रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज प्रजापिता ब्रम्हकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित नशामुक्त भारत अभियान के तहत नशामुक्त छत्तीसगढ़ अभियान के शुभारंभ समारोह में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि प्रजापिता ब्रम्हकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय द्वारा शुरू किए गए नशा मुक्त भारत अभियान समाज के निर्माण की दिशा में एक सराहनीय पहल है। इस तारतम्य में चलाए जा रहे नशा मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान को सफल बनाने में हम सबकी महती भागीदारी हो।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नशे की शुरूआत आमतौर पर बाल्यकाल या युवावस्था से होती है। पहले शौक-शौक में पीना शुरू करते हैं, जो धीरे-धीरे आदत बन जाती है। यह जीवन में कड़वाहट घोल देता है। नशा एक बड़ी सामाजिक बुराई है, जो शारीरिक और मानसिक रूप से हम सबके लिए काफी नुकसानदेह है। यह व्यक्ति, परिवार और समाज सभी पर दुष्प्रभाव डालता है। नशा मुक्ति के लिए सामाजिक एकजुटता से जागरूकता अभियान चलाना एक अच्छा विकल्प है। मुख्यमंत्री ने समारोह में उपस्थित लोगों का आह्वान करते हुए कहा कि हमें मानवता की सेवा का नशा करना चाहिए क्योंकि इसका नशा सबसे बड़ा है। इससे सामने हर नशा पीछे छूट जाता है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में समारोह में उपस्थित सभी लोगों ने नशा मुक्त छत्तीसगढ़ बनाने का संकल्प लिया। मुख्यमंत्री ने ब्रम्हकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय को नशामुक्त भारत अभियान के लिए शुभकामनाएं दीं और शासन की ओर से सहयोग का आश्वासन भी दिया। उन्होंने केंद्रीय सामाजिक न्याय अधिकारिता मंत्रालय भारत सरकार एवं प्रजापिता ब्रम्हकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के बीच हुए एमओयू के तहत चलाए जा रहे नशा मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत नशा मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान के लिए प्रदेश के सभी जिले के लिए अभियान यात्रियों के झण्डा कलश यात्रा का शुभारंभ भी किया।