गरियाबंद। नई सरकार के गठन के बाद आज पहली बार प्रभारी मंत्री दयाल दास बघेल ने कलेक्टोरेट सभागार में विभागीय समीक्षा बैठक ली। इस बैठक में हितग्राही मूलक योजनाओ के क्रियान्वयन पर प्रभारी मंत्री ने जहां एक ओर जिला प्रशासन की पीठ थप-थपाते नजर आए, तो वहीं निर्माण कार्य की रिपोर्ट देख मंत्री का पारा चढ़ गया। सड़क भवन पूल पुलिया के निर्माण में पिछड़ चुके पीडब्ल्यूडी के ईई को लताड़ा तो वहीं मुख्यमंत्री जतन के काम में रायता फैलाने वाले आरईएस के अफसरों की भी खिंचाई कर दी। जल जीवन मिशन के रिपोर्ट पर भी मंत्री को भरोसा नहीं रहा, पास में बैठी सांसद रूप कुमारी ने तो रिपोर्ट के आंकड़े और फील्ड की तुलना करने की बात तक कह दी। पीएचई अफसर को भी लताड़ लगाई गई। मंत्री ने दो टूक कहा कि राज्य और केंद्र की योजनाओ को सरकार के मंशा अनुरूप करना सुनिश्चित करे।
अवैध रेत खनन और मादक पदार्थ की बिक्री पर कार्यवाही के निर्देश
मंत्री दयाल दास बघेल ने बैठक के दौरान अधिकारियों को केन्द्र और राज्य शासन के योजनाओं के मंशानुरूप कार्य करने की नसीहत दी। इसके अलावा उन्होंने सक्रियता एवं पारदर्शिता के साथ शासकीय कार्यों का क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। साथ ही पात्र हितग्राहियों को शत प्रतिशत शासकीय योजनाओं का लाभ दिलाने के निर्देश दिये। मंत्री बघेल ने विभिन्न विभागों में प्रगतिरत कार्यों की जानकारी लेकर सभी कार्यों को समय-सीमा में तेजी से पूर्ण करने के निर्देश दिये। उन्होंने अवैध अतिक्रमण सहित अवैध खनिज खनन, परिवहन एवं भण्डारण पर सक्रिय होकर रोक लगाने तथा नियमानुसार कार्यवाही करने के निर्देश दिये। उन्होंने जिले में अवैध शराब तथा अन्य मादक पदार्थों के निर्माण एवं बिक्री की शिकायतों पर गंभीरतापूर्वक जांच करते हुए रोक लगाने एवं संबंधितों पर कार्यवाही करने के निर्देश भी दिये।
मंत्री दयाल दास बघेल ने स्वास्थ्य विभाग से स्वास्थ्य सुविधाओं की भी जानकारी ली। उन्होंने एम्बुलेंस सुविधा दुरूस्त रखने तथा जनप्रतिनिधियों की मांग पर शोभा एवं मैनपुर क्षेत्र में दो एम्बुलेंस के प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिये। खाद्य विभाग की समीक्षा करते हुए उन्होंने प्रत्येक माह शासकीय राशन दुकानों में राशन भण्डारण एवं वितरण आदि की जानकारी ली। साथ ही आवश्यकतानुसार नये राशन दुकान भवन एवं नये धान खरीदी केन्द्र के प्रस्ताव शासन को भेजने के निर्देश दिये।
मंत्री बघेल ने आदिवासी विकास विभाग की समीक्षा करते हुए छात्रावासों का निरंतर निरीक्षण करने एवं जरूरी व्यवस्थाओं को दुरूस्त करने के निर्देश दिये। साथ ही पीपरछेड़ी में संचालित एकलव्य विद्यालय में बच्चों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए जरूरी व्यवस्था करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि विद्यालय में बच्चों को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने आदिवासी विकास विभाग अंतर्गत प्रगतिरत एवं पूर्ण कार्यों की जानकारी लेकर कार्यों को पूर्ण करने के निर्देश दिये।