भारत की साइबर सुरक्षा हेतु तैयारी, डेटा संरक्षण और साइबर स्पेस
में “मेड इन इंडिया” की तकनीकी क्षमताओं पर रखी अपनी बात
भिलाई। भिलाई के सिद्धांत दाश ने हाल ही में भारत सरकार के शिक्षा मंत्री और कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से मुलाकात की और भारत के डिजिटल तैयारी एवं साइबर सुरक्षा की जरूरतों पर विशेष चर्चा की।Bhilai’s Siddhant shares his perspective on cyber security preparation with Education Minister Pradhan
इस चर्चा के दौरान, कैसे भारत आने वाली डिजिटल क्रांति और इसके परिणामस्वरूप साइबर सुरक्षा के लिए अपने तकनीकी बुनियादी ढांचे के लचीलेपन को सुनिश्चित करने के लिए खुद को तैयार कर सकता है। इन विषयों पर केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान एवं सिद्धांत दाश के मध्य सारगर्भित विचार विमर्श किया गया|
इसमें भारत की साइबर सुरक्षा हेतु तैयारी, डेटा संरक्षण और साइबर स्पेस में “मेड इन इंडिया” की तकनीकी क्षमताओं पर दिलचस्प और व्यापक चर्चा शामिल थी।
उन्होंने हाल ही में एम्स साइबर सुरक्षा हमले और भविष्य में इस तरह के हमलों को रोकने के लिए भारत को जिन प्रणालियों की आवश्यकता है,उन पर भी चर्चा की। प्रधान इससे बेहद प्रभावित हुए और उन्होंने फौरन ट्विटर और फेसबुक पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि सिद्धांत उन क्षेत्रों पर एक सिफारिश तैयार करें जिसमें भारत की साइबर सुरक्षा और अधिक समृद्ध हो सके।
सिद्धांत दाश वर्तमान में संयुक्त राज्य अमेरिका में एक प्रमुख साइबर सुरक्षा कंपनी आर्मरब्लॉक्स में एक उत्पाद प्रबंधक के रूप में काम कर रहे है जो की यूएसए के सैन फ्रांसिस्को में स्थित है। सिद्धांत दाश डीपीएस भिलाई के पूर्व छात्र है।
वे आईआईआईटी, नया रायपुर के पहले बैच के स्नातक हैं और यूएसए के प्रतिष्ठित आइवी लीग, कॉर्नेल यूनिवर्सिटी से मास्टर्स की डिग्री प्राप्त की है। वर्तमान में उनके शोध में इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी), ईमेल सुरक्षा और साइबर सुरक्षा शामिल है। इससे पूर्व, वे प्रतिष्ठित नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ़ सिंगापुर (एनयूएस) से जुड़े थे, जहाँ उन्होंने अत्याधुनिक साइबर सुरक्षा समाधान विकसित किए हैं।
उन्होंने शीर्ष स्तरीय सम्मेलनों और आईईईई जैसे पत्रिकाओं में शोध पत्र लिखे हैं और वे एक सिंगापुर पेटेंट के धारक भी हैं। विदित हो कि सिद्धांत, सेल- भिलाई इस्पात संयंत्र के मुख्य चिकित्सालय जेएलएन अस्पताल, सेक्टर-9 में कार्यरत डॉ त्रिनाथ दाश (अतिरिक्त सीएमओ-श्वसन चिकित्सा) और डॉ संबिता पंडा (अतिरिक्त सीएमओ और एचओडी बाल रोग) के सुपुत्र हैं।