वैदिक मंत्रोच्चार के साथ शुरू हुई भारत जोड़ो
यात्रा, राहुल गांधी ने की धर्म गुरु से चर्चा
जयपुर। भारत जोड़ो यात्रा रविवार सुबह करीब दो घंटे देरी से शुरू हुई। यात्रा में राहुल के साथ अशोक गहलोत, सचिन पायलट सहित कई नेता चल रहे हैं।
रविवार 18 दिसंबर को राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का राजस्थान में 14वां दिन है। राहुल की यात्रा दौसा के काला खो से वैदिक मंत्रोच्चार के साथ शुरू हुई। इस दौरान राहुल हिंदू धर्म गुरु से चर्चा करते नजर आए।
राहुल गांधी के दिल्ली दौरे के कारण यात्रा के सुबह के समय में बदलाव किया गया। आज भारत जोड़ो यात्रा करीब दो घंटे देरी से शुरू हुई। राहुल गांधी के साथ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, सचिन पायलट और अधीर रंजन चौधरी सहित कई मंत्री भी चल रहे हैं।
राहुल गांधी की यात्रा में रविवार का पहला चरण 11:30 बजे पूरा होना है, उसके बाद यात्रा सिकंदरा थाने के पास लंच ब्रेक के लिए रुकेगी। लंच ब्रेक के बाद दोपहर 3:30 बजे सिकंदरा टोलगेट से यात्रा शुरू होगी। शाम 6:30 बजे बांदीकुई के मुकुरपुरा चौराहे पर यात्रा का आखिरी पड़ाव है। बांदीकुई के बाढ़ नागवास में यात्रा का रात्रि विराम रखा गया है।
राहुल के टैंट पर बीजेपी सांसद किरोड़ी
मीणा ने समर्थकों के साथ किया कब्जा
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को लेकर राजस्थान में आए दिन नए-नए विवाद पैदा किए जा रहे हैं। पहले कोटा में एक युवक ने राहुल के सामने आत्मदाह का प्रयास किया तो सवाई माधोपुर में यात्रा के टैंट में आग लगाने की साजिश सामने आई थी।
राजस्थान: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत दौसा से की : #BharatJodoYatra pic.twitter.com/wemGjQhwN9
— Molitics (@moliticsindia) December 18, 2022
अब अलवर जिले के राजगढ़ इलाके के सूरेर गांव में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के तहत 19 दिसंबर शनिवार को दोपहर के भोजन के कार्यक्रम के लिए बनाए गए पंडाल पर बीजेपी नेता एवं राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ीलाल मीणा और उनके समर्थकों ने कब्जा कर लिया है। इससे प्रशासन के हाथ पांव फूल गए।
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A discussion with Raghuram Rajan on ideas to make India a true global super-power.https://t.co/kRYglwAKmN pic.twitter.com/BnQbT1Vggv
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 14, 2022
करोड़ीलाल मीणा अपनी मांगों को लेकर अड़े हुए थे। उनका कहना है कि जब तक राहुल गांधी से मिलने का समय नहीं दिया जाता है या मुख्यमंत्री अशोक गहलोत उनसे वार्ता नहीं करते हैं तब तक वे पंडाल पर कब्जा जमाए बैठे रहेंगे।किरोड़ीलाल मीणा समर्थकों के साथ चारपाई पर रातभर रजाई ओढ़कर वहीं लेटे रहे।
प्रशासन को आज सुबह 10 बजे तक का अल्टीमेटम दिया
किरोड़ीलाल मीणा ने प्रशासन को रविवार 18 दिसंबर को सुबह 10 बजे तक का अल्टीमेटम दिया है कि उनकी मांगों को लेकर राहुल गांधी से मिलने का समय तय करें या फिर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से करायें वार्ता कराये। क्योंकि राहुल गांधी के द्वारा झूठे वादे कर जनता को गुमराह किया जा रहा है।
‘कोटा फैक्ट्री’ में जीतू भैया के किरदार की प्रेरणा, नितिन विजय के प्रगतिशील विचार सुनकर बहुत खुशी हुई।
विद्यार्थियों को पढ़ाने का तरीका उनकी शक्तियों और कमज़ोरियों के अनुरूप होना चाहिए।https://t.co/Td4WPSKwSz pic.twitter.com/zmvCCdXSyr
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 17, 2022
उनकी ओर से किसानों के संपूर्ण कर्ज माफी की बात कही गई थी लेकिन अभी तक कर्ज माफ नहीं हुआ है। उन्होंने आरोप लगाया कि किसानों की जमीन को कुर्क किया जा रहा है। राजस्थान में सीएचएल कर्मचारियों ने कोरोना के दौरान में जनसेवा की थी और अब उन्हें सरकार ने एक आदेश से तुरंत हटा दिया गया है।
भारत जोड़ो यात्रा का राजस्थान में 14वां दिन
उल्लेखनीय है कि राहुल गांधी की यात्रा इन दिनों राजस्थान में चल रही है। भारत जोड़ो यात्रा का राजस्थान में शनिवार 17 दिसंबर को 14वां दिन था। यात्रा शनिवार की सुबह 7.30 बजे दौसा के काला खोह से शुरू हुई।
उधर चीन युद्ध की तैयारी कर रहा है, इधर भाजपा सरकार ‘इवेंट मैनेजमेंट’ में लगी है।
देश से सच्चाई छुपाने की कोशिश करने से बेहतर होगा चीन को भारत की शक्ति दिखाइए, प्रधानमंत्री जी। pic.twitter.com/V2bdrRs9rp
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 16, 2022
यह सिकराय विधानसभा क्षेत्र में आगे बढ़ी। जहां राहुल गांधी 22.6 किमी पैदल चलें। इस यात्रा में जयपुर और हनुमानगढ़ जिले के लोग राहुल के साथ चले। भारत जोड़ो यात्रा ने बीते 4 दिसंबर को राजस्थान में प्रवेश किया था।
राहुल चलते नहीं, लगभग दौड़ते हैं: ओम थानवी
वरिष्ठ पत्रकार औऱ् राजस्थान में हरिदेव जोशी पत्रकारिता विश्वविद्यालय के कुलपति रहे ओम थानवी भी राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में सहभागी बने। उन्होने इसकी जानकारी देते हुए सोशल मीडिया पर लिखा है। थानवी के मुताबिक- दौसा में राहुल गांधी से मिलकर अपना समैक्य भाव ज़ाहिर किया।
चलते हुए लम्बी बात हुई। वे चलते नहीं, लगभग दौड़ते हैं। कोई चार किलोमीटर बात चली। इससे पहले दौसा की सड़कों पर कई दायरे पार करते हुए इतना ही समय इसी गति से उन तक पहुँच पाने लग गया।
100 दिनों में जो प्यार भरा साथ मिला है, उसके लिए देशवासियों को दिल से आभार। 🙏🏻
इस ऐतिहासिक क्षण को और भी खास बनाने के लिए राजस्थान को घणां घणां धन्यवाद। pic.twitter.com/dPQiunyR2b
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 16, 2022
मुलाक़ात पहले से तय थी। पर उमड़े भारी जन-समूह के कारण उसमें देर हुई। तड़के मित्रवर भँवर मेघवंशी के साथ यात्रा-पड़ाव में नांगल राजावतान के मीणा हाइकोर्ट (पंचायत) पहुँचा। तंबुओं से टपकती ठंड में योगेन्द्र यादव तैयार हो रहे थे, निखिल डे दिल्ली से आ पहुँचे थे।
मुकेश निर्वासित सिविल सोसायटी के लोगों में समन्वय साध रहे थे, शंकर सिंह अपने समूह को जोड़ रहे थे। सुबह साढ़े पाँच बजे क़ाफ़िला निकल पड़ता है। राहुल केवल टीशर्ट-पतलून में चलते हैं। मैं शिविर का फेरा देकर ठिठुरते हुए गाड़ी में आ बैठा। मुलाक़ात का वक़्त आया तब तक धूप निकल आई थी।
भारत जोड़ो यात्रा के सौ दिन होने पर दौसा में @RahulGandhi से मिलकर मैंने भी अपना समैक्य भाव ज़ाहिर किया। चलते हुए बातें हुई। यात्रा की विशेषता है कि वह सामाजिक-सांस्कृतिक तेवर लिए हुए है; हिंसा और सांप्रदायिकता से देश में आई टूटन के प्रति लोगों को जागरूक होने का आह्वान करती है। pic.twitter.com/GoujDb4NqN
— Om Thanvi | ओम थानवी (@omthanvi) December 16, 2022
राहुल गांधी को पहले मैंने इस यात्रा की पहल की बधाई दी। कहा कि मैं यात्रा को निपट राजनीतिक इवेंट नहीं मानता। यह सामाजिक-सांस्कृतिक तेवर लिए हुए है क्योंकि देश में हिंसा और सांप्रदायिकता से आई टूटन के प्रति लोगों को जागरूक होने का आह्वान करती है।
हमने मीडिया के विकट हाल की बात किंचित विस्तार से की। मैंने कहा, मीडिया की आज़ादी की चूलें हिल गई हैं। गौरी लंकेश की हत्या हो गई। कप्पन दो साल से जेल में हैं। पत्रकारों पर मुक़दमे चलाए जा रहे हैं, लिखने वालों की ट्रोलिंग हो रही है। चैनल ख़रीदे जा रहे हैं। मुखर पत्रकार हटाए जा रहे हैं।
राहुल बोले, मीडिया हमारे यहाँ पूरी तरह तो आज़ाद कभी था ही नहीं। उन्होंने यह भी कहा, मीडिया में दलित संपादक क्यों नहीं हैं? कितने पत्रकार दलित समुदाय से आते हैं। मैंने सहमति जताते हुए कहा कि पहले के सपादकों का दौर विभिन्न समाजों की दशा को लेकर अधिक जागरूक था। मैंने कुछ संपादकों के नाम याद किए। एनडीटीवी का प्रसंग चलने पर उन्होंने कहा मुश्किल यह है कि रवीश कुमार जैसे पत्रकार हैं कितने।
हमें अतीत में नहीं ठहरना है! वर्तमान को समझना है और देश का भविष्य संवारना है। pic.twitter.com/ejyeT7h2zy
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 15, 2022
मैंने उन्हें बताया कि सचिन (वे राहुल के बराबर साथ चल रहे थे) के पिता का 1984 का दौसा चुनाव मैंने बाइक पर कवर किया था। उसके बाद दौसा आना आज आना हुआ है। बरसों दिल्ली रहा। अशोक गहलोत वापस लिवा लाए। उन्होंने जिज्ञासा ज़ाहिर की कि मैं पत्रकारिता में कब आया। संक्षेप में क़िस्सा बताया कि “एक्सीडेंटली” चला आया, पढ़ाई तो कॉमर्स की थी। अख़बारों के मालिकों की राजनीतिक प्रतिबद्धता आदि पर भी बात हुई।
और हाँ, पत्रकारिता विश्वविद्यालय की भी। उन्हें मालूम था कि भाजपा सरकार ने इसे बंद कर दिया था। मैंने उन्हें नए विश्वविद्यालय की सुचारु स्थापना के बारे में बताया। आज की बातचीत उनकी टीम ने रेकार्ड की है। मैंने ऊपर महज़ स्मरण से लिखा है।
भारत जोड़ो यात्रा एक आनंददायी और प्रेरक अनुभव: भंवर मेघवंशी
नफ़रत छोड़ो_भारत जोड़ो !
आज दौसा में भारत जोड़ो यात्रा के सौ दिन पूरे होने के अवसर पर शरीक हुआ,चलते चलते राहुल जी और मैने बहुत सारी बातें की.मुझ जैसे यात्री को वैसे तो हर यात्रा अच्छी लगती है,पर भारत जोड़ो यात्रा एक आनंददायी और प्रेरक अनुभव रहा.#Bharat_Jodo_Yatra pic.twitter.com/9Gw3dZWpBt
— Bhanwar Meghwanshi (@bhanwarmegh) December 16, 2022
राहुल गांधी के साथ मे भारत जोड़ो यात्रा में सामाजिक कार्यकर्ता जन अभियोग निराकरण समिति के सदस्य राजस्थान सरकार भंवर मेघवंशी शामिल हुए। मेघवंशी ने लिखा है-नफ़रत छोड़ो_भारत जोड़ो!आज दौसा में भारत जोड़ो यात्रा के सौ दिन पूरे होने के अवसर पर शरीक हुआ,चलते चलते राहुल जी और मैने बहुत सारी बातें की। मुझ जैसे यात्री को वैसे तो हर यात्रा अच्छी लगती है,पर भारत जोड़ो यात्रा एक आनंददायी और प्रेरक अनुभव रहा।