रायपुर । प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) महादेव बेटिंग ऐप से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले की जांच कर रही है. इसके ऐप के तार छत्तीसगढ़ से जुड़े हुए हैं. मामले की जांच कर रही ईडी ने शुक्रवार (3 नवंबर) को बड़ा दावा करते हुए कहा कि बेटिंग ऐप के प्रमोटर्स ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को अब तक 508 करोड़ रुपये दे चुके हैं. ईडी के इस दावे के तुरंत बाद सियासी घमासान मच गया. कांग्रेस और बीजेपी के नेता एक-दूसरे पर शब्दों का बाण चलाने लगे।
दरअसल, छत्तीसगढ़ समेत देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. छत्तीसगढ़ में भी सियासी बिसात बिछ चुकी है. ऐसे में मुख्यमंत्री का नाम सट्टेबाजी करवाने वाले ऐप के प्रमोटर्स के साथ जुड़ना बड़ी बात है. यही वजह रही की ईडी के दावे के तुरंत बाद भूपेश बघेल ने भी इसे छवि धूमिल करने का प्रयास बता दिया. ऐसे में आइए जानते हैं कि आखिर ईडी ने भूपेश बघेल को लेकर क्या कहा है और बीजेपी-कांग्रेस नेताओं की तरफ से इस मुद्दे पर क्या बयानबाजी की जा रही है।
ईडी के आरोपों के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी अपना पक्ष रखा. उन्होंने कहा कि मैं पहले ही कह चुका हूं कि बीजेपी ईडी, आईटी, डीआरआई और सीबीआई जैसी एजेंसियों के सहारे राज्य में चुनाव लड़ना चाहती है. चुनाव से ठीक पहले ईडी ने मेरी छवि को धूमिल करने की कोशिश कर रही है. उन्होंने कहा कि महादेव ऐप की जांच के जरिए ईडी ने मेरे करीबी लोगों को बदनाम किया है. उनके यहां छापे मारे गए. अब मुझ पर 508 करोड़ रुपये लेने का आरोप लगाया गया है।