खरीफ सीजन के लिए किसानों के हित में सक्रिय छत्तीसगढ़ सरकार
रायपुर। चालू खरीफ सीजन में राज्य के किसानों को सरकारी समितियों एवं निजी क्षेत्र के माध्यम से प्रमाणिक बीज उपलब्ध कराए जा रहे हैं। अब तक किसानों को विभिन्न खरीफ फसलों के 9 लाख 40 हजार 597 क्विंटल प्रमाणिक बीज प्रदाय किए जा चुके है, जो कि 9 लाख 52 हजार 788 क्विंटल भण्डारित बीज का 95 प्रतिशत है।
गौरतलब है कि राज्य में खरीफ की विभिन्न फसलों के बीज की कुल मांग 10 लाख 5 हजार क्विंटल के विरूद्ध 9 लाख 52 हजार 788 क्विंटल बीज भण्डारण किया जा चुका है, जो निर्धारित लक्ष्य का 95 प्रतिशत है।
किसानों को अब तक 9 लाख 40 हजार 597 क्विंटल बीज का वितरण किया गया है, जिसमें 8 लाख 68 हजार 433 क्विंटल धान बीज, 39 हजार 190 क्विंटल मक्का, 4624 क्विंटल अरहर, 14836 क्विंटल सोयाबीन तथा 13514 क्विंटल अन्य खरीफ फसलों के बीज का वितरण शामिल है।
किसानों को 11.79 लाख मीट्रिक टन रासायनिक उर्वरक वितरित
खरीफ सीजन के लिए किसानों को विभिन्न प्रकार के रासायनिक उर्वरकों का वितरण जारी है। 19 सितम्बर 2022 की स्थिति में किसानों को सहकारी 11 लाख 79 हजार 143 मीट्रिक टन उर्वरक का वितरण किया जा चुका हैं।
जिसमें 6 लाख 15 हजार 745 मीट्रिक टन यूरिया, 2 लाख 35 हजार 463 मीट्रिक टन डीएपी, 69 हजार 997 मीट्रिक टन एनपीके, 43 हजार 245 मीट्रिक टन पोटाश तथा 2 लाख 14 हजार 693 मीट्रिक टन सुपर फास्फेट शामिल है।
चालू खरीफ सीजन के लिए राज्य में सहकारिता एवं निजी क्षेत्र के माध्यम से किसानों को 14 लाख 12 हजार 35 मीट्रिक टन खाद वितरण का लक्ष्य निर्धारित है, जिसके विरूद्ध 13 लाख 70 हजार 127 मीट्रिक टन का भण्डारण करा लिया गया है, जो कि लक्ष्य का 103 प्रतिशत है।
कृषि विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार मार्कफेड के डबल लाक और समितियों में कुल 8 लाख 45 हजार 104 मीट्रिक टन तथा निजी क्षेत्र के विक्रेताओं के यहां 5 लाख 67 हजार 221 मीट्रिक टन खाद का भण्डारण किया गया है। डबल लाक और सहकारी समितियों में एक लाख 40 हजार 394 तथा निजी विक्रेताओं के यहां 92 हजार 788 मीट्रिक टन इस प्रकार कुल 2 लाख 33 हजार 182 मीट्रिक टन उर्वरक वितरण हेतु उपलब्ध है।
किसानों को अब तक 5368 करोड़ रूपए का कृषि ऋण वितरित
खरीफ सीजन 2022 के लिए 5800 करोड़ रूपए कृषि ऋण के रूप में किसानों को उपलब्ध कराए जाने का लक्ष्य के विरूद्ध 17 सितम्बर स्थिति में 5 हजार 367 करोड़ 88 लाख रूपए का ऋण किसानों को दिया जा चुका है, जो कि निर्धारित लक्ष्य का 92.94 प्रतिशत है। गत वर्ष इसी अवधि में राज्य के किसानों को 4 हजार 570 करोड़ रूपए का ऋण प्रदाय किया गया था।
गौरतलब है कि खरीफ वर्ष 2021 में किसानों को 4 हजार 747 करोड़ 77 लाख रूपए का कृषि ऋण प्रदाय किया गया था। कृषि विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्य में जैविक खाद के उपयोग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किसानों को वर्मी कम्पोस्ट एवं सुपर कम्पोस्ट खाद भी कृषि ऋण के रूप में उपलब्ध कराए जाने की व्यवस्था सहकारी समितियों में की गई है।
अब तक किसानों ने 6 लाख 61 हजार क्विंटल से अधिक वर्मी कम्पोस्ट का उठाव कृषि ऋण के रूप में किया है, जिसकी कुल कीमत 66 करोड़ 12 लाख रूपए से अधिक है।