नई दिल्लीः CG News छत्तीसगढ़ के सुकमा में कांवड़ के सहारे शव लेकर ग्रामीणों को 20 किलोमीटर पैदल चलना पड़ा। जंगल-पहाड़ के बीच पतली पगडंडी रास्ते, छोटे-छोटे बरसाती नाले पार कर सड़क तक पहुंचे। फिर वहां से अपने अरलापेंटा गांव आए। दरअसल लगातार बारिश होने के कारण नदी-नाले उफान पर हैं। युवक रवा देवा किसी गंभीर बीमारी से जूझ रहा था। परिजन कुछ दिन पहले इलाज के लिए पड़ोसी राज्य तेलंगाना के भद्राचलम लेकर गए थे। वहां इलाज के पैसे बहुत लग रहे थे। इसलिए अस्पताल से डिस्चार्ज कराया और सुकमा जिले के किस्टाराम थाना क्षेत्र में स्थित इतनपाड़ गांव लेकर आए।
मरीज का चल रहा था देसी इलाज
CG News यहां मरीज का देसी इलाज किया जा रहा था। सिरहा-गुनिया झाड़फूंक कर रहे थे, जड़ी बूटियों से इलाज जारी था। लेकिन 2 दिन पहले शाम को युवक की मौत हो गई। जिसके बाद परिजन शव को गृहग्राम अरलापेंटा लाना चाह रहे थे। लेकिन लगातार हो रही बारिश की वजह से मेन रोड पर पानी भरा हुआ था। वाहनों के पहिए थम गए थे।
जंगल के रास्ते चले पैदल
ऐसे में परिजनों ने ग्रामीणों की मदद से कांवड़ में शव रखकर जंगल के रास्ते गांव के लिए निकल गए। कुछ किमी जंगल-पहाड़ के रास्ते से आगे बढ़े तो, कहीं छोटे-छोटे नाले इन्हें पार करने पड़े। जिसके बाद मेन रोड पर पहुंचे और पैदल ही अपने गांव गए। बताया जा रहा है कि मंगलवार की देर शाम तक वे घर पहुंचे थे। आज शव का अंतिम संस्कार किया गया।