87 देशों के प्रतिभागियों को टक्कर देते हुए जीत ली दुनिया की
सबसे बड़ी कोडिंग प्रतियोगिता और 10 हजार डॉलर ईनाम भी
नई दिल्ली। आईआईटी-दिल्ली के छात्र कलश गुप्ता ने वैश्विक कोडिंग प्रतियोगिता टीसीएस कोड विटा का सीजन-10 जीत लिया है। टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि आईआईटी-डी के कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग के तीसरे वर्ष के छात्र कलश गुप्ता 87 देशों के 100,000 प्रतियोगियों में से एक थे।
गिनीज बुक में दर्ज है यह सबसे बड़ी कंप्यूटर प्रोग्रामिंग प्रतियोगिता
कलश गुप्ता ने 2018 में आईआईटी में प्रवेश के लिए संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) में देश भर में तीसरी रैंक हासिल की थी। उन्होंने पूरे दिल्ली क्षेत्र में टॉप किया था। कोडविटा, एक प्रतिष्ठित कोडिंग प्रतियोगिता है। इस प्रतियोगिता का नाम दुनिया की सबसे बड़ी कंप्यूटर प्रोग्रामिंग प्रतियोगिता के रूप में गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज है।
क्या है कोडवीटा प्रतियोगिता?
कोडवीटा प्रतियोगिता के सभी चार विजेताओं को टीसीएस के अनुसंधान और नवाचार संगठन के साथ इंटर्नशिप का अवसर मिलेगा। विभिन्न विश्वविद्यालयों के 21 भारतीय छात्रों के नाम दुनिया के टॉप कोडर्स की सूची में शामिल हैं।
कलश के अलावा, दूसरा और तीसरा स्थान हासिल करने वाले प्रतियोगी क्रमशः चिली और ताइवान से थे। प्रतियोगिता जीतने के बाद कलश गुप्ता को आईआईटी दिल्ली के निदेशक रंगन बनर्जी ने सम्मानित किया है।
कभी सोचा नहीं था इस सफलता के बारे में
अपनी शानदार जीत के बाद गुप्ता ने कहा, जब प्रतियोगिता के शुरु हुई तब मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं शीर्ष 3 में भी रहूंगा लेकिन यह एक बहुत शानदार अनुभव है। मैं पुरस्कार राशि (10,000 डॉलर) को लेकर बहुत उत्साहित हूं। शुरू में मुझे विश्वास नहीं था, क्योंकि पहली समस्या को हल करने में इसमें काफी समय लगा लेकिन जैसे-जैसे मैं आगे बढ़ा, कुछ अन्य समस्याओं को हल करते हुए, मेरा विश्वास बढ़ने लगा। मुझे अपनी अंतिम स्थिति में विश्वास था कि मैं शीर्ष 3 में रहूंगा।
बता दें कि कोडविटा को एक खेल के रूप में प्रोग्रामिंग को बढ़ावा देने के लिए डिजाइन किया गया है। इसका उद्देश्य दुनिया भर के प्रतिभागियों को एक-दूसरे के खिलाफ अपने कौशल का इस्तेमाल करने के लिए प्रोत्साहित करना है। वे सभी वास्तविक जीवन की चुनौतियों का सामना करते हैं।