रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गुरुवार 19 मई को सुकमा में लगभग 113 करोड़ 77 लाख रूपए की लागत के 67 कार्यो का लोकार्पण और शिलान्यास किया।
इन कार्यो में से लगभग 35 करो़ 66 लाख रुपए से अधिक लागत के 22 कार्य का लोकार्पण और 78 करोड़ 11 लाख रुपए से अधिक लागत के 45 कार्यों का शिलान्यास किया गया।
इस अवसर पर उद्योग मंत्री कवासी लखमा, लोकसभा सांसद दीपक बैज और मुख्य सचिव अमिताभ जैन भी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री बघेल 18 मई को कोंटा विधानसभा क्षेत्र के भ्रमण के बाद सुकमा पहुंचे थे, जहां उन्होंने रात्रि विश्राम किया था।
पूर्व सांसद शाह के घर पहुंचे भूपेश
चखा स्थानीय फलों का जायका

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गुरुवार 19 मई को बीजापुर विधानसभा क्षेत्र के कुटरू में भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के दौरान पूर्व सांसद स्वर्गीय दृगपाल शाह के घर पहुंचकर उनके परिजनों से मुलाकात की।
स्वर्गीय दृगपाल शाह कुटरू और भोपालपट्टनम के बड़े जमींदार थे। उनका भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के साथ उठना-बैठना भी था। कुटरू का जमींदार परिवार सार्वजनिक जीवन में काफी सक्रिय रहा।
मुख्यमंत्री ने उनके यहां शिकार के लिए उपयोग होने वाली पुरानी विंटेज कार भी देखी।
बघेल ने उनके परिजनों से कहा कि आपसे मिलकर बहुत अच्छा लगा। स्वर्गीय दृगपाल शाह के नये पीढ़ी की बेटियां उद्यमशील हैं। एक बिटिया खेती में, एक एयरहोस्टेस और एक कॉलेज में है। मुख्यमंत्री ने कहा बहुत बढ़िया।
मुख्यमंत्री ने परिजनों से स्वर्गीय दृगपाल शाह के पंडित नेहरू से जुड़े संस्मरण सुने। बघेल ने यहां जंगल के फलों का जायका लिया। इसमें ताड़ कांदा, रोस्टेड महुआ, तिल्ली महुआ शामिल था।
मुख्यमंत्री ने परिजनों से कहा कि तेंदू मैंने सरगुजा में खूब खाया, इनका स्वाद भी शानदार है। स्वर्गीय दृगपाल शाह के परिजनों ने कहा यहां का देशी चीकू भी शानदार है।
जनता पार्टी से थे सांसद

वेबसाइट में उपलब्ध जानकारी के अनुसार दृगपाल शाह वर्ष 1977 के चुनाव में बस्तर अनुसूचित जनजाति आरक्षित सीट से विजयी हुए थे। वहीं 1967-1972 तक वह मध्यप्रदेश विधानसभा के सदस्य भी रहे।