रायपुर: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज रायपुर के एम्स परिसर में 100 दिनों तक प्रदेशभर में चलने वाले “निक्षय निरामय छत्तीसगढ़” अभियान का शुभारंभ किया. इस जांच व उपचार अभियान के दौरान लोगों में जागरूकता और टीबी जांच के लिए संचालित मोबाइल मेडिकल यूनिट और प्रचार वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इनमें रायपुर, दुर्ग एवं बिलासपुर संभाग के लिए एक एक वाहन शामिल हैं. इस अभियान के दौरान स्वास्थ्य कर्मचारी घर-घर जाकर लोगों की स्वास्थ्य जांच और उपचार करेंगे. कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल उपस्थित थे.
इस मौके पर सीएम विष्णुदेव साय ने कहा, छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य विभाग द्वारा पहचान और उपचार के अभियान का आगाज हुआ है. 7 दिसंबर से 24 मार्च 2025 तक ये 100 दिवसीय अभियान पूरे प्रदेशभर में चलेगा. इस अभियान के जरिए कुष्ठ रोग, टीबी, मलेरिया जैसी बीमारियों की पहचान कर उपचार किया जाएगा. साथ ही वयोवृद्ध की देखभाल भी होगी. सीएम साय ने राज्य निर्माण से अब तक स्वास्थ्य के क्षेत्र में किए गए कार्यों का बखान किया और विभाग में पारदर्शिता लाने की बात कही.
मोबाइल मेडिकल यूनिट द्वारा अभियान के दौरान चिन्हांकित किए गए जोखिम समूहों की टीबी के लिए स्पॉट स्क्रीनिंग की जाएगी, जिससे संदेहास्पद टीबी मरीजों का स्पॉट पर ही टीबी रोग का पता लगाया जा सकेगा. मोबाइल मेडिकल यूनिट के जरिए एआई तकनीक से हैंड हेल्ड एक्स रे, CY-टीबी जांच व 16 चैनल वाले ट्रूनाट मशीन से टीबी के संभावित मरीजों की तुरंत एक्स रे कर जांच एवं उपचार किया जाएगा.
सीएम साय ने की स्वास्थ्य कर्मियों, मितानिनों और वॉलेंटियर्स की तारीफ
AIIMS ऑडिटोरियम में आयोजित कार्यक्रम में प्रदेशभर से स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम करने वाले शामिल हुए, जहां उन्हें मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने प्रमाण पत्र दिया. कार्यक्रम में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने स्वास्थ्य कर्मियों, मितानिनों और वॉलेंटियर्स की तारीफ भी की. इसके अलावा टीबी मुक्त छत्तीसगढ़ बनाने वॉलेंटियर्स को मुख्यमंत्री साय ने डीबीटी के माध्यम से योजनांतर्गत 1 हजार की राशि बटन दबाकर ट्रांसफर की. कार्यक्रम में वयोवृद्धों को वॉकिंग स्टिक, हियरिंग एड, सुपोषण आहार भी दिया गया. इस अवसरपर स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जयसवाल ने छत्तीसगढ़ को मलेरिया मुक्त करने जल्द ही अभियान की शुरुआत करने का ऐलान किया.