रायपुर. छत्तीसगढ़ कांग्रेस में जल्द नई कार्यकारिणी का गठन होने वाला है. इसके लिए प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट ने प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज को निर्देश दिए दिए हैं. कांग्रेस संगठन में नए चेहरों को मौका दिया जाएगा. इस मामले में दीपक बैज ने कहा, सभी वरिष्ठ नेताओं का आशीर्वाद मिला है. जल्द ही नई नियुक्तियां की जाएगी.
कांग्रेस संगठन में बदलाव को लेकर दीपक ने कहा, बैठकों में सचिन पायलट ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं. जहां बदलाव की आवश्यकता हो, वहां जरूर किया जाएगा. ब्लॉक, जिला से लेकर प्रदेश में जहां निष्क्रिय पदाधिकारी हैं वहां नए कार्यकर्ता को मौका देंगे. यह स्पष्ट रूप से प्रभारी सचिन पायलट ने कहा है. निश्चित रूप से आने वाले समय में इसे लेकर काम करेंगे.
जहां कमजोर परफॉर्मेंस है, वहां नए लोगों को मौका देंगे.
सभी बड़े नेताओं का मिल रहा सहयोग : PCC चीफ
दीपक बैज ने अपने काम को लेकर कहा, मैं हाई कमान के आदेश पर काम कर रहा हूं. मौका मिलेगा तो आगे भी हाई कमान के आदेश से काम करूंगा. फ्री हैंड देने के सवाल पर बैज ने कहा, हमारे छत्तीसगढ़ के बड़े नेता, अगर मैं नाम लेकर कहूं
तो पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, लीडर अपोजिशन चरण दास महंत, टीएस साहब, ताम्रध्वज साहू, धनेंद्र साहू सहित सभी बड़े नेताओं का आशीर्वाद मुझे प्राप्त है. तमाम बड़े नेताओं का सहयोग है. सब लोगों के साथ मिल बैठकर हम आगे की रणनीति बनाएंगे. कांग्रेस को मजबूती के साथ इस 4 साल में खड़ा करेंगे और भाजपा सरकार को बेदखल करेंगे.
2023 के विधानसभा चुनाव से पहले अध्यक्ष बने हैं दीपक बैज
बता दें कि 2023 के विधानसभा चुनाव से पहले मोहन मरकाम की जगह दीपक बैज को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनाए गए थे. बैज का कार्यकाल दो साल पूरा हो चुका है. प्रदेश प्रभारी ने प्रदेश अध्यक्ष को संगठन में खाली पदों पर नियुक्ति के संबंध में जो निर्देश दिए हैं उसमें यह बात भी शामिल है कि प्रदेश कांग्रेस के संगठन जिलों में जो अध्यक्ष तीन से पांच साल से जमे हैं उन्हें भी बदला जाए.
लंबे समय से जिला संगठनों में नहीं हुआ है बदलाव
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस के जिला संगठनों में कई बरसों से कोई बदलाव नहीं हुआ है. इस बीच 2018 के विधानसभा चुनाव से लेकर 2019 के लोकसभा, 2023 का विधानसभा चुनाव और 2024 का लोकसभा चुनाव भी हो चुका है. 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली सफलता 2023 में दोहराई नहीं जा सकी. पार्टी को करारी हार के साथ सत्ता से वापस जाना पड़ा. इसी तरह 2024 के लोकसभा चुनाव में पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ा. केवल एक लोकसभा सीट जीत पाई है।