भारत जोड़ो यात्रा में रोज 2 हजार लोगों का खाना,फूड मैनेजमेंट
की जिम्मेदारी 6 टीमों को, 2 फूड वैन हमेशा यात्रा के साथ चल रही
कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा 8 वें दिन केरल के कोल्लम पहुंच गई। ये जगह कन्याकुमारी से करीब 136 किमी दूर है। यात्रा के साथ लगभग दो हजार लोग चल रहे हैं। इनमें 119 भारत यात्री, 200 से ज्यादा अतिथि यात्री, 400 से ज्यादा प्रदेश यात्री और एक हजार से ज्यादा वॉलंटियर हैं।
Thank you, Thiruvananthapuram.
Each day of the Yatra here has given me a deeper insight into the inclusive spirit of Kerala.
Hello, Kollam! pic.twitter.com/SeoOkWwh7V
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 14, 2022
भारत यात्रियों का दिन सुबह 4 बजे से शुरू होता है। 6 बजे सभी को झंडा वंदन में शामिल होना जरूरी है। 7 बजे से यात्रा शुरू हो जाती है। यात्रियों के लिए नाश्ता और खाना बनाने का काम 6 टीमों के जिम्मे है। दो फूड वैन यात्रा के साथ चलती हैं। खाने के लिए किसी स्कूल, कॉलेज, आश्रम या कन्वेंशन सेंटर में रुका जाता है।
दोपहर का खाना रास्ते में, रात का कैंप में
मिलकर भरेंगे जो हुंकार, तब देखो हिलेगी सरकार। #BharatJodoYatra pic.twitter.com/lSQG54A90d
— Bharat Jodo Nyay Yatra (@bharatjodo) September 14, 2022
कांग्रेस के मीडिया इंचार्ज पवन खेड़ा ने बताया कि एक जगह खाना हो जाने के बाद यात्रा के साथ चल रहीं फूड वैन अगले पॉइंट के लिए निकल जाती हैं। दोपहर का खाना रास्ते में और रात का कैंप में होता है।
रात में सभी के लिए खाना नहीं बनता। सिर्फ राहुल गांधी, उनकी सिक्योरिटी में तैनात जवान और 200 से 250 लोगों के लिए ही इंतजाम रहता है। यात्रा में अलग-अलग राज्यों के लोग चल रहे हैं। इसलिए कोई मेन्यू नहीं है। बस ध्यान रखा जाता है कि प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट खाने में जरूर शामिल हो।
फूड मैनेजमेंट में 6 टीमें लगीं
Here is @RahulGandhi marching to the tune of kadam kadam badhaye ja for the whole song in #BharatJodoYatra!
I've added the viral @politics_2019_ edit bit at the start
Hope you guys like it. pic.twitter.com/ivMjSBIySE
— 🇮🇳 𝐃𝐢𝐥 𝐒𝐞 𝐂𝐨𝐧𝐠𝐫𝐞𝐬𝐬𝐢!🤚🏼 (@INCdilse) September 14, 2022
तिरुवनंतपुरम के अटिगल में खाने का मैनेजमेंट देख रहे आशीष किनारेवाड़ा ने बताया कि एक टीम कुछ दूरी पर खाना बनाती है। एक पिकअप वैन में उसे यात्रा के रुकने वाली जगह पर पहुंचाया जाता है। दूसरी टीम वहां खाना खिलाने की तैयारी करती है।
एक दिन काम करने वाली टीम अगले दो दिन आराम करती है। अगले दिन के खाने का इंतजाम दूसरी टीम के जिम्मे आ जाता है। ऐसी 6 टीमें हैं। हर टीम में 30 से 35 लोग हैं। इसी तरह उनका क्रम बदलता रहता है। यही 6 टीमें श्रीनगर तक खाने का काम देखेंगी।
फूड मैनेजमेंट में 100 से ज्यादा लोग जुड़े
Love is a language we all understand. #BharatJodoYatra pic.twitter.com/LlUhWJk3lz
— Bharat Jodo Nyay Yatra (@bharatjodo) September 14, 2022
आशीष ने बताया कि खाने में क्या बनेगा, हमें पहले ही बता दिया जाता है। केरल में कुल 14 जिले हैं। हर जिले में 3 से 4 लोगों की एक कमेटी इसका काम देखती है। कमेटी मेन्यू बनाते समय यह ध्यान रखती है कि नॉर्थ और साउथ इंडिया के लोगों के टेस्ट का ध्यान रखा जाए।
एक जगह पर फूड मैनेजमेंट में 100 से ज्यादा लोग जुड़े हैं। एक दिन में तकरीबन 2000 लोग खाना खाते हैं। सुरक्षा कारणों से राहुल गांधी और दूसरे बड़े नेताओं के लिए अलग से खाना बनता है। राहुल के अलावा सभी नेता आम यात्रियों के साथ खाना खाते हैं।
नहाने के लिए सिर्फ 5 मिनट
उम्र-75 साल
नाम-दिग्विजय सिंह
मौसम-बारिश का
काम-हर दिन राहुल गांधी के साथ भारत जोड़ो यात्रा में 20 किमी चलना,यात्रा का प्रबंधन।
ऊर्जा देखिए… pic.twitter.com/OeY5cgwVjH
— Arun Kumar Singh (@arunsingh4775) September 13, 2022
राहुल के अलावा करीब 146 लोग कंटेनरों में रुकते हैं। उनके लिए 16 मूविंग वॉशरूम हैं। ज्यादातर लोग 4 से 5 बजे के बीच उठते हैं। 6 बजे सभी को झंडा वंदन के लिए पहुंचना होता है। तब तक सभी को तैयार होना पड़ता है। इस हिसाब से एक आदमी को नहाने के लिए लगभग 5 मिनट ही मिलते हैं।
झंडा वंदन में शामिल होना सभी भारत यात्रियों के लिए जरूरी है। लेट होने पर एंट्री नहीं दी जाती। 7 बजे से यात्रा शुरू होती है। इसके लिए 6:30 बजे तक कंटेनर छोड़ देना होता है। यात्रियों के निकलने के बाद कंटेनर लॉक करके अगली लोकेशन पर भेज दिए जाते हैं।
रहने के लिए उम्र के हिसाब से मिले कंटेनर
Today, September 15th is a rest day for the #BharatJodoYatra after 7 gruelling days that covered 150 kms. Bharat Yatris will relax, refresh and review. Morale is high and resolve is indomitable. Tomorrow the Yatra resumes in right earnest. pic.twitter.com/LzcM85flpS
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) September 15, 2022
बिहार से आए श्रीहरि ने बताया कि रहने के लिए बने 60 कंटेनरों को चार तरह से बांटा गया है। शुरू के चार कंटेनर राहुल गांधी और उनके सपोर्ट स्टाफ के लिए है। वहां तक चुनिंदा लोग ही जा सकते हैं। हर कंटनेर में बेड, मोबाइल चार्जिंग पॉइंट, विंडो AC और लाइट लगी हैं। बेड के नीचे सामान रखने के लिए 3 x 3 की कैबिनेट बनी है।
40 साल से ज्यादा उम्र वालों के लिए चार बेड वाले कंटेनर हैं। महिलाओं के लिए भी चार बेड वाले कंटेनर हैं। कुछ में अटैच वॉशरूम भी हैं। 6 बेड वाले कंटेनर में 30 से 40 साल के लोगों को रखा गया है।
12 बेड वाले कंटेनर में 30 से कम उम्र के लोग हैं। उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से आए शाहनवाज आलम ने बताया कि कंटेनर में ऐसा अरेंजमेंट है कि सभी यात्री अलग-अलग राज्यों के हों।
आज कुछ आराम मिलेगा पदयात्रियों को
कोल्लम से दीपक असीम
यह केरल है, गोबर पट्टी नहीं। यहां गौरी लंकेश, दाभोलकर पानसरे और कलबुर्गी को मारा नहीं जाता बल्कि उन्हें मारने का विरोध किया जाता है। कल शाम राहुल गांधी की पदयात्रा के समापन स्थल पर नुक्कड़ नाटक किया जा रहा था। नाटक रिकार्डेड था और पात्र बस होंठ हिला रहे थे।
जो लोग पहले दिन भर में ₹500 कमाते थे, वो अब ₹300 कमा रहे हैं, इस कमरतोड़ महंगाई में बच्चों की शिक्षा और परिवार चलाना मुश्किल हो रहा है।
इन कठिन परिस्थितियों में, मैं अपने ऑटो चालक भाइयों के साथ खड़ा हूं और महंगाई के खिलाफ़ आवाज़ उठाता रहूंगा। pic.twitter.com/iJRYqxl9zm
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 14, 2022
मगर अभिनय अच्छा था। नाटक मलयालम में था। उसमें गौरी लंकेश, पानसरे, दाभोलकर, कलबुर्गी के नाम थे। इनकी हत्या पर रोष था। दक्षिणपंथ के खिलाफ गम और गुस्से का इजहार था। देख कर संतोष हुआ कि देश में कोई जगह ऐसी भी है जहां दक्षिणपंथी हत्यारों की मुखालफत करने पर यूएपीए नहीं लगती, घरों पर बुलडोजर नहीं चलते।
तालियों के बीच राहुल का भाषण हो रहा
भारत जोड़ो पदयात्रा शाम को जहां रुकती है वहां एक सभा होती है। सभा में मुख्य वक्ता राहुल होते हैं। यह उनकी ग्रूमिंग चल रही है। त्रिवेंद्रम में जितना बोले उससे ज्यादा देर कल कोल्लम में बोले। तालियां भी कई बार बजी। बस ऐसे ही यात्रा पूरी होते होते राहुल तालीलूट भाषण देना भी सीख जाएंगे। धन्यवाद दिग्विजय सिंह। राहुल थके हुए थे।
यहां समुद्र तटीय शहरों में गर्मी के साथ उमस भी बहुत होती है। चेहरा क्लांत था मगर संतोष का भाव भी था। क्लांति की एक वजह गोवा के 8 विधायकों का कांग्रेस छोड़ना भी हो सकता है। उन्हें कोई शिगूफा 8 विधायकों की रवानगी पर भी छोड़ देना था। गोदी मीडिया यात्रा तो दिखा नहीं रहा विधायकों पर कुछ बोलते तो झक मार कर दिखाता। धीरे-धीरे उन्हें गोदी मीडिया से कवरेज लेना भी आ जाएगा।
स्कूली बच्चों के बीच पहुंचे राहुल
बुधवार 14 सितंबर को दोपहर राहुल स्कूली बच्चों के एक समारोह में गए। सुबह पदयात्रा के लिए उन्होंने क्रीम कलर की ट्राउजर और टीशर्ट पहनी थी। चाहते तो इन्हीं कपड़ों में स्कूल जा सकते थे। मगर उन्होंने स्कूली बच्चों के इस समारोह को भी पूरा सम्मान दिया और फॉर्मल ड्रेस, कुर्ता पजामा पहन कर गए।
नादीदा इंसान दिन में दस बार कपड़े बदलने के बावजूद भोंडा और सतही लगता है। पढ़ा लिखा खानदानी शरीफ आदमी सस्ते से सफेद कुर्ते पजामे में जचता है। ड्रेस से ज्यादा जरूरी होता है ड्रेसिंग सेंस। कब कहां क्या पहनना है, इसकी तमीज जरूरी है।
मानव श्रृंखला राहुल को मंच तक लाने
शाम को जब पदयात्रा के दूसरे चरण के लिए निकले तो फिर क्रीम कलर के ट्राउजर और टीशर्ट में थे। पदयात्रा की संध्या सभा में करीब 10,000 लोग थे। पदयात्रियों के सम्मान में और राहुल को मंच तक लाने के लिए जो मानव श्रृंखला बनाई गई थी वह एक किलोमीटर से कुछ ज्यादा ही लंबी रही होगी।
यहां कोल्लम में यात्रा 1 दिन विश्राम करेगी। यानी 15 सितंबर को भारत यात्रियों को 1 दिन की छुट्टी। सब आसपास के बाजारों में घूम फिर लेंगे। मतलब की चीजें खरीद लेंगे। मन का कुछ खा लेंगे।
7 दिनों से बेचारे इतने कड़े अनुशासन में हैं और इतना चल रहे हैं की एक दिन की छुट्टी जरूरी थी। यहां से यात्रा 16 को आगे बढ़ेगी। राहुल दिल्ली जाने वाले थे सोनिया जी से मिलने पर अब नहीं जा रहे। फोन पर बात हो गई होगी।