परीक्षण की गई अग्नि-5 बैलिस्टिक मिसाइल पहले से हल्की
नई दिल्ली। कम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल, पृथ्वी-2 का मंगलवार को ओडिशा तट के चांदीपुर स्थित इंटीग्रेटेड टेस्ट रेंज से सफल परीक्षण किया गया, रक्षा अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
मिसाइल ने उच्च सटीकता के साथ अपने लक्ष्य को भेदा। रक्षा मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि प्रयोक्ता प्रशिक्षण लॉन्च ने मिसाइल के सभी परिचालन और तकनीकी मापदंडों को सफलतापूर्वक सत्यापित किया, पृथ्वी-द्वितीय, अच्छी तरह से स्थापित प्रणाली, भारत के परमाणु प्रतिरोध का एक अभिन्न अंग रही है।
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— Times Now Navbharat (@TNNavbharat) January 11, 2023
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने पृथ्वी-2 बैलिस्टिक मिसाइल को स्वदेशी तरीके से विकसित किया है। पृथ्वी-2 मिसाइल की मारक क्षमता 350 किलोमीटर है।
पृथ्वी-2 500 से 1,000 किलोग्राम भार तक के हथियारों को लेकर जाने में सक्षम है। रक्षा मंत्रालय के अनुसार पृथ्वी-2 मिसाइल प्रणाली बेहद कामयाब मानी जाती है और बहुत उच्च स्तर की सटीकता के साथ निर्धारित लक्ष्य को भेदने में सक्षम है।
Alert 🚨☢️
Successful Test fire of SRBM Prithvi-2 🇮🇳 conducted from Chandipur Test range, Odisha coast…
Range- 350Km
Payload- 500-1000Kg pic.twitter.com/YAAwdVtV3g
— Vivek Singh (@VivekSi85847001) January 10, 2023
पिछले साल दिसंबर में 5,000 किलोमीटर तक के दायरे में लक्ष्य भेदने में सक्षम अग्नि-5 परमाणु सक्षम बैलिस्टिक मिसाइल का रात के समय सफल परीक्षण किया गया था।
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परीक्षण ओडिशा में भी किया गया था और परीक्षण के परिणामों के आधार पर मिसाइल की रेंज को और बढ़ाया जा सकता है। मिसाइल में नए उपकरण और अधिक उन्नत तकनीक सुनिश्चित करने के लिए अग्नि 5 का परीक्षण किया गया था। परीक्षण की गई अग्नि-5 बैलिस्टिक मिसाइल पहले से हल्की थी।