Weather Update, IMD Alert: भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने रविवार को ओडिशा, झारखंड और छत्तीसगढ़ के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी करते हुए कहा कि इन राज्यों में अगले 48 घंटों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है. पड़ोसी राज्य झारखंड में चक्रवाती परिसंचरण समुद्र तल से 7.6 किमी ऊपर तक फैला हुआ है. आईएमडी ने अनुमान लगाया है कि 1 अक्टूबर से 4 अक्टूबर, 2023 के दौरान उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में हल्की से मध्यम, व्यापक रूप से व्यापक वर्षा व आंधी और बिजली गिरने की संभावना है.
आज इन राज्यों में होगी बारिश
स्काईमेट वेदर की रिपोर्ट के मुताबिक बिहार, झारखंड, दक्षिणपूर्व उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों, पश्चिम बंगाल, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, दक्षिण कोंकण और गोवा, दक्षिण मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ जगहों पर भारी बारिश की संभावना है. तेलंगाना, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक, तटीय कर्नाटक, केरल, पूर्वोत्तर भारत, सिक्किम, ओडिशा, दक्षिणी छत्तीसगढ़, पूर्वी उत्तर प्रदेश, पूर्वी मध्य प्रदेश, तटीय आंध्र प्रदेश और लक्षद्वीप में हल्की से मध्यम बारिश संभव है. उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, विदर्भ और तमिलनाडु में हल्की बारिश संभव है.
5 अक्टूबर तक इन राज्यों में बारिश का सिलसिला जारी
1 अक्टूबर से 5 अक्टूबर के दौरान बिहार और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में बारिश की संभावना है. आईएमडी ने आगे कहा कि बिहार में 1 अक्टूबर और 3 अक्टूबर को, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में 3 अक्टूबर को बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है. वहीं 1 अक्टूबर से 5 अक्टूबर के दौरान असम और मेघालय में हल्की से मध्यम व्यापक वर्षा व आंधी और बिजली गिरने के साथ अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है.
छत्तीसढ़ में भारी बारिश की संभावना
मौसम विभाग के मुताबिक 1, 3 और 4 अक्टूबर को नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा और 3 और 4 अक्टूबर को अरुणाचल प्रदेश में भारी बारिश की संभावना है. 2 अक्टूबर को पूर्वी मध्य प्रदेश में और 1 अक्टूबर से 03 अक्टूबर के दौरान छत्तीसगढ़ में हल्की/मध्यम काफी व्यापक वर्षा/आंधी और बिजली गिरने के साथ छिटपुट भारी वर्षा होने की संभावना है.
दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी
उत्तरी छत्तीसगढ़ में अलग-अलग स्थानों पर 2 अक्टूबर को अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा होने की संभावना है. दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी की रेखा गुलमर्ग, धर्मशाला, पंतनगर, इटावा, मुरैना, सवाई माधोपुर, जोधपुर, बाड़मेर से होकर गुजर रही है. जम्मू-कश्मीर-लद्दाख-गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और पश्चिम उत्तर प्रदेश के शेष हिस्सों से दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी के लिए परिस्थितियां अनुकूल होती जा रही हैं.