छत्तीसगढ़ भाजपा ने रायपुर दक्षिण विधानसभा उपचुनाव के लिए चार दावेदारों के नाम तय कर हाईकमान के पास दिल्ली भेज दिया है। बीजेपी के इंटर्नल सर्वे में जो नाम सामने आए हैं उनमें संजय श्रीवास्तव, सुभाष तिवारी, केदार गुप्ता और सुनील सोनी है। इनमें बृजमोहन की पसंद पर मुहर लग सकती है।
वहीं कांग्रेस से मेयर एजाज ढेबर, पूर्व महापौर प्रमोद दुबे, कांग्रेस के महामंत्री कन्हैया अग्रवाल, सन्नी अग्रवाल, सतनाम पनाग और सुमीत दास के नामों की चर्चा है।
आधिकारिक रूप से किसी ने अब तक लिखित में आवेदन नहीं किया है। पिछले चुनाव में कांग्रेस ने दक्षिण से दूधाधारी मठ के संचालक महंत रामसुंदर दास को मैदान में उतारा था।
बृजमोहन की पसंद सोनी
संगठन सूत्रों के मुताबिक बृजमोहन अग्रवाल के पसंदीदा कैंडिडेट सुनील सोनी हैं। हाल ही में तिरंगा यात्रा निकाली गई तो बृजमोहन अग्रवाल ने अपनी गाड़ी में सुनील सोनी को साथ ही रखा। इसे भी लोग सुनील सोनी की दावेदारी से जोड़कर चर्चा कर रहे हैं।
बृजमोहन की पसंद को मिल सकता है मौका
वरिष्ठ पत्रकार सुनील कुमार के मुताबिक बृजमोहन अग्रवाल विधानसभा चुनाव में बड़ी लीड से विजयी हुए थे। इसलिए उप चुनाव में बृजमोहन अग्रवाल की पसंद को पार्टी मौका दे सकती है। भाजपा बृजमोहन से पूछ सकती है कि हम दक्षिण से किसे उम्मीदवार बनाएं।
बीजेपी ने दो प्रभारी बनाए
भाजपा ने संगठन के नेता शिवरतन शर्मा और श्याम बिहारी जायसवाल को उप चुनाव का प्रभारी बनाया है। वहीं कांग्रेस ने अब तक ऐसी कोई नियुक्ति नहीं की है।
कब होगा उप चुनाव
दिसंबर के आस-पास छत्तीसगढ़ में नगरी निकाय के चुनाव हो सकते हैं। माना जा रहा है कि इसी दौरान रायपुर दक्षिण विधानसभा में भी उपचुनाव हो जाए। हालांकि इसकी आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है।
अगस्त के आखिर में उप चुनाव का ऐलान हो सकता है। चर्चा यह भी है कि महाराष्ट्र, झारखंड जैसे पड़ोसी राज्यों में विधानसभा चुनाव होने को हैं इसी बीच रायपुर में उपचुनाव होगा।
सभी वार्डों में प्रभारी बनाएगी कांग्रेस
साल के अंत में होने वाले इस चुनाव को लेकर कांग्रेस ने लगभग अपनी रणनीति तय कर ली है। यहां पार्टी वार्डों पर प्रभारी बनाने की तैयारी कर रही है, ये प्रभारी पूरी रिपोर्ट पीसीसी को देंगे। इसके अलावा कांग्रेस जल्द बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं को सक्रिय करने में जुटी हुई है।
कांग्रेस को चर्चित चेहरे की तलाश
कांग्रेस ने 2023 के विधानसभा चुनाव में धार्मिक समीकरणों और मठ के प्रभाव को देखते हुए महंत राम सुंदर दास को मैदान में उतारा था। कांग्रेस पर ये दांव उल्टा पड़ा और शिष्य (बृजमोहन अग्रवाल) के सामने गुरु (राम सुंदर दास) को सबसे अधिक मतों के अंतर से हार का सामना करना पड़ा था।
पार्टी इस बार ये गलती दोहराने के मूड में नहीं है, क्षेत्र में सक्रिय, स्थानीय चेहरा, सामाजिक समीकरणों को ध्यान में रखते हुए इस बार मौका दिया जाएगा।
प्रमोद-कन्हैया सबसे ज्यादा चर्चा में
दक्षिण सीट से कांग्रेस के लगभग दर्जन भर नेता दावेदारी कर रहे हैं लेकिन प्रत्याशी के लिए दो नाम प्रमोद दुबे और कन्हैया अग्रवाल की चर्चा सबसे ज्यादा है।
हालांकि आने वाले दिनों में कांग्रेस उपचुनाव को लेकर कुछ और बैठकें करने वाली है, जिसके बाद प्रत्याशी को लेकर कांग्रेस की प्राथमिकताओं की तस्वीर और साफ होगी।