अब निगाहें पेरिस ओलम्पिक में टिकी, प्रधानमंत्री,
गृहमंत्री सहित देश भर ने दी निकहत को ढेरों बधाईयां
इस्तांबुल। भारत की बेटी निकहत जरीन ने इस्तांबुल में महिला विश्व चैंपियनशिप में 52 किग्रा वर्ग में स्वर्ण पदक जीत कर एक नया इतिहास रच दिया है। उनकी इस सफलता से देश में और खास कर खेल जगत में उत्साह का माहौल है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और कई गणमान्य लोगों ने देश की बेटी निकहत को शुभकामनाएं दी है।
उल्लेखनीय है कि निकहत जरीन ने गुरुवार 19 मई को फ्लाईवेट फाइनल में थाईलैंड की जितपोंग जुटामेंस पर जीत हासिल की। फाइनल में जरीन ने थाई प्रतिद्वंद्वी को कोई मौका नहीं दिया। अपने शानदार खेल से उन्होंने न सिर्फ यह मैच जीता बल्कि स्वर्ण पदक अपने नाम किया।
लगातार कर रही बेहतरीन प्रदर्शन
इसके साथ ही महिला विश्व बॉक्सिंग चैंपियनशिप में स्वर्ण जीतने वाली पांचवीं भारतीय महिला बन गईं। उनसे पहले दिग्गज एमसी मैरीकॉम ने 2002, 2005, 2006, 2008, 2010 और 2018 में खिताब जीते थे। इसके अलावा 2006 में सरिता देवी, जेनी आर एल और लेखा केसी ने अपने-अपने भारवर्ग में स्वर्ण पदक जीता था।
निकहत जरीन लगातार इस टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन किया। इससे पहले सेमीफाइनल में उन्होंने 5-0 से जीत दर्ज की। अब फाइनल में भी ऐसा ही दबदबा देखने को मिला। बता दें निकहत जरीन ने पिछले कुछ समय से लगातार बेहतरीन प्रदर्शन करती आ रही हैं।
देश की पांचवीं महिला बॉक्सर
2019 की एशियन चैम्पियनशिप में भी निकहत जरीन ने ब्रॉन्ज मेडल जीता था। 25 साल की निकहत जरीन पांचवीं भारतीय महिला बॉक्सर हैं, जिन्होंने वर्ल्ड बॉक्सिंग चैम्पियनशिप में गोल्ड मेडल अपने नाम किया अब वर्ल्ड चैम्पियन बनने के बाद निकहत जरीन से उम्मीदें बढ़ गई हैं। ऐसे में अब निगाहें सीधा पेरिस ओलंपिक पर टिकी हैं।
तेलंगाना की रहने वाली हैं निकहत
निकहत जरीन मूल रूप से निजामाबाद तेलंगाना की रहने वाली है। उन्होंने निजामाबाद और हैदराबाद से अपनी स्कूली व काॅलेज की शिक्षा पूरी की है। मुहम्मद जमील अहमद और परवीन सुल्ताना की बेटी निकहत वर्तमान में बैंक ऑफ इंडिया में स्टाफ आफिसर के तौर पर कार्यरत हैं।