धान बेचने वाले 37,641 किसानों को 295.65 करोड़ रूपए का भुगतान,धान विक्रय के लिए 2497 उपार्जन केन्द्र,टोकन तुंहर हाथ एप के माध्यम से भी जारी किए जा रहे टोकन
रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा प्रदेश में धान खरीदी का महाभियान 01 नवम्बर से प्रारंभ है। यह अभियान 31 जनवरी 2023 तक चलेगा।
बीते सात दिनों में राज्य में किसानों से समर्थन मूल्य पर 1 लाख 10 हजार 196 मीट्रिक टन धान की खरीदी की जा चुकी है।
सोमवार 7 नवम्बर को किसानों से 39 हजार 946 मीट्रिक टन धान की खरीदी की गई। धान के एवज में किसानों को बैंक लिंकिंग व्यवस्था के तहत अब तक 295.65 करोड़ रुपये का भुगतान जारी कर दिया गया है।
खाद्य विभाग सचिव टोपेश्वर वर्मा ने बताया कि धान बेचने वाले किसानों को 16589 टोकन जारी किए गए थे। जिसमें 1857 टोकन तुंहर हाथ एप्प द्वारा जारी किए गए थे।
आगामी दिवस की खरीदी के लिए राज्य में धान उपार्जन के लिए 21,804 टोकन तथा तुंहर हाथ एप के जरिये 2,269 टोकन जारी किए गए हैं। राज्य में धान खरीदी निर्बाध रूप से जारी है। अधिकारी धान की व्यवस्था पर निरंतर निगरानी बनाए हुए हैं।
धान खरीदी को लेकर कहीं से किसी भी प्रकार की शिकायत नहीं मिली है।खाद्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस वर्ष लगभग 110 लाख मीट्रिक धान का उपार्जन अनुमानित है।
समर्थन मूल्य पर धान बेचने के लिए राज्य में 25.92 लाख किसानों का पंजीयन हुआ है, जिसमें लगभग 1.86 लाख नये किसान है। राज्य में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के लिए 2497 उपार्जन केन्द्र बनाए गए हैं।
इस साल किसानों से सामान्य धान 2040 रूपए प्रति क्विंटल तथा ग्रेड-ए धान 2060 रूपए प्रति क्विंटल की दर से खरीदा जा रहा है।