UGC NET Exam. राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (NTA) द्वारा आयोजित यूजीसी-नेट परीक्षा काे शिक्षा मंत्रालय ने रद्द कर दिया है. मंत्रालय का कहना है कि धांधली की सूचना मिलने पर यह फैसला किया गया. इसको लेकर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भाजपा पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि भाजपा राज में पेपर माफिया हर एग्जाम में धांधली कर रहा है.
अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया पर लिखा, ‘और अब गड़बड़ी की खबर के बाद UGC- NET की परीक्षा भी रद्द कर दी गयी है. भाजपा के राज में पेपर माफिया एक के बाद एक, हर एग्जाम में धांधली कर रहा है. ये देश के खिलाफ किसी की बड़ी साजिश भी हो सकती है. गहरी बात समझिए- पुलिस भर्ती की परीक्षा का पेपर लीक होगा तो कानून-व्यवस्था नहीं सुधरेगी. जिससे देश-प्रदेश में अशांति और अस्थिरता बनी रहेगी.’
… और अब गड़बड़ी की ख़बर के बाद UGC- NET की परीक्षा भी रद्द कर दी गयी है। भाजपा के राज में पेपर माफ़िया एक के बाद एक, हर एग्ज़ाम में धांधली कर रहा है। ये देश के ख़िलाफ़ किसी की बड़ी साज़िश भी हो सकती है।
गहरी बात समझिए:
– पुलिस भर्ती की परीक्षा का पेपर लीक होगा तो…
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) June 20, 2024
सपा प्रमुख ने लिखा कि NEET की परीक्षा में घपला होगा तो ईमानदार लोग डॉक्टर नहीं बन पाएंगे और देश के लोगों के इलाज के लिए भविष्य में डॉक्टरों की कमी और बढ़ जाएगी और बेईमान लोग, जनता के जीवन के लिए ख़तरा बन जाएंगे. UGC-NET परीक्षा न होने से, पहले से शिक्षकों की जो कमी चली आ रही है, उसमें और भी ज़्यादा इज़ाफ़ा होगा. शिक्षकों की कमी से देश के मानसिक विकास में बाधा उत्पन्न होगी, जो कालांतर में देश के लिए बेहद घातक साबित होगी.
उन्होंने लिखा कि इन सबसे प्रशासन के साथ-साथ स्वास्थ्य और शिक्षा व्यवस्था चौपट हो जाएगी. ये हमारे देश के शासन-प्रशासन व देश के मानव संसाधन के विरूद्ध कोई बहुत बड़ा षड्यंत्र भी हो सकता है, जिसके दूरगामी नकारात्मक परिणाम निकलेंगे. इसीलिए कोर्ट की निगरानी में इसकी कठोर जाँच हो और दोषियों को कठोरतम सज़ा दी जाए, और कोई भी अपराधी छोड़ा न जाए, फिर वो चाहे कितना भी बड़ा क्यों न हो या फिर उसके सिर पर सत्ता का हाथ ही क्यों न हो.
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने लिखा कि लोग कह रहे हैं जो भ्रष्ट लोग कोरोना के वैक्सीन में चुनावी चंदे के नाम पर पीछे से करोड़ों रूपये खा सकते हैं, वो भला परीक्षा-प्रणाली को क्या छोड़ेंगे.