रायपुरः CG Congress Action रायगढ़ के पूर्व विधायक प्रकाश नायक को कांग्रेस ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है। 8 फरवरी को रंगारपाली में राहुल गांधी की सभा में प्रकाश नायक ने VIP गेट से एंट्री न मिलने पर जमकर बवाल किया था। उन्होंने VIP गेट पर ही बैठक कर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया था। जिसके बाद उन्हें एंट्री दी गई थी। कुछ प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि इस हंगामे के बाद ही प्रदेश के सीनियर नेताओं ने अपनी नाराजगी जाहिर की थी। जिसके बाद अब उन्हें नोटिस जारी किया गया है।
पार्टी के छवि धूमिल करने का आरोप
CG Congress Action कांग्रेस पार्टी की ओर से जारी नोटिस में 8 फरवरी की घटना का जिक्र करते हुए लिखा है कि रंगारपाली कार्यक्रम स्थल पर व्हीआईपी ड्यूटी में तैनात पुलिस जवानों के साथ अर्मादित और अभद्र व्यवहार किये जाने का मामला सोशल मीडिया और मीडिया के जरिए सामने आया है।
बैज ने जताई नाराजगी
नोटिस में आगे लिखा है कि आपके इस व्यवहार के कारण कांग्रेस पार्टी संगठन की छवि धुमिल हुई है, जो पार्टी अनुशासनहीनता की श्रेणी में आता है। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दीपक बैज ने मामले को गंभीरता से लेते हुए कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए हैं।
3 दिन के भीतर मांगा जवाब
पार्टी की ओर से जारी नोटिस का जवाब प्रकाश नायक को तीन दिन के भीतर पीसीसी को देना होगा। जिसमें उन्हें पूरी घटना का जिक्र करते हुए अपना पक्ष लिखाकर पार्टी को देना है इसके बाद आगे की कार्यवाही तय की जाएगी।
ये है पूरा मामला
8 फरवरी को न्याय यात्रा रायगढ़ में पहुंचने से पहले यहां भारी अव्यवस्था देखने को मिली। राहुल गांधी के सभा स्थल पर वीआईपी गेट के पास एंट्री को लेकर कुछ नेताओं का सुरक्षाकर्मियों के साथ विवाद हो गया। इसके बाद रायगढ़ के पूर्व विधायक प्रकाश नायक गेट के बाहर ही धरने पर बैठ गए। दरअसल पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की सभा में शामिल होने कई दिग्गज कांग्रेस नेता रायगढ़ पहुंचे, लेकिन वीआईपी गेट पर कई नेताओं को एंट्री नहीं दी जा रही थी। सबसे पहले सुरक्षाकर्मियों ने छत्तीसगढ़ के पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा को रोका, जिसके बाद वे किसी तरह अंदर गए।
इसके बाद कई पूर्व विधायकों के अलावा प्रदेश पदाधिकारियों को भी रोका गया। इस स्थिति में कई कांग्रेस नेता अव्यवस्था पर भड़कते नजर आए। इस बीच रायगढ़ के पूर्व विधायक प्रकाश नायक की भी गेट पर तैनात सुरक्षाकर्मियों से बहस हो गई और वे वहीं पर धरने पर बैठ गए। जिसके बाद वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने किसी तरह प्रकाश नायक को शांत कराया, जिसके बाद वे धरने पर से उठे।