भिलाई ओलंपिक का शानदार समापन,मार्चपास्ट किया 40
खेलों के प्रतिभागियों ने,5500 खिलाड़ियों ने लिया हिस्सा
दुर्ग। भिलाई भारत का भविष्य है। यह पंडित नेहरू हमेशा कहते थे। आज उनके जन्मदिवस पर भिलाई ओलंपिक के समापन के अवसर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी आये। यहां उन्होंने मुक्केबाजी और जूडो का प्रदर्शन भी देखा। मुख्यमंत्री ने विजेता खिलाड़ियों को पुरस्कृत किया।
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि यह हम सबके लिए महत्वपूर्ण दिन है। हमने प्रदेश में छत्तीसगढ़ी ओलंपिक के आयोजन किया। 70 साल की बुजुर्ग महिलाओं ने भी न केवल प्रतियोगिता में हिस्सा लिया अपितु विजय भी हासिल की। लोग हमारे परंपरागत खेलों को भूलते जा रहे थे। मोबाइल के दौर में लोग खेल भूलते जा रहे थे। इससे नई स्फूर्ति का संचार हुआ।
उन्होंने कहा कि हमने तो केवल 14 खेलों का आयोजन किया। आपने तो 38 खेलों का आयोजन किया। मैं जिला प्रशासन की इसके लिए प्रशंसा करता हूँ। जिले के प्रभारी मंत्री मोहम्मद अकबर ने कहा कि यहां भव्य आयोजन हुआ। ऐसे आयोजन से पूरा शहर स्फूर्ति से भर जाता है।
अपने संबोधन में भिलाई विधायक देवेंद्र यादव ने कहा कि भिलाई शिक्षा और खेल के लिए जाना जाता है। मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़िया ओलंपिक आरंभ किया तो हमें भी प्रेरणा मिली और इस खेल का आयोजन किया।
उन्होंने कहा कि भिलाई का समाज इतना विविध है कि हमेशा देश में होने वाली गतिविधि यहां होती है। हम लोग अनेकता में एकता को जीते हैं।
इस मौके पर अपने संबोधन में महापौर नीरज पाल ने कहा कि भिलाई ओलंपिक में लगभग साढ़े पांच हजार खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया। काफी उत्साह से उन्होंने भाग लिया। मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में शहर तेजी से तरक्की कर रहा है।
इस मौके पर पंडित नेहरू की स्मृतियों से जुड़ा एल्बम भी लोकार्पित किया गया। साथ ही ढाई मिनट से जुड़ी डॉक्यूमेंट्री भी जारी की गई। मुख्यमंत्री ने रिमोट से बटन दबाकर पंडित नेहरू की तस्वीर में पुष्प वर्षा की और उन्हें सादर नमन किया। आभार प्रदर्शन भिलाई निगम आयुक्त रोहित व्यास ने किया।
इस अवसर पर संभागायुक्त महादेव कांवरे कलेक्टर पुष्पेंद्र मीणा एवं जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे। इस मौके पर भिलाई चरौदा महापौर निर्मल कोसरे, जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष राजेन्द्र साहू एवं अन्य गणमान्य अतिथि मौजूद थे।
“कौन है भारत माता? इस विशाल भूमि में फैले भारतवासी सबसे ज़्यादा मायने रखते हैं। भारतमाता यही करोड़ों-करोड़ जनता है।”
पं नेहरू के इन्हीं लोकतांत्रिक, प्रगतिशील और धर्मनिरपेक्ष मूल्यों को दिल में ले कर चल रहा हूं, 'हिन्द के जवाहर' की भारत माता की रक्षा के लिए। pic.twitter.com/SmAd2XgBYz
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 14, 2022