सरगुजा के जिलों में जम गई ओस, चिल्फी घाटी में बर्फ की चादर
रायपुर। छत्तीसगढ़ में हवा की दिशा बदलने से इस सीजन की पहली बर्फ देखने को मिली। सरगुजा संभाग के अधिकांश जिलों में न्यूनतम तापमान 4 डिग्री से नीचे पहुंच गया है।
इसकी वजह से वहां घना कोहरा छाया है। ओस की बूंदे जम गई हैं। पेण्ड्रा रोड में भी पाला पड़ रहा है। वहीं कवर्धा के चिल्फी घाटी में बर्फ की सफेद चादर बिछ गई है।
मौसम विज्ञान विभाग का कहना है, शनिवार को कोरिया प्रदेश का सबसे ठंडा स्थान रहा। वहां न्यूनतम तापमान 2.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ है। जशपुर में यह 4 डिग्री और सरगुजा में 4.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ है।
बिलासपुर संभाग के जिलों का न्यूनतम तापमान भी 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला गया है। वहीं रायपुर संभाग में बलौदा बाजार का तापमान 7.5 डिग्री सेल्सियस तक गिरा है। रायपुर में पारा 11 डिग्री सेल्सियस तक लुढ़ककर थम गया। दुर्ग में कबीरधाम जिला सबसे ठंडा है।
राजनांदगांव में 10.6 और दुर्ग में 8.6 डिग्री सेल्सियस का न्यूनतम तापमान दर्ज हुआ है। बस्तर संभाग में 8 डिग्री न्यूनतम तापमान के साथ कांकेर सबसे ठंडा है। नारायणपुर में 9.3 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड हुआ है। तापमान में बड़ी गिरावट की वजह से पूरा सरगुजा और बिलासपुर संभाग सुबह घने और मध्यम स्तर के कोहरे की चपेट में आ गया था।
कोरिया, चिल्फी घाटी और जशपुर के कुछ इलाकों में पानी जम गया है। इसकी वजह से लोगों को भी काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। घने कोहरे की वजह से दृश्यता एक दम कम हो गई। इसकी वजह से सुबह सड़कों पर वाहनों की आवाजाही प्रभावित हुई है।
दो दिन ऐसा ही मौसम रहने का अनुमान
मौसम विज्ञानियों का कहना है, बरसात के बाद हवा की दिशा बदली है। उत्तर से आ रही ठंडी हवाओं का प्रभाव बढ़ गया है। इसकी वजह से न्यूनतम तापमान में यह गिरावट हुई है।
तापमान में गिरावट का यह दौर दो दिनों तक रहेगा। इस बीच न्यूनतम तापमान में 4 से 6 डिग्री की गिरावट संभावित है। बस्तर संभाग के जिलों में तो न्यूनतम तापमान 6 डिग्री तक कम हो सकता है।
सरगुजा-बिलासपुर संभाग में अब शीतलहर के हालात
सरगुजा और बिलासपुर संभाग के अधिकांश जिलों में शीतलहर शुरू हाे चुकी है। इसकी वजह से लोगों की दिक्कतें भी बढ़ गई हैं। ठंड से बचने के लिए लोग आग का सहारा ले रहे हैं।
सामान्य तौर पर न्यूनतम तापमान दो डिग्री सेल्सियस होने अथवा सामान्य से 6.5 डिग्री कम होने पर मौसम विभाग शीतलहर की घोषणा करता है।
रायपुर में पांच डिग्री तापमान का रिकॉर्ड
मौसम विभाग के पास मौजूद रिकॉर्ड के मुताबिक रायपुर में जनवरी का न्यूनतम तापमान 5 डिग्री सेल्सियस है। इसे 18 जनवरी 1908 को रिकॉर्ड किया गया था। उसके पहले या उसके बाद कभी इतनी ठंड रिकॉर्ड नहीं हुई है।
जनवरी महीने में रायपुर का सामान्य न्यूनतम तापमान 13.6 डिग्री सेल्सियस रहा है। पिछले 10 सालों में 2019 की जनवरी सबसे ठंडी रही है। उस बार एक जनवरी को न्यूनतम तापमान 13.5 डिग्री दर्ज हुआ था। 2022 में जनवरी का सबसे कम तापमान 14.7 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं 2021 में इसे 16.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था।
ठंड बढ़ी है आपकाे भी रखना होगा ध्यान
राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग का ठंड के मौसम में लोगों को सुरक्षा का ध्यान रखना होगा। शीतलहर के दौरान घर में रहें और कम से कम यात्रा करें। अपने आप को सूखा रखें और कई तह वाले ढीले ऊनी कपड़े अपने, सिर, गला, हाथ और पैरों को ढक कर रखें। अधिक बाहर न घूमें।
डॉक्टरों का कहना है, ठंड में लोगों को ताजा और पौष्टिक भोजन करना चाहिए। साथ ही विटामिन-सी की प्रचुरता वाले फल और सब्जियों का अधिक सेवन करना चाहिए। यह शरीर की प्रतिरोधक क्षमता तथा तापमान को नियंत्रित रखते हैं। नियमित अंतराल पर कुछ गर्म पीते रहें।
शीतलहर के दौरान शरीर के तापमान को कम होने से बचाएं। बच्चों, बूढ़ों और बीमारों के साथ-साथ पड़ोस में अकेले रहने वाले लोगों का विशेष ध्यान रखें। स्थिति बिगड़ने पर तुरंत अस्पताल ले जाएं।
उत्तरी हवा से कड़ाके की ठंड, रायपुर में ठिठुरन:सरगुजा
में शीतलहर, पहाड़ों में पारा 1.5 डिग्री, घना कोहरा भी
बादल छंटते ही छत्तीसगढ़ का अधिकांश हिस्सा उत्तर भारत से आने वाली बर्फीली हवा की चपेट में आ गया है। जशपुर समेत सरगुजा के जंगलों और पहाड़ी इलाकों में पारा 1.5 डिग्री तक उतर गया है। पंडरापाठ में शुक्रवार को न्यूनतम तापमान 1.5 डिग्री दर्ज किया गया। यह प्रदेश में सबसे कम है।
कड़ाके की ठंड और घने कोहरे की वजह से चिल्फी घाट पर जाम लग रहा है और इसका असर बोड़ला तक पहुंच रहा है। मौसम विभाग ने सरगुजा के लिए शनिवार को शीतलहर का यलो अलर्ट जारी कर दिया है। रायपुर और दुर्ग संभाग के अधिकांश हिस्से में ठिठुरन है और तापमान 10 डिग्री से भी नीचे जाने के आसार जताए गए हैं।
राजधानी व प्रदेश के कुछ इलाकों में बुधवार को बारिश हुई थी। इसके बाद ठंड अचानक बढ़ी है। जंगल-पहाड़ ही नहीं, मैदानी इलाकों में भी ठंड बढ़ गई है। जहां तक शहरों की बात है।
मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार शुक्रवार को कोरिया प्रदेश में सबसे ठंडा रहा। वहां न्यूनतम तापमान 4.1 डिग्री रिकार्ड किया गया।
हालांकि जिला प्रशासन के आंकड़ों के अनुसार जशपुर शहर में तापमान 3.5 डिग्री र्दज किया गया है और शीतलहर से वहां जनजीवन बुरी तरह प्रभावित है। सरगुजा के ही अंबिकापुर में तापमान 5.1 तथा बिलासपुर जिले के पेंड्रारोड में न्यूनतम तापमान 6.8 डिग्री पर पहुंच गया है।
रायपुर में आज 10 डिग्री संभव
राजधानी में शुक्रवार को सुबह तापमान 15 डिग्री दर्ज किया गया, जो सामान्य से 2 डिग्री अधिक है। लेकिन मौसम विभाग ने शनिवार को रायपुर का न्यूनतम तापमान 10 डिग्री के आसपास रहने के आसार जताए हैं।
हालांकि रायपुर संभाग में आज शीतलहर की संभावना कम है। दुर्ग संभाग के एक-दो जिलों में शीतलहर की संभावनाएं बनी हुई हैं।
बस्तर में 60 तक कम होगा
मौसम विज्ञानियों के अनुसार बस्तर संभाग में अगले दो दिनों में न्यूनतम तापमान 6 डिग्री तक गिर सकता है। यानी वहां कड़ाके की ठंड पड़ सकती है।
अभी जगदलपुर में न्यूनतम तापमान 16.2 रहा, जो सामान्य से 5 डिग्री अधिक है। 6 डिग्री तापमान गिरने पर न्यूनतम तापमान 10 डिग्री से ऊपर रहेगा, पर शीतलहर की स्थिति नहीं रहेगी।