राहुल गांधी के नेतृत्व में भारत जोड़ो पदयात्रा में शुक्रवार अवकाश रहा, लोग यात्रा से जुड़ने आतुर
केरल से दीपक असीम
आज फिर पदयात्रियों की छुट्टी है। सब जम कर आराम करेंगे। कपड़े धुलेंगे, नींद पूरी होगी और पैर के छालों की दवा खरीदी जाएगी। साथ ही जुकाम की भी दवा थोक में ली जाएगी। जब से चले हैं ज्यादातर पदयात्रियों को जुकाम हो रहा है।
दो तीन दिन में अच्छे हुए तो फिर जुकाम पकड़ लेता है। ज्यादातर पदयात्री समुद्री आबो-हवा के आदि नहीं हैं जिसमें बहुत उमस होती है।
भीड़ इस उमस को और बढ़ा देती है। बहुत प्यास लगती है और ये लोग रास्ते में खूब पानी पीते हैं। कहीं गर्म तो कहीं ठंडा। मालवी भाषा में कहें तो इन्हें सीत-गर्मी सता रही है। जब तक केरल से नहीं निकलेंगे यही हाल रहना है।
केरल में गर्म पानी पीने का चलन है। होटलों में पानी केवल गर्म ही नहीं होता कई बार उसमें कोई दवा या मसाला भी डाल दिया जाता है।
सादा और ठंडा पानी पीने वालों की प्यास इससे नहीं बुझती। बाद में वे बोतल का ठंडा पानी भी पीते हैं। इससे समस्या और बढ़ रही है।
— SACHIN SOLANKI (@iSachinSolanki) September 21, 2022
सार्वजनिक जीवन में शायद पहली बार राहुल गांधी ने कल मज़ाक किया। एर्नाकुलम की प्रेस कॉन्फ्रेंस में जब जयराम रमेश अंग्रेजी में कह रहे थे कि देश में कुछ ऐसे भी नेता हैं जिन्होंने बीस साल में एक भी प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं की है, तो राहुल ने उन्हे टोकते हुए कहा कुछ नहीं केवल एक नेता ऐसा है। उनका इशारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ था।
भारत जोड़ो यात्रा में दिखा अनोखा रंग, राहुल गांधी ने दिव्यांग कार्यकर्ता के साथ किया पैदल मार्च@RahulGandhi @INCIndia #BharatJodoYatra pic.twitter.com/HbcD5OqhCl
— Geet Sethi Advocate (@GeetSethiS) September 23, 2022
राहुल गांधी का सेंस ऑफ ह्यूमर उनके आत्मविश्वास के चलते बाहर आ रहा है। जब एक पत्रकार ने पूछा कि भारत यात्री के तौर पर आपका अनुभव क्या है, तो उन्होंने कहा कि अभी केवल सवा तीन सौ किलोमीटर का सफर हुआ है।
अभी आप हमें भारत यात्री नहीं कह सकते। अभी तो हम सब सिर्फ कुछ जिलों के यात्री हैं। आप हमें जिला यात्री कह सकते हैं। यह सवाल आप मुझसे सौ दिन बाद पूछेंगे तो मैं आपको इसका बेहतर जवाब दे पाऊंगा।
An inspiring start to the day.
Offered my tributes to the great spiritual leader, philosopher and social reformer, Sree Narayana Guru whose teachings of equality are key to the idea of #BharatJodoYatra. pic.twitter.com/Pjr6FKisRR
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 21, 2022
औरतें अपना बच्चा राहुल गांधी के हाथों में देकर एक फोटो उतरवाना चाहती हैं। जिनके बच्चे कुछ बड़े हैं, वे चाहते हैं राहुल उनके बच्चों को साथ लेकर कुछ कदम चलें और एक फोटो खिंच जाए। राहुल सबकी ख्वाहिश पूरी करते हैं।
महिलाएं उन्हें देखकर भावुक हो जाती हैं और गले से लग जाती हैं या गले लगा लेती हैं और रो पड़ती हैं। पता नहीं मन का कौनसा बांध है, जो राहुल को छूने भर से फूट पड़ता है।
लोगों के मन में राहुल की छवि उस मसीहा के जैसी बन रही है, जो सबका दुख दूर करने के लिए दुष्ट ताकतों से लड़ने निकला है। सबकी उम्मीदें जैसे राहुल से हैं।
"जो भारत जोड़ने के लिए कभी चले ही नहीं, उन्हें क्या मालूम होगा चलना आसान है या कठिन"#BharatJodoYatra से जुड़ी अफवाहों का श्री @Pawankhera द्वारा पर्दाफाश : pic.twitter.com/5P8F9PXtFV
— Congress (@INCIndia) September 23, 2022