Chaitra Navratri 2023: चैत्र नवरात्रि का अंतिम दिन या नौवां दिन हिंदुओं द्वारा प्रतिवर्ष रामनवमी के रूप में मनाया जाता है इस दिन मां दुर्गा और भगवान राम के भक्त उनकी पूजा करते हैं व्रत रखते हैं मंदिरों में जाते हैं विशेष भोग तैयार करते हैं इस दिन हवन का आयोजन किया जाता है और कन्या भोग कराया जाता है रामनवमी मां दुर्गा और उनके ना और तारों को समर्पित चैत्र नवरात्रि के नव दिवसीय उत्सव का समापन है नवमी के दिन हिंदू भगवान राम के अलावा देवी सिद्धिदात्री की भी पूजा की जाती है
चलिए जानते हैं कौन है मां सिद्धिदात्री
Chaitra Navratri 2023: द्रिक पंचांग के अनुसार सृष्टि के प्रारंभ में भगवान रूद्र ने सृष्टि के निर्माण के लिए आदि पराशक्ति की उपासना की थी देवी का कोई रूप नहीं था और फिर आदि पराशक्ति भगवान शिव के भाई आधे भाग से सिद्धिदात्री के रूप में प्रकट हुई मां सिद्धिदात्री केतु ग्रह को नियंत्रित करती हैं और उन्हें दिशा और ऊर्जा प्रदान करती हैं वाह कमल पर विराजमान है शेर पर सवार है और चार हाथों में से चित्रित हैं इनके एक दाहिने हाथ में गदा दूसरे दाहिने हाथ में चक्र और बाएं हाथ में कमल का फूल और दूसरे बाएं हाथ में शंख है
Chaitra Navratri 2023: ऐसा माना जाता है कि मां सिद्धिदात्री अपने भक्तों को सभी प्रकार की सिद्धियां प्रदान करती हैं यहां तक कि भगवान शिव को भी देवी सिद्धिदात्री की कृपा से सभी सिद्धियां प्राप्त हुई वही मनुष्य देव गंधर्व असुर यक्ष और सिद्ध द्वारा पूजा जाती है भगवान शिव को अर्धनारीश्वर की उपाधि तब मिली जब देवी सिद्धिदात्री उनके बाएं आधे भाग से प्रकट हुए
Chaitra Navratri 2023: मां सिद्धिदात्री मां दुर्गा का नौ रूप है और उनके नाम का अर्थ है हमें शक्ति देने वाली भक्त महानवमी पर उनकी पूजा करते हैं इधर भगवान श्रीराम का जन्म भी इसी दिन मध्यान्ह काल के दौरान हुआ था और ऐसा माना जाता है कि वह अपने भक्तों से अज्ञानता को दूर करती हैं और उन्हें ज्ञान प्रदान करती हैं. नवमी तिथि 29 मार्च को रात 9:00 बज के 7:00 बजे से शुरू होकर 30 मार्च को रात 11:30 बजे समाप्त होगी.
रामनवमी शुभ मुहूर्त
Ram Navami 2023: इस वर्ष रामनवमी का पर्व गुरुवार 30 मार्च 2023 को मनाया जाएगा रामनवमी मध्य मुहूर्त प्रातः 11:11 से शुरू होकर दोपहर 1:40 तक है