12100 करोड़ में टाटा स्टील ने जीती थी
बोली,93,71 प्रतिशत की मिली हिस्सेदारी
नई दिल्ली। टाटा समूह ने नीलाचल इस्पात निगम लिमिटेड (एनआईएनएल) Neelachal Ispat Nigam Limited (NINL) का अधिग्रहण पूरा कर लिया है। इसे टाटा स्टील लॉन्ग प्रोडक्ट्स ने 12 हजार 100 करोड़ रुपये में खरीदा है। इसके लिए इसी साल जनवरी में बोली लगी थी जिसे टाटा स्टील Tata Steel ने जीत लिया था।
एनआईएनएल का रणनीतिक विनिवेश Strategic Disinvestment टाटा स्टील लॉन्ग प्रोडक्ट्स लिमिटेड Tata Steel Long Products Limited के साथ पूरा हुआ है। केंद्र सरकार ने सोमवार 4 जुलाई को इसकी घोषणा की।
टाटा स्टील की इकाई टाटा स्टील लॉन्ग प्रोडक्ट्स (टीएसएलपी) ने इस साल जनवरी में ओडिशा स्थित एनआईएनएल में 93.71 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल करने के लिए बोली जीती थी। पहले यह अनुमान लगाया जा रहा था कि मार्च से जून के अंत तक प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।
वित्त मंत्रालय Finance Ministry ने सोमवार 4 जुलाई को एक बयान में कहा, संयुक्त उद्यम भागीदारों (4 सीपीएसई और 2 ओडिशा सरकार के सार्वजनिक उपक्रमों) के 93.71 प्रतिशत शेयरों के टाटा स्टील लॉन्ग प्रोडक्ट्स लिमिटेड को हस्तांतरण के साथ एनआईएनएल का रणनीतिक विनिवेश पूरा हो गया है।” बकौल वित्त मंत्रालय इसके लिए टाटा ने 12,100 करोड़ रुपये का भुगतान किया है।
पुराने कर्मचारी बने रहेंगे, एलओए भी जारी
नीलाचल इस्पात निगम लिमिटेड (एनआईएनएल) 4 सीपीएसई का एक संयुक्त उद्यम है। इसमें एमएमटीसी की 49.78 प्रतिशत, एनएमडीसी की 10.10 प्रतिशत, भेल और मेकॉन की 0.68-0.68 प्रतिशत हिस्सेदारी थी। इसके अलावा ओडिशा सरकार के दो सार्वजनिक उपक्रमों ओएमसी और आईपीआईसीओएल की क्रमश: 20.47 प्रतिशत और 12.00 प्रतिशत हिस्सेदारी थी।
वित्त मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि इस रकम का उपयोग एसपीए के अनुसार कर्मचारियों, परिचालन लेनदारों, सुरक्षित वित्तीय लेनदारों, विक्रेताओं (परिचालन और वित्तीय बकाया) और शेयर बेचने वालों को भुगतान देने के लिए किया गया है। गौरतलब है कि जनवरी में स्टील मंत्रालय ने कहा था कि कंपनी के पुराने कर्मचारी अब भी कंपनी में बने रहेंगे।
31 जनवरी, 2022 को मैसर्स टाटा स्टील लॉन्ग प्रोडक्ट्स लिमिटेड की उच्चतम मूल्य बोली के अनुमोदन के बाद, 2 फरवरी, 2022 को विजेता बोली लगाने वाले के पक्ष में लेटर ऑफ अवार्ड (एलओए) जारी किया गया।
शेयर खरीद समझौते (एसपीए) पर 10 मार्च, 2022 को हस्ताक्षर किए गए थे। इसके बाद, रणनीतिक साझेदार, एनआईएनएल और छह विक्रेता शेयरधारकों ने एसपीए में परिभाषित शर्तों के एक सेट को पूरा करने की दिशा में काम किया, जिसमें परिचालन लेनदारों की बकाया राशि, कर्मचारियों की बकाया राशि, विक्रेताओं के परिचालन बकाया और विक्रेताओं की वित्तीय बकाया राशि का प्रमाणीकरण करना शामिल है। इसके बाद आपसी संतुष्टि के लिए इन शर्तों को पूरा किया गया है।
नीलाचल स्टील की क्षमता बढ़ाएगी टाटा, बोले चंद्रशेखरन
टाटा स्टील के चेयरमैन नटराजन चंद्रशेखरन Tata Steel Chairman Natarajan Chandrasekaran ने पिछले महीने कहा था कि कंपनी अधिग्रहण प्रक्रिया पूरा होने के बाद नीलाचल इस्पात निगम लिमिटेड (एनआईएनएल) की सालाना क्षमता को अगले एक साल के दौरान बढ़ाकर 11 लाख टन करेगी।
हालांकि, उन्होंने कहा की नीलाचल इस्पात की क्षमता में सुधार सांविधिक मंजूरी पर निर्भर करेगा। नीलाचल एकीकृत लोहा और इस्पात का उत्पादन करती है। बता दें कि कंपनी भारी घाटे में चल रही थी और इसका ओडिशा स्थित 11 लाख टन की क्षमता वाला प्लांट 30 मार्च, 2020 से बंद है।