रायपुर: CM HAAT BAZAAR CLINIC YOJNA मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व वाली छत्तीसगढ़ सरकार बीते चार सालों में प्रदेश की जनता के लिए कई अहम निर्णय लिए है। प्रदेश के लोगों को बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से सरकार ने मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक योजना शुरू की है। इस योजना के तहत ग्रामीण इलाकों के रहवासियों को निशुल्क स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। गावों में लगने वाले हाट-बाजार में स्वास्थ्य सुविधाओं से लैस एक गाड़ी भेजी जाती है। यहां तत्काल स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराया जाता है।
महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती पर शुरू हुई योजना
CM HAAT BAZAAR CLINIC YOJNA छत्तीसगढ राज्य में मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लीनिक योजना मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर शुरू की। प्रदेश के कई जिले की विषम भौगोलिक परिस्थितियों में न जाने कितने ऐसे इलाके हैं, कितने गांव हैं, जहां से निकलकर जिला मुख्यालय तक की दूरी तय कर इलाज के लिए अस्पताल आना लोगों के लिए बेहद कठिन काम होता था। ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों को सबसे ज्यादा दिक्कत स्वास्थ्य संबंधी सेवाओं को लेकर होती थी, यहां प्रत्येक दिन मलेरिया से लेकर दूसरी अन्य बीमारियां लोगों को अपनी चपेट में ले लेती है। गर्भवती महिलाओं के लिए इन इलाकों से निकलकर अस्पताल आना बेहद कठिन काम होता था। इस योजना में स्वास्थ्य अमला हाट-बाजारों में शिविर लगाकर लोगों का इलाज करने के साथ ही निःशुल्क दवाईयां भी उपलब्ध कराते हैं। इससे ग्राम के ही नजदीक ग्रामवासी अपने स्वास्थ्य का परीक्षण और उपचार कराते हैं।
अंधविश्वास हुआ दूर, तत्काल मिल रहा इलाज
मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लीनिक योजना लागू होने के बाद लगाए गए स्वास्थ्य शिविरों में मलेरिया, फाइलेरिया, टीबी, डायरिया, कुपोषण, एनीमिया, सिकलसेल, ब्लड प्रेशर, डायबिटीज के साथ ही गर्भवती महिलाओं के ब्लड प्रेशर, हीमोग्लोबिन के अलावा गर्भधारण परीक्षण भी किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त चर्म रोग और एच.आई.वी. की भी जॉच हो रही है। पहले जानकारी एवं अशिक्षा के कारण अंदरूनी इलाके के ग्रामीण आसपास के बैगा-गुनिया और सिरहा से झाड़-फूक के जरिये अपना इलाज करवाते थे। सही इलाज के अभाव में उनकी मृत्यु तक हो जाती थी। उन दूरदराज के ग्रामीण क्षेत्र के लोगों के लिए मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक योजना अब बेहद लाभदायक सिद्ध हो रहा है। सरकार के इस फैसले के बाद से ग्रामीण इलाके के रहवासियों को चेहरे खिले हुए हैं।
48 वर्षीय छत्रधारी सिंह को मिला बेहतर इलाज
विकासखण्ड खड़गवां के पोड़ीडीह में इलाज के लिए आए 48 वर्षीय छत्रधारी सिंह ने बताया कि उन्हें बहुत दिनों से चर्म रोग की शिकायत थी, जब हाट बाजार प्रभारी डॉ ज्ञानेंद्र कुशवाहा ने उनकी जांच की, तब पता चला कि उन्हें स्केबीज़ है। जांच के बाद उन्हें सही इलाज मिला जिससे आज छत्रधारी स्वस्थ है। इलाज मिला जिससे आज छत्रधारी स्वस्थ है।
समय और पैसों की बचत
दूरदराज क्षेत्रों में निवासरत ग्रामीण जन अपनी रोजमर्रा की जरूरत के सामान खरीदने-बेचने इन साप्ताहिक हाट बाजारों में पहुंचते हैं। ग्रामीणों का कहना है कि हाट-बाजार क्लीनिक योजना से न सिर्फ स्वास्थ्य परीक्षण की सुविधा मिली है बल्कि उनके समय के साथ उनके पैसों की भी बचत हो रही है।