मकर संक्रांति पर मुख्यमंत्री बघेल ने देश भर में भेजा मिलेट
हैंपर,छत्तीसगढ़ मिलेट राज्य बनने की ओर तेजी से अग्रसर
रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मकर संक्रांति की बधाई और शुभकामनाओं के साथ देशभर में मिलेट हैंपर भेजा है। इस हैंपर में मिलेट (मोटा अनाज) के बने व्यंजन शामिल हैं।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत केंद्रीय मंत्रियों, देशभर के सभी मुख्यमंत्रियों, कलाकारों, साहित्यकारों, मीडिया, फिल्म जगत, राजनीतकि क्षेत्र से जुड़े व्यक्तित्वों को यह मिलेट हैंपर भेजा है।
#मकर_संक्रांति के शुभ अवसर पर आज प्रधानमंत्री जी, केंद्रीय मंत्रियों, मुख्यमंत्रियों, कलाकारों, साहित्यकारों, मीडिया, फ़िल्म जगत, राजनीतिक क्षेत्र से जुड़े व्यक्तित्वों को #मिलेट_हैंपर प्रेषित कर रहा हूँ।
मिलेट मिशन को बढ़ावा मिले, मकर संक्रांति पर यही कामना है। #मिलेट_राज्यCG pic.twitter.com/vDuctMKpws
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) January 14, 2023
मुख्यमंत्री बघेल ने मकर संक्रांति पर मिलेट मिशन की सफलता की कामना की हैं। On the occasion of Makar Sankranti The Prime Minister and the Chief Ministers of the country are tasting the dishes made from Chhattisgarh’s millet.
प्रधानमंत्री ने भी सराहा है मिलेट मिशन को
<em>प्रधानमंत्री ने छत्तीसगढ़ के मिलेट मिशन की तारीफ की, कहा रायपुर में खोले मिलेट-कैफे</em> https://t.co/WeypE4qwc1 pic.twitter.com/KM6opMjb0c
— UBC 24 (@24_ubc) January 1, 2023
छत्तीसगढ़ में मिलेट्स मिशन की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में सराहना की है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने मुख्यमंत्री श्री बघेल को रायपुर में मिलेट्स कैफे खोलने की सलाह दी थीं। उल्लेखनीय है कि प्रदेश में 01 दिसंबर 2021 से मिलेट मिशन शुरू किया गया है।
क्या आपके पास मिलेट्स से जुड़ी स्वादिष्ट व्यंजन की रेसिपी है?
जल्द शॉर्ट वीडियो मे साझा करें और देशवासियों के बीच मिलेट्स के प्रचार-प्रसार में अपना योगदान दें।
विजिट करेंः https://t.co/zqOb0ZRmON pic.twitter.com/EYVTG87IlB
— MyGovIndia (@mygovindia) November 9, 2022
इसका प्रमुख उद्देश्य प्रदेश में मिलेट (कोदो, कुटकी, रागी, ज्वार इत्यादि) की खेती को बढ़ावा देना, मिलेट के प्रसंस्करण को बढ़ावा देना तथा दैनिक आहार में मिलेट्स के उपयोग को प्रोत्साहित कर कुपोषण दूर करना है। इसके लिए छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज संघ के माध्यम से प्रदेश में कोदो, कुटकी एंव रागी का न्यूनतम क्रय मूल्य निर्धारित करते हुए उपार्जन किया जा रहा है।
आंगनबाड़ी और मिड डे मील में शामिल हुए मिलेट्स व्यंजन
छत्तीसगढ़ का मिलेट मिशन
▪ कोदो, कुटकी, रागी जैसे मिलेट फसलों को शासन के समर्थन मूल्य पर खरीदी के निर्णय ने वनांचल के ग्रामीण एवं कृषकों में भरा उत्साह
▪ आय के स्रोत बढ़ने पर ग्रामीण दिखा रहे उत्पादन में रुचि@DhamtariDist @ChhattisgarhCMO #CGMilletMission pic.twitter.com/CO2RuVIKIV
— Jansampark CG (@DPRChhattisgarh) December 3, 2021
छत्तीसगढ़ में मिलेट के प्रसंस्करण को बढ़ावा देने के लिए स्थानीय स्तर पर प्रसंस्करण केन्द्र स्थापित किये गये हैं। साथ ही कांकेर जिले में 5,000 टन क्षमता के मिलेट प्रसंस्करण केन्द्र निजी क्षेत्र में स्थापित किया गया है, जो कि एशिया की सबसे बड़ी मिलेट्स प्रसंस्करण इकाई है।
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प्रदेश में आंगनबाड़ी और मिड डे मील में भी मिलेट्स को शामिल किया गया है। स्कूलों में बच्चों को मिड डे मील में मिलेट्स से बनने वाले व्यंजन परोसे जा रहे है। इनमें मिलेट्स से बनी कुकीज, लड्डू और सोया चिक्की जैसे व्यंजन शामिल हैं।
छत्तीसगढ़ के सभी विधायक ले चुके मिलेट्स व्यंजनों का स्वाद
मिलेट्स को बढ़ावा देने मुख्यमंत्री श्री @bhupeshbaghel की नई पहल, विधानसभा में परोसे गए मिलेट्स के व्यंजन।
विधानसभा अध्यक्ष @DrCharandas समेत सभी मंत्री एवं विधायकों को श्री बघेल ने कराया मिलेट्स का लंच।
रागी के पकोड़े, कोदो के भजिये और कुटकी के फरे का सभी ने लिया स्वाद। pic.twitter.com/sW31gXEE2V
— CMO Chhattisgarh (@ChhattisgarhCMO) January 4, 2023
हाल ही मुख्यमंत्री बघेल ने सभी विधायकों को मिलेट्स से बने व्यंजनों के साथ लंच कराया। लंच के मेन्यु में स्टार्टर में रागी का सूप, रागी के पकोड़े, कोदो भजिये, बाजरा और गुड़ के पुये, कुटकी के फरे और चीले शामिल किये गये थे।
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साथ ही मेन कोर्स में बाजरे की कढ़ी, लाल भाजी, जिमी कांदा, कोदो वेज पुलाव, ज्वार, बाजरा, रागी की रोटी और पराठे का सभी ने स्वाद लिया। डेजर्ट में रागी, कुटकी कप केक, रागी हलवा के साथ कोदो की ड्राई फ्रूट्स खीर का लुत्फ उठाया।
मिलेट्स की खेती पर मिला पोषक अनाज अवार्ड
मिलेट मिशन के साथ आगे बढ़ रहा छत्तीसगढ़ #CGModel #Chhattisgarh #Millets pic.twitter.com/Rhe60mbtCo
— CMO Chhattisgarh (@ChhattisgarhCMO) January 4, 2023
मिलेट्स की खेती को बढ़ावा देने के मामले में छत्तीसगढ़ राज्य को राष्ट्रीय स्तर का पोषक अनाज अवार्ड 2022 सम्मान भी मिल चुका है।
राज्य में मिलेट्स उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए इसको राजीव गांधी किसान न्याय योजना में शामिल किया गया है। मिलेट्स उत्पादक कृषकों को प्रोत्साहन स्वरूप प्रति एकड़ के मान से 9 हजार रूपए की आदान सहायता भी दी जा रही है।
आईआईएमआर के साथ एमओयू, उत्पादकता दोगुना करने का लक्ष्य भी
संसद की तर्ज पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री @bhupeshbaghel ने विधायकों को कराया मिलेट लंच
पीएम मोदी के सुझाव पर रायपुर में खुलेगा 'मिलेट कैफे'
केंद्र सरकार ने 2023 को मिलेट वर्ष घोषित किया है
छत्तीसगढ़ में देश का पहला मिलेट बैंक खुला है, जहां 22 तरह का बाजरा उत्पन्न होता है pic.twitter.com/Fc4XLp1zas
— Gaurav Srivastav (@gauravnewsman) January 4, 2023
प्रदेश में कोदो, कुटकी और रागी की खेती को विस्तारित किया जा रहा है। इसके चलते राज्य में इसकी खेती का रकबा 69 हजार हेक्टेयर से बढ़कर एक लाख 88 हजार हेक्टेयर तक पहुंच गया है।
मिलेट की खेती को प्रोत्साहन करने, किसानों को प्रशिक्षण देने, उच्च क्वालिटी के बीज की उपलब्धता तथा उत्पादकता में वृद्धि को ध्यान में रखते हुए राज्य में मिलेट मिशन संचालित है।
पौष्टिक व्यंजन अपनाएं – मिलेट्स से बने व्यंजन खाएं
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— SFAC India (@sfacindia) December 9, 2022
14 जिलों ने आईआईएमआर हैदराबाद के साथ छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज संघ के प्रयास से मिलेट मिशन के अंतर्गत त्रिपक्षीय एमओयू भी हो चुका है।
छत्तीसगढ़ मिलेट मिशन के तहत मिलेट की उत्पादकता को प्रति एकड़ 4.5 क्विंटल से बढ़ाकर 9 क्विंटल यानि दोगुना किए जाने का भी लक्ष्य रखा गया है।