छत्तीसगढ़ के नेताओं की सक्रिय
उपस्थिति, कई मुद्दों पर होगी चर्चा
रायपुर। राजस्थान के उदयपुर में शुक्रवार 13 मई से होने वाले अ.भा.कांग्रेस के नव संकल्प चिंतन शिविर में शामिल होने के लिए छत्तीसगढ़ से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव और तमाम विधायकों सहित एक बड़ा प्रतिनिधमंडल वहां पहुंचा है।
जिस होटल में छत्तीसगढ़ के नेता रूके हुए हैं, वहां से एक तस्वीर भी जारी हुई हैं। अखिल भारतीय कांग्रेस के सचिव, कांग्रेस विधायक और संसदीय सचिव विकास उपाध्याय ने ट्विट करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव, तथा अखिल भारतीय कांग्रेस के सचिव राजेश तिवारी के साथ चिंतन शिविर में शामिल हो रहे हैं। तस्वीर में राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष किरणमयी नायक सहित अन्य कांग्रेसी भी नजर आ रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस शासित प्रदेशों में अब सभी की निगाहें राजस्थान और छत्तीसगढ़ की राजनीति में टिकी हुई है। विधानसभा चुनाव सर पर है और समीकरण भी बन रहा है कि 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव में 2018 में जिस तरीके की बढ़त मिली थी उसे फिर से पा लिया जाए। क्योंकि 2018 में मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में हुए चुनाव में तीनों स्थानों पर कांग्रेस जीती थी। यह अलग बात है कि छत्तीसगढ़ और राजस्थान में सरकार तो बच गई लेकिन मध्य प्रदेश में सरकार चली गई।
विवाद राजस्थान में भी कम नहीं है क्योंकि अशोक गहलोत बनाम सचिन पायलट का जो झगड़ा चल रहा है, वह कांग्रेस की स्थिरता पर भी एक बड़ा सवाल खड़ा करता है। क्योंकि 2018 के विधानसभा चुनाव परिणामों के बाद दिल्ली दरबार में जिस तरीके से अशोक गहलोत और सचिन पायलट दौड़ लगा रहे थे उसमें पूरी राजनीति ही इस सवालों के साथ आ गई थी कि राजस्थान में चुनाव लड़ना है तो दिल्ली जाओ सरकार बनाना है तो दिल्ली जाओ मंत्री बनाना है तो दिल्ली जाओ विकास लाना है तो दिल्ली जाओ और दोनों राजस्थान के नेता दिल्ली जा रहे थे।
इसी तरह छत्तीसगढ़ में भी मुख्यमंत्री का कार्यकाल को लेकर गाहे-बगाहे चर्चा छिड़ ही जाती है। ऐसे में उदयपुर शिविर में सभी कांग्रेसी नेताओं की मौजूदगी में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर रणनीति बनना तय है। पार्टी हाईकमान की ओर से दिशा-निर्देश भी जारी हो सकते हैं।