प्रेस कान्फ्रेंस में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दिया
बस्तर में जारी बदलाव और विकास का ब्यौरा
कोंडागांव। अपने भेंट-मुलाकात अभियान में बस्तर दौरे पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शनिवार 28 मई को कोंडागांव में हैं। यहां उन्होंने प्रेस कान्फ्रेंस को संबोधित करते हुए दावा किया कि उनकी सरकार के विकास कार्यों की बदौलत लोगों में भरोसा कायम हुआ है और नक्सली पीछे हटे हैं। पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि हमारी सरकार वन संसाधन और वनाधिकार पट्टे दे रही है उन्होंने कहा कि फलदार वृक्ष से पेड़ कटाई रुकेगी।
उन्होंने कहा कि समूचे प्रदेश में ज्यादा से ज्यादा फलदार वृक्ष लगाने पर जोर दिया जा रहा है। कोंडागांव में भी गारमेंट के कार्य हो रहे, सभी को रोजगार मिल रहा है। उन्होंने कहा कि गौठानों को रूरल इंडस्ट्रीयल पार्क के रूप में बदला जाएगा। जहां गोबर खरीदी के साथ-साथ अन्य एक्टिविटी भी किया जाएगा। जिससे लोगो के पास पैसा जाएगा। उन्होंने बताया कि गोबर से पेंट उत्पादन, बिजली, गोठान में तेल पेराई मशीन स्थापित कर कई रोजगार मूलक कार्य हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के अंतर्गत कल 27 मई को मैंने कोंडागांव विधानसभा क्षेत्र में लोगों से भेंट-मुलाकात की। लोगों से सीधी बातचीत कर योजनाओं का फीड बैक लिया।
उन्होंने कहा कि बस्तर में रुझान खेती की तरफ बढ़ा, सिंचाई की मांग बढ़ी है। लोक संस्कृति को बचाने के लिए हम घोटूल और देवगुड़ी के जीर्णोद्धार का कार्य कर रहे हैं। बस्तर के जन-जीवन मे बड़ा परिवर्तन आया है, भू-जल का उपयोग बढ़ा है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि नालों को रिचार्ज करने की जरूरत है। पेयजल उपलब्धता के लिए हम घर-घर नल लगा रहे, बस्तर में ज़्यादा काम करने की ज़रूरत है।
अंचल के विकास पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि बस्तर में अब बैंकों की मांग हो रही है, जबकि यहां कभी बैंक की मांग नही होती थी, यह अच्छा संकेत है। उन्होंने कहा कि बस्तर बदल रहा, विकास की दिशा में तेजी से बढ़ रहा है। हम विश्वास विकास सुरक्षा को लेकर कार्य कर रहे हैं। उन्होंने दोहराया कि हमारे कार्यों से लोगों का विश्वास बढ़ा है, नक्सल पीछे हटे हैं।