रायपुर: मुंगेली जिले के लोरमी में प्रस्तावित पं. प्रदीप मिश्रा के शिवमहापुराण कथा कार्यक्रम के लिए प्रशासन ने अनुमति नहीं दी है। आयोजन समिति की ओर से कार्यक्रम के लिए अनुमति मांगी गई थी, लेकिन इस पर लोरमी एसडीएम ने असहमति जताते हुए अस्वीकार कर दिया है। इसके पीछे तर्क दिया गया है कि आयोजन समिति की ओर से पर्याप्त इंतजाम नहीं किया गया था, हालांकि इस बीच आयोजन समिति की तैयारी चल ही रही थी। स्थानीय प्रशासन की ओर से इसके लिए बकायदा 6 विभागों से अभिमत मांगा गया था। इस पर आपत्ति प्राप्त होने पर यह फैसला प्रशासन की ओर से दिया गया है। 2 से 8 अगस्त तक लोरमी में यह कार्यक्रम प्रस्तावित था। समिति की ओर से अध्यक्ष अनिल सलूजा ने अनुमति मांगी थी।
प्रशासन ने दिया यह तर्क
अनिल सलूजा आयोजक अध्यक्ष, लोरमी युवा मण्डल जिला मुंगेली के शिव कथा महापुराण के आयोजन की अनुमति प्रदान करने के आवेदन को अस्वीकार करते हुए इन बिंदुओं पर तर्क दिया है।
कार्यपालन अभियंता, लोक निर्माण विभाग अभिमत पत्र में स्पष्ट किया है कि
(अ) सभा स्थल का रकबा 4 एकड़ है, जिसमें 4×43560 174240 वर्गफीट/ 6.00 कुल 29040.00 व्यक्ति बैठ सकते है। लगभग 1.50-2.00 लाख व्यक्ति प्रतिदिन आने की संभावना है। इतने जन समूह के लिए प्रस्तावित स्थल अप्रर्याप्त एवं बहुत ही कम है।
(ब) प्रस्तावित कार्यक्रम स्थल अस्थाई रूप से खेतों को नरम मिट्टी से पाटकर बनाया गया है। पर्याप्त काम्पेक्शन नहीं किया गया है। बड़े डोम का सेल्फ वेट बहुत ज्यादा होने से डोम के गिरने की संभावना है, जिससे जनहानि एवं अप्रिय स्थिति हो सकती है।
(स) पर्याप्त ड्रेनेज व्यवस्था नहीं होने के कारण डोम एरिया में पानी भराव होने की संभावना है। सभा स्थल में कीचड़ होने एवं भगदड़ होने की संभावना है।
(द) सभा स्थल कोटा-लोरमी पण्डरिया मार्ग SH-10 के किनारे स्थित है,जिससे बिना सक्षम प्राधिकारी के अनुमति के बगैर राज्यमार्ग को अवरूध्द नहीं किया जा सकता है।
(ई) सभा स्थल में वीवीआईपी, वीआईपी एवं आम जनता के लिए पर्याप्त प्रवेश एवं निकासी द्वार का स्थान नहीं है। उपरोक्त कारणों से उक्त सभा स्थल आयोजन के लिए उपयुक्त नही है।
बिजली विभाग का कथन
सहायक अभियंता (संचा०/संधा०) उपसंभाग लोरमी छग स्टेट पावर डिस्ट्री कंपनी ने अभिमत प्रेषित कर स्पष्ट किया है कि वर्षाऋतु के दौरान खरीफ फसलों का रोपण एवं आंधी बारिश, आकाशीय बिजली व समस्त बिन्दुओं को ध्यान में रखते हुए कार्यक्रम की अनुमति प्रदान किया जाना उचित नहीं है। यह अभिमत दिया गया है।
पुलिस का अभिमत
उप पुलिस अधीक्षक लोरमी ने प्रेषित कर स्पष्ट किया है कि दोनों प्रमुख तकनीकी विभाग की सहमति के अभाव में सुरक्षा व्यवस्था के दृष्टिकोण से आयोजकों को अनुमति दिया जाना उचित नहीं है। अभिमत दिया गया है।
स्वास्थ्य विभाग ने क्या कहा
खंड चिकित्सा अधिकारी, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लोरमी ने पत्र प्रेषित कर स्पष्ट किया है कि
(अ) 30 से 40 हजार श्रध्दालु रात्रि विश्राम पंडाल में ही करेंगे। बरसात में नम मिट्टी के उपर कारपेट पर सोने से उनके स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ने की संभावना है।
(ब) लोरमी क्षेत्र में अभी फेल्सीफेरम मलेरिया के केस निकल रहे हैं। बिना सुरक्षा के सोने पर मलेरिया का खतरा है।
(स) इस समय डायरिया का खतरा रहता है।
(द) लोरमी में उपलब्ध चिकित्सीय मानव संसाधन प्रर्याप्त नहीं है।
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग ने कहा
सहायक अभियंता, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी उपखण्ड लोरमी ने अभिमत पत्र प्रेषित कर स्पष्ट किया है कि वर्षाकाल में बहुत संख्या में श्रध्दालुओं के एकसाथ आगमन होने के कारण पानी से संबंधित विभिन्न रोग जैसे डायरिया, कालरा, जलजनित बीमारियों की आशंका है। तैयारियों के लिए अत्यंत कम समय होने, वर्षा के कारण दूषित पेयजल से होने वाली जलजनित बीमारियों से जनहानि की संभावना को दृष्टिगत रखते हुए कार्यकम के लिए व्यवस्था उपलब्ध कराना संभव नहीं है।