राज्य में दो बड़े पर्व के दौरान अलग रंग में दिखे
मुख्यमंत्री, ईदगाह में गले मिल दी मुबारकबाद
रायपुर। मंगलवार को छत्तीसगढ़ राज्य में मिट्टी से जुड़े त्यौहार अक्ती (अक्षय तृतीया) और महीने भर के रोजे के बाद मुस्लिम समुदाय के सबसे बड़े त्यौहार ईद के मौके पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल खास तौर पर शामिल हुए।
मुख्यमंत्री ने अक्ती पर जहां राज्य स्तरीय माटी पूजन महाअभियान की शुरूआत की वहीं ईदगाह पहुंच कर उन्होंने मुस्लिम भाईयों से गले मिलकर ईद की मुबारकबाद दी और बच्चों का मुंह मीठा करवाया।
पूजा कर की प्रदेश वासियों के सुख समृद्धि की कामना
अक्ती पर्व के शुभ अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के खेत में ठाकुरदेवता की पूजा अर्चना कर खेती-किसानी के नये कामों की शुरुआत की और प्रदेशवासियों की सुख समृद्धि की कामना की। मुख्यमंत्री ने यहां खेत में हल और ट्रेक्टर चलाकर बीजों का रोपण भी किया। उन्होंने माटी पूजन के दौरान सबसे पहले कोठी से अन्न लेकर ठाकुर देव को अर्पित किया।
यहाँ परम्परागत तौर पर उन्होंने अन्न दोना को बैगा को सौंपा। इस अन्न को ठाकुर देव के सामने रखकर अन्न पूजा की क्रिया सम्पन्न की गई। इस अन्न दोने से बीजहा लेकर खेत में बीजारोपण किया जाएगा। खेत में हल और ट्रेक्टर चलाकर बीजों का रोपण भी किया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस दौरान छत्तीसगढ़ में माटी पूजन महाभियान की शुरुआत की। इसके अंतर्गत राज्य में जैविक खेती को बढ़ावा दिया जाएगा।
नवीन भवन और जैविक दूध उत्पादन डेयरी का लोकार्पण
मंगलवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 6.23 करोड़ रूपये की लागत से तैयार किए गए कृषि अभियांत्रिकी और प्रौद्योगिकी महाविद्यालय के नवीन भवन और जैविक दूध उत्पादन हेतु डेयरी का लोकार्पण किया।
सटीक मौसम पूर्वानुमान के लिए डॉप्लर तकनीक का शिलान्यास
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने सटीक मौसम पूर्वानुमान के लिए डॉप्लर तकनीक का शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कृषि विश्वविद्यालय की ओर से विकसित किए गए कृषि रोजग़ार मोबाइल एप्लिकेशन का लोकार्पण किया।
हम धरती माता की सेवा करेंगे तो धरती माता भी हमारा ध्यान रखेंगी।
इस दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि यह समय खेती के लिए सबसे ज्यादा अनुकूल समय होता है। कीड़े और बाकी जीवन जिसने फसलों को हानि हो सकती है, मर जाते हैं। खेत की जमीन को किसान बड़ी मेहनत से बनाते हैं। कृषि की जमीन का ध्यान किसान अपने बच्चे की तरह रखता है, वैसे ही जैसे पैदा होने के बाद बच्चे का ध्यान रखा जाता है।
गोबर खरीदा अब गौमूत्र भी खरीदेंगे
मुख्यमंत्री ने इस दौरान कहा कि 68 लाख क्विंटल गोबर हमने खरीदा, अब हम गौमूत्र भी खरीदेंगे। जैविक खेती प्रकृति, धरती माता और पशुधन की सेवा है, जो मानव समाज को भी सुरक्षित रखेगी। आज पूरी दुनिया ग्लोबल वार्मिंग से चिंतित है, मैं पूरी दुनिया से कहना चाहता हूं कि हमने इससे निपटने की तैयारी शुरू कर दी है।
इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय की स्थापना 1987 में हुई थी. आज 35 साल में लगभग 110 तरह के बीज हमारे विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने तैयार किए हैं. लेकिन उससे भी बड़ी बात है कि हमारे छत्तीसगढ़ के किसानों ने 23 हज़ार कि़स्म के बीज तैयार किया है, यह बताता कि हमारे किसान भी वैज्ञानिक सोच रखते थे।
ईदगाह भाठा दरगाह में पहुंचे मुख्यमंत्री, दी मुबारकबाद
ईदुल फितर पर रायपुर लाखे नगर स्थित ईदगाहभाठा दरगाह में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पहुंचे। जहां उन्होंने मुस्लिम भाईयों को गले मिलकर ईद की मुबारकबाद दी और बच्चों को तोहफे के रुप में चॉकलेट बांटी।
ईद पर सबसे पहली नमाज बैजनाथपारा स्थित मदरसा में पढ़ी गई। नमाज पढ़कर परिवार, समाज, प्रदेश, देशवासियों की खुशहाली और अमन चैन की दुआ मांगी गई। इसके बाद एक दूसरे से गले मिलकर ईद की मुबारकबाद दी। मदरसा में नमाज के बाद हर 15 से 30 मिनट के बीच राजधानी की अलग अलग मस्जिदों में नमाज अदा की गई।
मुख्य नमाज लाखेनगर स्थित ईदगाहभाठा मस्जिद मैदान में पढ़ी गई जहां प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी पहुंचे और वहां मुस्लिम भाइयों से गले मिलकर ईद की मुबारकबाद दी। यहां एक साथ हजारों लोगों ने नमाज पढ़कर अमन और चैन की दुआ मांगी। मस्जिद से बाहर आकर जरूरतमंदों और बच्चों को ईदी के रूप में रुपये दिए। इस दौरान महापौर एजाज ढेबर, संसदीय सचिव व क्षेत्रीय विधायक विकास उपाध्याय और छत्तीसगढ़ हाउसिंग बोर्ड के चेयरमैन कुलदीप जुनेजा मौजूद थे।