नई दिल्ली। दीपावली या दिवाली रोशनी का त्योहार है और साल के सबसे ज्यादा मनाए जाने वाले त्योहारों में से एक है। जैसा कि रामायण में बताया गया है, इस दिन है जब भगवान राम, देवी सीता और भगवान लक्ष्मण 14 साल वनवास के बाद अयोध्या लौटे थे। दिवाली का पर्व धनतेरस से शुरू होता है और भाई दूज तक रहता है।
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पंचांग के अनुसार, दिवाली का त्योहार हर साल कार्तिक मास के 15वें दिन अमावस्या को मनाई जाएगी। इस साल दिवाली का पर्व देशभर में 12 नवंबर को मनाया जाएगा। इस दिन भगवान गणेश और माता लक्ष्मी की पूजा का भी विशेष महत्व है। 12 नवंबर को अमावस्या तिथि का आरंभ 12 नवंबर को दोपहर 2 बजकर 45 मिनट से प्रारंभ होगी और 13 नवंबर को दोपहर 2 बजकर 57 मिनट पर समाप्त होगी।
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दिवाली के दिन माता लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा का विशेष महत्व है।। मान्यताओं के अनुसार, जब मुहूर्त में लक्ष्मी जी का पूजन किया जाता है तो लक्ष्मी जी वहां ठहर जाती हैं। इसलिए लक्ष्मी पूजा के लिए यह सबसे उत्तम समय माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि जिस व्यक्ति के पास ज्ञान होता है इसके पास धन भी रहता है। इसलिए भगवान गणेश की पूजा की जाती है। साथ ही ऐसा कहा जाता है कि अमावस्या तिथि के दिन अगर माता लक्ष्मी किसी पर प्रसन्न हो जाती है तो उसे आरोग्य की प्राप्ति होती है।
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