दिव्य सत्संग प्रवचन माला ’जीने की कला’
के कार्यक्रम में शामिल हुए भूपेश बघेल
रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल रविवार 17 जुलाई को राजधानी रायपुर के आउटडोर स्टेडियम बूढ़ापारा में राष्ट्र सन्त ललितप्रभ सागर के चल रहे दिव्य सत्संग प्रवचन माला ’जीने की कला’ के कार्यक्रम में शामिल हुए।
बघेल ने ललितप्रभ सागर का प्रवचन सुना तथा उनसे प्रदेश की सुख, समृद्धि और खुशहाली का आशीर्वाद प्राप्त किया। मुख्यमंत्री बघेल ने छत्तीसगढ़ की पावन धरा में राष्ट्र संतों का स्वागत करते हुए कहा कि यह हमारा सौभाग्य है कि राष्ट्र संत ललितप्रभ सागर ने अपने प्रवचन के लिए छत्तीसगढ़ को चुना।
उन्होंने कहा कि हम सभी उनके अनेक प्रवचन पुस्तकों, कैसेट और अन्य माध्यम से सुनते रहते हैं परन्तु आज पहली बार प्रत्यक्ष रूप से उनका सत्संग सुनने का अवसर मिल रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ललितप्रभ सागर ने अपने प्रवचन में इतनी सुंदर बात कही कि क्रोध में कैसे नियंत्रण रखना है, जीवन में किस प्रकार सकारात्मकता बनाये रखना है।
इन सब बातों को अपने जीवन में उतारेंगे, विचारों में असमानता का सम्मान करना सीखेंगे तो निश्चित रूप से हम सब का भला होगा। इससे व्यक्ति का, परिवार का, समाज का और पूरे देश का भला होगा। आयोजकों की ओर से शॉल ओढ़ा कर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का सम्मान किया गया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर ’हैप्पी थाट्स’ कैलेण्डर का विमोचन भी किया।
सकल जैन समाज, श्री ऋषभदेव जैन मंदिर ट्रस्ट एवं दिव्य चातुर्मास समिति द्वारा आयोजित कार्यक्रम में डॉ. मुनि श्री शांतिप्रिय सागर, महापौर रायपुर एजाज ढेबर, दिव्य चातुर्मास समिति के अध्यक्ष त्रिलोकचंद बरड़िया, ऋषभदेव जैन मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष विजय कांकरिया सहित के अनेक पदाधिकारी और श्रद्धालु बड़ी संख्या में उपस्थित थे।