हाथरस: उत्तर प्रदेश के हाथरस के सत्संग में मची भगदड़ के बाद से चर्चा में आए भोले बाबा (सूरजपाल) को लेकर रोजाना चौंका देने वाले खुलासे हो रहे हैं। पहले जहां बाबा पर आश्रम में काम कर चुके चश्मदीद ने लड़कियों को रखने और शराब पीने का आरोप लगाया था तो वहीं अब पेपर लीक से भी बाबा के तार जुड़े होने की बात सामने आई है।
पुलिस द्वारा किए गए जांच में सामने आई जानकारी के मुताबिक, भोले बाबा का राजस्थान के दौसा जिले में एक पटवारी के घर अस्थायी निवास था। ये वही पटवारी है जिसे कुछ महीने पहले JEAN भर्ती परीक्षा 2020 के पेपर लीक का आरोपी माना गया है। इस पटवारी का नाम हर्षवर्धन मीणा है। हर्षवर्धन अभी SOG की गिरफ्त में है तब से ही ये घर सील है। बता दें कि भोले बाबा दौसा में हर्षवर्धन के घर पर अपना दरबार लगाते थे। राजस्थान पुलिस की जांच में पता चला कि ये वही घर था जहां से पेपर लीक का रैकेट भी चलाया जा रहा था।
दौसा में स्थानीय लोगों का कहना है कि जब से पेपर लीक मामले में हर्षवर्धन की गिरफ्तारी हुई है तब से बाबा ने यहां दरबार लगाना छोड़ दिया है और वो फरार हो गए हैं। ऐसे में कहा जा रहा है कि पेपर लीक में भी भोले बाबा की मिली भगत हो सकती है। अब राजस्थान पुलिस इस नए एंगल से जांच कर रही है। हैरानी की बात ये है कि जिस घर में बाबा दरबार लगाते थे वहां सत्संग में किसी स्थानीय लोगों की एंट्री नहीं होती थी। केवल दूसरे जगहों से बाहर के आने वालों को ही एंट्री दी जाती थी।
भोले बाबा यानी विश्व साकार हरि भोले बाबा के प्रति उनके अनुयायियों में अटूट आस्था है। कई भक्त तो ये तक कहते हैं कि बाबा के बहादुर नगर वाले आश्रम में लगे हैंड पंप से पानी की जगह अमृत निकलता है। इस पानी को पीने से डेंगू जैसी बीमारियां भी दूर हो जाती है। इतना ही नहीं भक्त इस हैंडपंप से पानी भरकर भी घर ले जाते हैं। बाबा के प्रति भक्तों की ऐसी दीवानगी है कि उन्होंने आश्रम के लिए बाबा को अपनी जमीन तक दे दी है। बता दें कि हाथरस में भोले बाबा के सत्संग में हुई भगदड़ में अब तक 121 लोगों की मौत हो गई है। दर्जनों लोग घायल है। वहीं, कुछ लोग उन्हें भगवान कृष्ण का अवतार भी बता रहे हैं।