देश की पांचवीं वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन होगी
और दक्षिण भारत में इस तरह की पहली ट्रेन
बेंगलुरू। प्रधानमंत्री क्रांतिवीर संगोली रायन्ना (केएसआर) रेलवे स्टेशन की प्लेटफार्म संख्या 7 पर झंडी दिखाने वाले क्षेत्र में पहुंचे और चेन्नई-मैसुरु वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई।
ये देश की पांचवीं वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन होगी और दक्षिण भारत में इस तरह की पहली ट्रेन होगी। ये चेन्नई के औद्योगिक केंद्र, बेंगलुरु के टेक और स्टार्टअप हब और प्रसिद्ध पर्यटन शहर मैसूर के बीच के संपर्क को बढ़ाएगी।
प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट में कहा;
“चेन्नई-मैसुरु वंदे भारत एक्सप्रेस कनेक्टिविटी के साथ-साथ वाणिज्यिक गतिविधियों को भी बढ़ावा देगी। ये ‘ईज ऑफ लिविंग’ को भी बढ़ाएगी। खुशी है कि इस ट्रेन को बेंगलुरु से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।”
ಚೆನ್ನೈ-ಮೈಸೂರು ವಂದೇ ಭಾರತ್ ಎಕ್ಸ್ಪ್ರೆಸ್ ಸಂಪರ್ಕ ಸೌಲಭ್ಯದ ಜತೆಗೆ ವಾಣಿಜ್ಯ ಚಟುವಟಿಕೆಗಳನ್ನೂ ಹೆಚ್ಚಿಸುತ್ತದೆ. ಅದು ಜೀವನವನ್ನು ಹೆಚ್ಚು ಸುಗಮಗೊಳಿಸುತ್ತದೆ. ಈ ರೈಲಿನ ಸಂಚಾರಕ್ಕೆ ಬೆಂಗಳೂರಿನಲ್ಲಿ ಹಸಿರು ನಿಶಾನೆ ತೋರಿಸಿದ್ದಕ್ಕೆ ಸಂತಸವಾಗಿದೆ. pic.twitter.com/GtAxs6E846
— Narendra Modi (@narendramodi) November 11, 2022
इसके बाद प्रधानमंत्री प्लेटफॉर्म संख्या 8 के फ्लैग ऑफ क्षेत्र में पहुंचे और भारत गौरव काशी यात्रा ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। कर्नाटक पहला राज्य है जिसने भारत गौरव योजना के तहत इस ट्रेन को शुरू किया है।
जिसमें कर्नाटक सरकार और रेल मंत्रालय मिलकर कर्नाटक से तीर्थयात्रियों को काशी भेजने के लिए कार्य कर रहे हैं। इन तीर्थयात्रियों को काशी, अयोध्या और प्रयागराज जाने के लिए आरामदायक प्रवास और मार्गदर्शन प्रदान किया जाएगा।
प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया :
“मैं कर्नाटक को बधाई देना चाहता हूं कि वो पहला राज्य है जिसने भारत गौरव काशी यात्रा ट्रेन शुरू की है। ये ट्रेन काशी और कर्नाटक को करीब लाती है। तीर्थयात्री और पर्यटक अब आराम से काशी, अयोध्या और प्रयागराज की यात्रा कर सकेंगे।
प्रधानमंत्री के साथ कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई, कर्नाटक के राज्यपाल थावर चंद गहलोत और केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव और प्रहलाद जोशी भी थे।
उन्नत अत्याधुनिक सुरक्षा सुविधाओं से लैस है वंदे भारत एक्सप्रेस
वंदे भारत एक्सप्रेस 2.0 कई बेहतरीन और विमान यात्रा जैसे अनुभव प्रदान करती है। ये उन्नत अत्याधुनिक सुरक्षा सुविधाओं से लैस है जिसमें स्वदेशी रूप से विकसित ट्रेन टक्कर बचाव प्रणाली ‘कवच’ शामिल है। वंदे भारत 2.0 ज्यादा उन्नत और बेहतर सुविधाओं से लैस होगी जैसे कि 0 से 100 किलोमीटर प्रति घंटे की गति केवल 52 सेकंड में हासिल करना और अधिकतम 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार हासिल करना। 430 टन के पिछले संस्करण की तुलना में और बेहतर हुई वंदे भारत एक्सप्रेस का वजन 392 टन होगा।
इसमें वाई-फाई कंटेंट ऑन डिमांड की सुविधा भी होगी। पिछले संस्करण में जहां 24 इंच की स्क्रीन थीं, वहीं नई ट्रेन के हर डिब्बे में 32 इंच की स्कीन हैं जो यात्री सूचना और इन्फोटेनमेंट प्रदान करती हैं। वंदे भारत एक्सप्रेस पर्यावरण अनुकूल भी होगी क्योंकि इसके एसी 15 प्रतिशत ज्यादा ऊर्जा कुशल होंगे। ट्रैक्शन मोटर की धूल रहित स्वच्छ एयर कूलिंग से यात्रा ज्यादा आरामदायक हो जाएगी।
पहले केवल एग्जीक्यूटिव क्लास के यात्रियों को ही साइड रिक्लाइनर सीट की सुविधा दी जाती थी जो इस ट्रेन में सभी श्रेणियों के लिए उपलब्ध कराई जाएगी। एग्जीक्यूटिव कोच में 180 डिग्री घूमने वाली सीटों की अतिरिक्त सुविधा है। वंदे भारत एक्सप्रेस के नए डिजाइन में हवा साफ करने के लिए रूफ-माउंटेड पैकेज यूनिट (आरएमपीयू) में एक फोटो-कैटेलिटिक अल्ट्रावायलेट वायु शोधन प्रणाली स्थापित की गई है।
सेंट्रल साइंटिफिक इंस्ट्रूमेंट्स ऑर्गनाइजेशन (सीएसआईओ), चंडीगढ़ के सुझाव अनुसार इस सिस्टम को डिजाइन और आरएमपीयू के दोनों सिरों पर स्थापित किया गया है ताकि ताजी हवा और वापसी की हवा में से आ रहे कीटाणुओं, बैक्टीरिया, वायरस आदि से हवा को फिल्टर और साफ किया जा सके।
भारत गौरव रेलगाड़ियां
भारतीय रेलवे ने नवंबर 2021 के महीने में थीम-आधारित भारत गौरव ट्रेनों का संचालन शुरू किया। इस थीम का उद्देश्य भारत गौरव ट्रेनों के माध्यम से भारत और दुनिया के लोगों के लिए भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और शानदार ऐतिहासिक स्थानों को प्रदर्शित करना है।
इस योजना का उद्देश्य भारत की विशाल पर्यटन क्षमता का दोहन करने हेतु थीम-आधारित ट्रेनों को चलाने में पर्यटन क्षेत्र के पेशेवरों की मुख्य ताकत का लाभ उठाना भी है।