टेंडर में हिस्सा लिया तीन ट्रैवल कंपनियों ने
रायुपर।कोरोना काल शुरू होने के साथ ही मार्च 2020 में बंद सिटी बसें 32 महीने बाद फिर सितंबर-2022 से दौड़ेंगी। तीन ट्रेवल कंपनियों ने सिटी बसें चलाने में रुचि दिखाते हुए टेंडर में हिस्सा लिया है। 27 जुलाई को टेंडर खोला जाएगा। ठेका लेने वाली कंपनी को 2 करोड़ गाड़ियों की मरम्मत और सर्विसिंग के लिए दिए जाएंगे।
टेंडर फाइनल होने के बाद ठेकेदार को 45 दिनों के भीतर गाड़ियों को सुधारकर सिटी बसों का परिचालन शुरू करना होगा। इस बार जब सिटी बसें शुरू होंगी तो उनके स्टापेज बढ़ाए जाएंगे। कुछ जगह रुट भी बदला जाएगा। निगम अफसरों का टारगेट सितंबर के दूसरे या अंतिम सप्ताह तक सिटी बसें चालू करना है।
तीन साल पहले जब सिटी बसों का परिचालन बंद किया गया था, तब बस स्टैंड पंडरी में था। राज्य के अलग-अलग शहरों और दूसरे राज्यों से आने वाली लंबी दूरी की बसें पंडरी बस स्टैंड आती थीं।
इस वजह से ज्यादातर सिटी बसें पंडरी आती थीं, ताकि बस स्टैंड से शहर के अलग-अलग इलाकों में जाने वालों को सुविधा दी जा सके। अब बस स्टैंड रावांभाठा में शिफ्ट हो चुका है। ऐसी दशा में ज्यादातर सिटी बसें रावांभाठा जाएंगी, वहां से अलग-अलग रुटों में रवाना होगी।
निगम अफसरों के अनुसार रावांभाठा में बस स्टैंड की शिफ्टिंग के बाद वहां से लोगों को शहर आने में खासी दिक्कत हो रही है। यात्रियों के पास आटो और ई रिक्शा के अलावा कोई विकल्प नहीं रहता। अभी सिटी बसें नहीं चल रही हैं, इस वजह से कई बार आटो व ई रिक्शा वाले मनमाने पैसे मांगते हैं। सिटी बसें चालू होने के बाद यात्रियों को कम पैसे में परिवहन का साधन उपलब्ध रहेगा।
40 बसें शहर और 27 आउटर में चलानी होंगी
नया टेंडर फाइनल होने पर जुलाई में वर्कऑर्डर मिलता है तो सितंबर में हर हाल में सिटी बसें शुरू करनी होगी। 40 सिटी बसें शहर और 27 आउटर में चलानी पड़ेगी। इसके लिए रुट मैप तय कर दिया गया है।
ज्यादातर बसें रेलवे स्टेशन, रांवाभाटा बस स्टैंड, पंडरी, लाल गंगा शॉपिंग मॉल, अंबेडकर अस्पताल, नमस्ते चौक देवेंद्रनगर, डीकेएस, एयरपोर्ट, तेलीबांधा चौक व वीआईपी तिराहा सिटी बस का स्टापेज होगा।
इसके अलावा कुछ और जगहों पर स्टापेज बनाया जा रहा है। सिटी बसों की कनेक्टिविटी केवल शहर में ही नहीं बल्कि बलौदाबाजार, नवापारा, कुम्हारी और भिलाई रहेगी। इसलिए इन सभी जगहों से आने-जाने के लिए सिटी बसें फिर से शुरू होंगी। लोग भिलाई से सीधे एयरपोर्ट तक भी जा सकेंगे।
निगम हर महीने लेगा बसों का किराया
टेंडर लेने वाले बस ऑपरेटर को डिपो में खड़ी सभी सिटी बसों की बैट्री और टायर बदलने के साथ ही बसों का बकाया टैक्स, परमिट, फिटनेस और इश्योरेंस भी करवाना होगा। ये सारी कागजी कार्रवाई भी डेढ़ महीने के भीतर ही करनी होगी।
हर महीने बसों का किराया भी निगम को देना होगा। एसी बसों के लिए 3000 और नॉन एसी बसों का 3500 रुपए किराया यातायात सोसायटी के पास जमा करना होगा। हालांकि बसों में जो विज्ञापन लिखाए जाएंगे और उससे जो इंकम होगी वो ऑपरेटर के पास रहेगी।
दस्तावेजों की हो रही जांच
सिटी बसें ऑपरेटर करने के लिए 3 बस ऑपरेटरों ने टेंडर जमा किया है। फिलहाल इन सबके दस्तावेजों की जांच की जा रही है। पूरी कोशिश कि जा रही है कि सितंबर में हर हाल में सिटी बसों का सफर शुरू कर दिया जाए।
मयंक चतुर्वेदी, कमिश्नर नगर निगम
27 जुलाई को खोली जाएगी प्राइस बीड
निगम इसके पहले भी सिटी बसों के संचालन का ठेका देने टेंडर जारी कर चुका है। टेंडर की अंतिम तारीख गुजर गई, लेकिन एक भी बस ऑपरेटर ने सिटी बसें चलाने में रुचि नहीं दिखाई। इस वजह से टेंडर की तारीख आगे बढ़ाकर 20 जुलाई की गई।
इस बार अंतिम तारीख तक 3 बस ऑपरेटरों ने सिटी बसों के संचालन में रुचि दिखाते हुए टेंडर जमा किया। इनमें रायपुर बस सर्विस, मेट्रो ट्रैवल्स और दुर्ग की मनीष ट्रैवल्स शामिल है। फिलहाल इन तीनों बस ऑपरेटर कंपनियों के दस्तावेजों की जांच की जा रही है।
27 जुलाई को इन ऑपरेटरों की प्राइस बीड खोली जाएगी। एल-वन वाली कंपनी को बसों के संचालन की जिम्मेदारी दी जाएगी।