वर्किंग प्रोफेशनल्स, गर्वेमेंट इम्पलाइस, कॉर्पोरेट ऑफिसर्स, स्टूडेंट्स, लॉयर्स, इंजीनियर्स आजकल हर किसी के वर्किंग कल्चर का अहम हिस्सा हैं जूते। 8-8, 10-10 घंटे ये जूते पहने रहते हैं। कुछ ऐसे भी लोग होते हैं सामान्य तौर पर भी जूते पहनने के शौकीन होते हैं। क्योंकि इससे अच्छा लुक आता है। मगर, हेल्थ एक्सपर्ट्स कहते हैं कि हर समय जूते या फिर चप्पल पहनने से बचना चाहिए।
आइए जानते हैं कि जूते या फिर चप्पल कैसे आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकते हैं। पढिए, इस आर्टिकल में।
कम उम्र में जॉइंट पेन
स्टाइलिश जूते या फिर चप्पल पहनने की वजह से आप छोटी उम्र में ही जॉइंट पेन (जोड़ों के दर्द) का शिकार हो सकते हैं। हील वाली सैंडल पहनने से भी आप जॉइंट पेन की चपेट में आ सकते हैं। इसलिए हील वाली सैंडल पहनने से बचें। अगर, आपको जूते-चप्पल पहनना ही है तो क्वालिटी मैंटेन करें।
बोन में हो सकती है दिक्कत
हम सब यह जानते ही हैं कि हर समय जूते पहने रहने से हमारे पैर पैक्ड रहते हैं यानी कसे रहते हैं। इससे अंगूठे के नाखून के साथ अंगूठे के जोड़ की हड्डी बढ़ सकती है, या हड्डी टेढ़ी हो सकती है। इस कंडीशन को हैमर टो कहा जाता है।
इंफेक्शन का खतरा भी बढ़ सकता है
अगर आप खुद को आर्थराइटिस की समस्या से बचाकर रखना चाहते हैं तो लगातार कई घंटों तक जूते-चप्पल पहनने से बचें। कई बार लंबे समय तक, रोजाना जूते-चप्पल पहनने के चलते पैरों में बैक्टीरियल इंफेक्शन और फंगल ग्रोथ की संभावना बढ़ जाती है, क्योंकि पैरों को नेचुरल हवा नहीं मिलती। शरीर के अन्य बाहरी अंगों की तरह ही पैरों को भी धूप और हवा चाहिए होती है। रोज थोड़ी देर घास पर नंगे पैर चलें। नंगे पैर जमीन पर टहलने की वजह से तनाव को काफी कम किया जा सकता है।