स्पेन के छोटे से शहर लियोन (small town of leone in spain) में जन्मे अमेंसियो ऑर्टेगा Amancio Ortega के पिता एक रेल मजदूर थे। गरीब परिवार का पेट भरने के लिए पिता के साथ साथ इनकी मां भी एक नौकरानी रूप में काम करती थीं।
गरीबी इतनी ज्यादा थी कि अमेंसियो अपने स्कूल की पढ़ाई भी पूरी न कर पाए। जल्द ही उन्हें समझ आ गया कि उनके परिवार को उनकी जरूरत है।
यही वजह थी कि उन्होंने पढ़ाई छोड़ कर काम करने का फैसला किया। मात्र 13 साल की उम्र में अमेंसियो एक ऐसे फैशनेबल दर्जी के यहां नौकरी करने लगे जो अमीर ग्राहकों के लिए कपड़े तैयार करता था। यहीं से अमेंसियो के मन में गारमेंट फैशन के प्रति झुकाव बढ़ा।
कपड़े की दुकान में किया काम
हालांकि अमेंसियो ऑर्टेगा ज्यादा समय तक इस शहर में न रह पाए। 1950 में नए रोजगार की तलाश में उनके परिवार ने ये शहर छोड़ दिया और ए कोरुना चले गए। इस समय अमेंसियो की उम्र 14 साल थी।
यहां उसके पिता को नई नौकरी मिल गई। अमेंसियो ने गारमेंट के काम को नहीं छोड़ा और ए कोरुना में एक स्थानीय गाला शर्ट की दुकान में नौकरी करने लगे।
ये दुकान आज भी उसी स्थान पर मौजूद है जहां ये पहले हुआ करती थी। यही पर अमेंसियो ने एक इतालवी फैशन डिजाइनर के प्रशिक्षण में हाथ से कपड़े सिलना सीखा। कुछ साल बाद अमेंसियो को ला माजा हैबरडशरी में बिक्री सहायक के रूप में नौकरी मिल गई।
यहां उनके भाई और बहन पहले से ही काम कर रहे थे। 60 के दशक में वह शहर की एक दुकान में प्रबंधक बन गए। यहीं उनकी मुलाकात हुई 16 साल की रोसालिया मेरा से, जो बाद में उनकी पत्नी बनीं।
शुरू किया खुद का स्टोर
60 के दशक की शुरुआत में अमेंसियो और उनकी पत्नी ने एक छोटी सी कार्यशाला में बाथिंग क्लॉथ, नाइटगाउन और अंडरवियर बनाने शुरू कर दिए। 1972 तक अमेंसियो ने खुद का गारमेंट बिजनेस शुरू करने का मन बना लिया था। इसके बाद उन्होंने अपने भाई के साथ मिल कर गोआ GOA कारखाने की स्थापित की। अमेंसियो की सोच थी कि वह उच्च गुणवत्ता वाले कपड़े बेचें जिनकी कीमत इतनी हो कि युवा भी उसे खरीद सकें।
जन्म हुआ फेमस ब्रांड ज़ारा का
इसी उद्देश्य के साथ 1975 में अमेंसियो ने ज़ोरबा नाम से एक फैशन स्टोर खोलना चाहा लेकिन उन्हें ये नाम न मिल सका। इसके बाद उन्होंने अपने पहले स्टोर का नाम रखा ज़ारा (Zara) रखा।
आज के समय में ऐसा कोई फैशन लवर नहीं मिलेगा जो जारा जैसे ब्रांड से परिचित न हो। 70 के दशक के अंत से 90 के दशक तक ज़ारा स्टोर पूरे स्पेन में फैल गए।
1985 में अमेंसियो ने इंडिटेक्स Inditex कंपनी की स्थापना करते हुए सभी Zara स्टोर्स को एक नेटवर्क में जोड़ दिया। 1988 में वो वक्त भी आ गया जब एक रेलवे मजदूर के बेटे द्वारा स्थापित ब्रांड अपने देश की सीमाओं को लांघ कर पूरी दुनिया की सिर पर निकल गया।
स्पेन से बाहर पुर्तगाल के पोर्टो में सबसे पहला ज़ारा स्टोर खोला गया। एक साल बाद ज़ारा न्यूयॉर्क में जगह बनाई तथा उसके एक साल बाद ये पेरिस में अपने पैर जमाने लगा।
बने दुनिया के सबसे अमीर शख्स
2016 में ऐसा समय आया जब रेलवे मजदूर का बेटा अमानसियो ऑर्टेगा दुनिया का सबसे अमीर आदमी (Amancio Ortega richest man in the world) बना।
2016 में अमानसियो ऑर्टेगा ने 8 और 9 सितंबर को बिल गेट्स से दुनिया के सबसे अमीर आदमी टैग छीन लिया खुद बने दुनिया के सबसे अमीर शख्स।
2022 में अमेंसियो की नेट वर्थ 58.1 बिलियन डॉलर है। आज वह दुनिया भर में 11 नंबर के सबसे अमीर शख्स हैं।