आज बस्तर में प्रदर्शन की तैयारी में भाजपा, पार्टी
के नेताओं की हत्या से रोष बढ़ा कार्यकर्ताओं में
रायपुर। बस्तर में भाजपा नेताओं की हत्या को लेकर छत्तीसगढ़ के पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा ने एनआईए को पत्र लिखा है। डीजीपी ने एनआईए के महानिदेशक से बस्तर में हुई तीन जनप्रतिनिधियों की हत्या की जांच की मांग की है। वहीं भाजपा नेताओं पर नक्सली हमले को लेकर बीजेपी 16 फरवरी गुरुवार को जगदलपुर में आईजी आफिस का घेराव करने की बड़ी तैयारी की है। रायपुर से भी बीजेपी नेता बस्तर जा रहे हैं।
आपको बता दें कि बस्तर में विगत सप्ताह तीन जनप्रतिनिधियों की हत्या हुई थी। केंद्रीय सुरक्षा बल और राज्य पुलिस के प्रयास से विगत वर्षों में नक्सली उन्मूलन में सफलता मिली है। माओवादियों का इलाका लगातार सिकुड़ने से नक्सली बौखलाहट में है। इसके चलते जनप्रतिनिधियों, आम नागरिकों को निशाना बना रहे।
Also read:नक्सलियों ने पूर्व सरपंच को गला रेतकर मारा, सात दिनों में तीन की ले ली जान
बीते दिनों नक्सलियों ने भाजपा नेता उसूर के मंडल अध्यक्ष नीलकंठ कक्केम को मौत के घाट उतार दिया था और पर्चा जारी कर मद्देड एरिया कमेटी ने हत्या करने की जिम्मेदारी ली थी। नीलकंठ कक्केम 15 सालों से उसूर के मंडल अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। नक्सलियों ने भाजपा जिला उपाध्यक्ष सागर साहू की भी हत्या की थी और ओरछा मार्ग पर पर्चा जारी कर हत्या की जिम्मेदारी ली थी। इसके अलावा छोटे डोंगर सरपंच एवं अन्य एक व्यक्ति को जान से मारने की धमकी दी है।
श्रद्धांजलि देने पहुंचे थे राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा
हाल ही में छत्तीसगढ़ दौरे पर आए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने नारायणपुर पहुंचकर भाजपा जिला उपाध्यक्ष सागर साहू को श्रध्दांजलि दी थी। इस दौरान पूर्व सीएम और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भी मौजूद रहे। सभी शीर्ष नेताओं ने परिजनों से मुलाकात कर सांत्वना दी थी। बीजेपी नेताओं की हत्या पर चिंता जताते हुए नड्डा ने लाल बाग मैदान में सभा को संबोधित करते हुए कहा था कि कांग्रेस सरकार में नक्सल घटनाएं बढ़ी हैं। भाजपा के शासन काल में विकास हुआ था. कांग्रेस का दूसरा नाम छलावा है। कांग्रेस का काम फूट डालो और राजनीति करो है।
नक्सली हमले को भाजपा ने बताया था साजिश
बस्तर में लगातार भाजपा नेताओं की हत्या के बाद सियासत जारी है। नक्सली हमले को लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने प्रेस वार्ता कर कहा था, कांग्रेस की सरकार छत्तीसगढ़ को रक्त रंजित करने का षड्यंत्र कर रही है। पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने भाजपा नेताओं पर नक्सलियों के हमले को साजिश बताया था। साथ ही उन्होंने सरकार से नक्सलियों द्वारा भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या होने पर पीड़ित परिवारों को 1-1 करोड़ मुआवजा देने की मांग की थी।
सीएम ने कहा था–किसी भी भाजपा नेता की सुरक्षा कम नहीं
सीएम भूपेश बघेल ने भाजपा नेताओं की सुरक्षा को लेकर कहा था कि नक्सल क्षेत्र के किसी भी भाजपा नेता की सुरक्षा कम नहीं की गई है। पूर्व मंत्रियों को आज भी जेड प्लस सुरक्षा है। डॉ. रमन सिंह को तो मुझसे ज्यादा सुरक्षा है। मैं मुख्यमंत्री हूं, लेकिन मेरी सुरक्षा पूर्व मुख्यमंत्री से कम ही है। रमन सिंह के पास तो जेड प्लस और एनएसजी है।
डीजीपी के पत्र का पीसीसी चीफ मरकाम ने किया
समर्थन, कहा- हम भी चाहते हैं दोषियों पर कार्रवाई…
प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष मोहन मरकाम ने बस्तर में जनप्रतिनिधियों की हत्या के मामले की जांच के लिए पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा ने एनआईए को पत्र लिखने का समर्थन किया है। मरकाम ने कहा कि हम भी चाहते है दोषियों पर कार्यवाही हो।
मोहन मरकाम ने मीडिया से चर्चा में कहा कि हमने झीरम घाटी घटना की सीबीआई जांच की मांग की थी। सदन में सर्वसम्मति से जांच कराए जाने का प्रस्ताव पारित हुआ। लेकिन केंद्र सरकार ने जांच से मना कर दिया। इसमें भाजपा का दोहरा चरित्र दिखता है। मुद्दाविहीन भाजपा इसे मुद्दा बनाने का प्रयास कर रही है। मुख्यमंत्री ने पहले ही कह चुके है केंद्र सरकार जिस भी एजेंसी से जांच करा लें, हम जांच कराने के लिए तैयार है।
Also read:अब नक्सलवाद नहीं विकास है साल्हेवारा और बकरकट्टा की पहचान
कांग्रेस महाधिवेशन के लिए लगाए गए पोस्टर को लेकर पीसीसी के आदेश और नाराजगी पर मोहन मरकाम ने कहा कि नहीं, ऐसा नही है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की गाइडलाइन के तहत महान महापुरुषों की वहां फोटो लगती है। उसमें किसी दूसरे नेता की फोटो नहीं लगती है। उसमें स्लोगन होते हैं। उदयपुर, बुराड़ी, दिल्ली और हैदराबाद में भी राष्ट्रीय अधिवेशन में हमारे महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी हैं, हमारे जितने भी प्रधानमंत्री रहे हैं, हमारे जो नेता रहे हैं, उनके स्लोगन के साथ, फोटो के साथ, उनके पूरे फ्लेक्स लगे. उससे पूरा संदेश दिया जाता है।
अनेक संगठन के आंदोलन को लेकर मोहन मरकाम ने कहा हमें उम्मीद हैं आंगनवाड़ी कार्यकर्ता हों, रसोइया हों या अनियमित कर्मचारी हों, उनके पक्ष में सरकार इस बार के बजट में कुछ ना कुछ करेगी।
राष्ट्रीय अधिवेशन की तैयारियों को लेकर मोहन मरकाम ने कहा कि इसकी व्यापक तैयारी चल रही हैं। 20 फरवरी तक तैयारी लगभग पूरी हो जाएगी. राष्ट्रीय नेतृत्व द्वारा मॉनिटरिंग की जा रही है। अलग-अलग कमेटियों के माध्यम से तैयारियां की जा चुकी हैं। वहीं आवास के मुद्दे पर बीजेपी के प्रदर्शन को लेकर मोहन मरकाम ने कहा कि बीजेपी से कहना चाहता हूं कि वे केंद्र सरकार से छत्तीसगढ़ के आवास की राशि उपलब्ध कराएं। हमारी सरकार छत्तीसगढ़ की जनता को आवास उपलब्ध कराएगी।