कहा जाता है कि कड़ी मेहनत और ईमानदारी से कुछ भी हासिल किया जा सकता है, एक ऐसा बिजनेसमैन जिसके पास इतने भी पैसे नहीं थे की एक बेड पर सो सके, कई राते रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म पर सो कर गुजारनी पड़ी. लेकिन आज इनके पास 35000 Crore का बिज़नेस है. दुनिया के माने जाने Forbes 100 के लिस्ट में शामिल किया गया है. ये व्यक्ति कोई और नहीं बल्कि है Satyanarayan Nuwal जो की इंडिया के एक सक्सेसफुल बिजनेसमैन है.
Satyanarayan Nuwal के सक्सेस के पीछे एक दर्दनाक स्टोरी है जो की आपको भी Inspire करेगा, मोटीवेट करेगा और रुलाएगा भी, कैसे एक 18 साल के नवयुवक ने सक्सेसफुल बिजनेसमैन बनने का सपना देखा और आज 35000 करोड़ की कंपनी बना लिया
नुवाल ₹35,800 करोड़ (बाजार पूंजीकरण) वाली सोलर इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष हैं. जो नागपुर मुख्यालय वाली औद्योगिक विस्फोटक और गोला-बारूद निर्माता है. जिसकी स्थापना उन्होंने 1995 में की थी। कंपनी की उपस्थिति 65 देशों में है और यह औद्योगिक विस्फोटक और विस्फोटक का सबसे बड़ा निर्माता है. आज भारत में सिस्टम की शुरुआत,
Satyanarayan Nuwal की बिज़नेस स्टोरी
इनके बिज़नेस करियर की शुरुआत एक फेलियर से हुआ, शायद इसी वजह से इनके लाइफ में एक बड़ा परिवर्तन आया और इन्होने एक बड़ा बिज़नेस खड़ा कर दिया। इन्होने 18 साल की उम्र में एक केमिकल बिज़नेस शुरू किया जो बुरी तरह से फ़ैल हो गया और इसकी वजह से इन्हे बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ा और इसमें से एक सबसे बड़ी परेशानी थी.
इनके पास जो कुछ जमा पूंजी थी वो सब इस बिज़नेस में लगा दिया और इसके फ़ैल होने के बाद ये तू गए, लेकिन इनका बिजनेसमैन बनाने का जूनून बना रहा. 90s में ये चंद्रनगर आ गए अपनी किश्मत आजमाने और उस समय इनके पास बेसिक खर्चे के भी पैसे नहीं होते थे. किसी तरह इधर-उधर काम करके खाने का तो इंतज़ाम हो जाता था. लेकिन सोने का फिर भी कोई जगह नहीं मिला.
इसलिए कई दिनों तक चंद्रनगर के रेलवे प्लेटफार्म पर इन्होने सोकर रात गुजारी और यही फेलियर इनके सफलता का सबसे बड़ा कारण बना, 1995 में इन्होने एक सोलर बिज़नेस शुरू किया नागपुर में
जो की धीरे धीरे सफलता की सीढ़ी चढाने लगे और कुछ समय में इंडिया में ये सोलर बिज़नेस में टॉप 10 की लिस्ट में आ गए और आज के समय में 65 से ज्यादा देशो में ये सोलर के प्रोडक्ट एक्सपोर्ट करते है. आज के समय इनके बिज़नेस का टोटल वैल्यू है 35 हज़ार करोड़ रुपए और इनको 70 की उम्र में फोर्बेस के लिस्ट में शामिल किया गया है.
सफलता से ज्यादा संघर्ष की गूंज होती है. भारतीय उद्योगपति सत्यनारायण नुवाल (Satyanarayan Nuwal) की सफलता को आज सभी जानते हैं, लेकिन उनका संघर्ष इससे कहीं ज्यादा बड़ा है. परिवार की दिक्कतों की वजह से नुवाल को सिर्फ 10वीं तक पढ़ाई का मौका मिला और 19 साल की उम्र में शादी के बाद तो जैसे जिम्मेदारियों का पूरा बोझ आ गया. उन्हें स्टेशन तक पर रात गुजारनी पड़ी, लेकिन खराब हालात में भी उन्होंने सफलता प्राप्त कर ही ली.
सत्यनारायण नुवाल का नाम बहुत कम लोगों ने ही सुना होगा लेकिन इनकी सादगी के किस्से जान हर कोई हैरान हो जाता है. सत्यनारायण नुवाल एक ऐसी शख्सियत हैं, जिन्होंने अपनी मेहनत से अपना बिज़नेस एम्पायर खड़ा किया है. वे आमतौर पर हिंदी में बोलना पसंद करते हैं. उन्होंने घर की जिम्मेदारियों के चलते 10वीं कक्षा के बाद स्कूल छोड़ दिया था पर आज नुवाल 36 हजार करोड़ की कंपनी के मालिक हैं.