नियमित पदयात्रियों के अलावा भी देश भर
से लोग पहुंच रहे इतिहास का हिस्सा बनने
तिरुअनंतपुरम। कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा‘ को केरल में भारी जनसमर्थन मिल रहा है। यात्रा के दसवें दिन 16 सितंबर शुक्रवार को सुबह केरल के कोल्लम जिले के पुथियाकावु से आगे बढ़ी, यात्रा में भारी भीड़ उमड़ी। राहुल गांधी केरल के वायनाड से सांसद हैं। वे राज्य में पार्टी की पकड़ मजबूत करने के लिए पूरा जोर दे रहे हैं।
यह यात्रा सात सितंबर को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू हुई थी। यात्रा 150 दिन तक चलेगी। इस दौरान यह 12 राज्यों से गुजरेगी। 3570 किलोमीटर लंबी यात्रा का समापन जम्मू-कश्मीर में होगा। यात्रा 12 राज्यों के 20 शहरों से होकर गुजरेगी।
आज सुबह एक नायाब तोहफ़ा मिला – प्यार के धागों से बुनी एक चटाई, एक माँ की ओर से, एक बेटे के लिए। ❤️ pic.twitter.com/pHWP6obDiy
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 17, 2022
राहुल के साथ सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ता यात्रा में चल रहे हैं। उनके हाथों में कांग्रेस के झंडे हैं। गांधी और यात्रा के सदस्य शुक्रवार को करीब 24 किलोमीटर पैदल चलकर करुणागपल्ली में रुके थे। यात्रा सुबह 6.30 बजे फिर से शुरू हुई। यह लगभग 12 किमी की दूरी तय कर अलाप्पुझा जिले में प्रवेश की।
इस दौरान सुबह 11 बजे यह कायमकुलम में विराम लिया। इसके बाद यह शाम 5 बजे फिर शुरू हुई और 8 किलोमीटर चलने के बाद चेप्पड़ में एक जनसभा के साथ यात्रा का समापन हुआ।
मां अमृतानंदमयी से लिया आशीर्वाद, सोशल मीडिया पर साझा किए फोटो
राहुल गांधी ने शुक्रवार 16 सितंबर की रात मां अमृतानंदमयी से करुणागपल्ली के पास उनके आश्रम में मुलाकात की। उन्होंने सोशल मीडिया पर मां अमृतानंदमयी के साथ कई फोटो भी साझा किए। इसके साथ राहुल ने लिखा कि कोल्लम के पास उनके आश्रम में अमृतानंदमयी मां से मिलना सौभाग्य की बात है।
अम्मा के संगठन ने गरीबों और दलितों की मदद करने के लिए जो अद्भुत काम किया है, उससे बहुत प्रभावित हुए। मैंने उनका अभिवादन किया और गर्मजोशी से प्यार भरा आलिंगन किया।‘
यात्रा के लिए चंदा नहीं देने पर सब्जी विक्रेता को धमकाया, तीन निलंबित
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कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा के लिए चंदा नहीं देने पर शुक्रवार 16 सितंबर को एक सब्जी विक्रेता को धमकाने का भी सामने आया है। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक कोल्लम में यात्रा के लिए 2000 रुपये न देने पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सब्जी विक्रेता के साथ बदसलूकी की।
सब्जी की दुकान चलाने वाले एस फवाज ने बताया कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं का एक दल उनकी दुकान पर पहुंचा था। उनसे यात्रा के लिए चंदा मांगा। उन्होंने 500 रुपये दिए लेकिन उन्होंने 2000 रुपये की मांग की। इसके बाद तराजू को नुकसान पहुंचाया और सब्जियां फेंक दीं। कार्यकर्ताओं ने दुकान में नुकसान पहुंचाया है।
चंदा नहीं देने पर दुकानदार को कथित तौर पर धमकी देने का मामला तूल पकड़ने पर कांग्रेस पार्टी एक्शन में आ गई है। केरल कांग्रेस अध्यक्ष सुधाकरन ने सब्जी विक्रेता के साथ बदसलूकी करने के मामले में पार्टी के तीन कार्यकर्ताओं को निलंबित कर दिया है।
श्रीनगर में समापन होना है यात्रा का
निशिकांत ठाकुर
When dreams come true! #BharatJodoYatra pic.twitter.com/G96c5tA0LS
— Bharat Jodo Nyay Yatra (@bharatjodo) September 16, 2022
देश में आज सबकी जुबांन है, यानी कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की 3,570 किलोमीटर की 150 दिनों तक चलने वाली ‘भारत जोड़ो यात्रा’, जो कन्याकुमारी से कश्मीर तक जाएगी और पिछले दिनों ही शुरू हुई है। तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू हुई यह पदयात्रा केरल के तिरुवनंतपुरम, कोच्चि और नीलांबुर जाएगी।
इसके बाद कर्नाटक के मैसूर, बेल्लारी, रायचुर, तेलंगाना के विकाराबाद, महाराष्ट्र के नांदेड़, जलगांव जामोद, मध्य प्रदेश के इंदौर पहुंचेगी। यहां से यात्रा राजस्थान के कोटा, दौसा, अलवर, उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर, दिल्ली, हरियाणा के अंबाला, पंजाब के पठानकोट होते हुए जम्मू होते हुए श्रीनगर पहुंचेगी, जहां यात्रा का समापन होगा।
देश में नकारात्मक राजनीति का जवाब है भारत जोड़ो यात्रा:प्रियंका
LIVE: Bharat Jodo Yatra | Kollam to Karunagappally | Kollam | Keralahttps://t.co/FNlgxkOztP
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) September 16, 2022
‘भारत जोड़ो यात्रा’ को लेकर बीते दिनों एक वीडियो संदेश में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि यह यात्रा इसलिए जरूरी है, क्योंकि देश में नकारात्मक राजनीति की जा रही है और जनता से जुड़े असली मुद्दों पर चर्चा नहीं की जा रही है। प्रियंका गांधी ने कहा कि यात्रा का उद्देश्य महंगाई, बेरोजगारी जैसे जनता से सीधे जुड़े मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करना है।
कांग्रेस का कहना है कि उसकी यह यात्रा राजनीतिक जरूर है, लेकिन इसका मकसद सियासी लाभ लेना नहीं है, बल्कि देश को जोड़ना है। कांग्रेस ने राहुल गांधी समेत 118 ऐसे नेताओं का चुना है जो कन्याकुमारी से कश्मीर तक पूरी यात्रा में उनके साथ चलेंगे। इन लोगों को ‘भारत यात्री’ नाम दिया गया है।
‘भारत जोड़ो यात्रा’ शुरू करने से पहले राहुल गांधी ने कहा कि ऐसा क्यों है कि आजादी के इतने साल बाद हमें इसकी जरूरत महसूस हो रही है। न सिर्फ कांग्रेस पार्टी, बल्कि लाखों-करोड़ों को ‘भारत जोड़ो यात्रा’ की जरूरत क्यों महसूस हो रही हैं। देश में ऐसा क्या हो रहा है कि लाखों लोगों को लगता है कि भारत को एकसाथ लाने के लिए कदम उठाने की जरूरत है।
जयराम रमेश ने कहा- जिस दिन यात्रा पूरी होगी वह
भारतीय राजनीति का टर्निंग प्वाइंट साबित होगी
Bharat Jodo Yatra is a preparation for 2024 Lok Sabha polls: Jairam Ramesh@Jairam_Ramesh #exclusive #interview @KDscribe https://t.co/nNvSqkPgkd
— India Today NE (@IndiaTodayNE) September 17, 2022
वहीं, जयराम रमेश ने यात्रा की शुरूआत में कहा था कि एक दिन जब देश की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी अब तक की सबसे लंबी पदयात्रा शुरू करेगी, तो वह भारतीय राजनीति का टर्निंग प्वाइंट साबित होगी। ‘भारत जोड़ो यात्रा’ एक नई शुरुआत का प्रतीक है। सोनिया गांधी का एक संदेश भी कन्याकुमारी की रैली में पढ़ा गया। सोनिया गांधी ने ‘भारत जोड़ो यात्रा’ को ऐतिहासिक अवसर बताते हुए उम्मीद जताई कि इससे पार्टी को जीवंत बनाने में मदद मिलेगी।
सोनिया गांधी ने यह भी कहा वह विचार और भावना के साथ प्रतिदिन यात्रा में शामिल होती रहेगी । राहुल गांधी ने ‘भारत जोड़ो यात्रा’ शुरू करने से पहले श्रीप्पेरमबंदुर में अपने दिवंगत पिता की समाधि पर पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद भावुक अपील करते हुए कहा- ‘नफरत और विभाजन की राजनीति के कारण मैंने अपने पिता को खोया। इसके कारण अपने देश को नहीं खोऊंगा। प्यार से नफरत हारेगा। एक साथ मिलकर हम इस पर जीत हासिल करेंगे।’
राहुल ने कहा, ‘मैंने निर्णय लिया है, मन-मस्तिष्क से बहुत स्पष्ट हूं, पार्टी के चुनाव में यदि मैं खड़ा नहीं हुआ, तब जवाब दे दूंगा।’ लगभग स्पष्ट संदेश दे दिया है कि अध्यक्ष बनने के लिए वे तैयार नहीं हैं। राहुल के इशारे से यह बात साफ हो रही है कि अध्यक्ष के लिए कांग्रेस को नए चेहरे की तलाश करनी होगी।
कन्हैया कुमार बोले- आडवाणी की यात्रा सत्ता
के लिए थी, राहुल की यात्रा सत्य के लिए है
#BharatJodoYatra Day-10
(Kollam, Kerala) pic.twitter.com/iU4GBlAzgd
— Kanhaiya Kumar (@kanhaiyakumar) September 16, 2022
‘भारत जोड़ो यात्रा’ की शुरुआत में हजारों लोगों की भीड़ ने यह प्रमाणित करने के लिए निशान छोड़ दिया है कि प्रारंभ अच्छा तो अंत भी अच्छा ही होगा। कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने पार्टी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ को लेकर दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी द्वारा वर्ष 1990 में की गई रथ यात्रा सत्ता के लिए थी। उनकी पार्टी की यह (भारत जोड़ो) यात्रा सत्य के लिए है। ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के दौरान राहुल गांधी के साथ जो 118 ‘भारत यात्री’ कन्याकुमारी से कश्मीर तक पदयात्रा कर रहे हैं, उनमें कन्हैया कुमार भी शामिल हैं।
वहीं, भाजपा ने कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ को उसका ‘छलावा’ करार देते हुए दावा किया कि यह प्रमुख रूप से ‘परिवार को बचाने’ का अभियान है, ताकि देश की सबसे पुरानी पार्टी पर उसका नियंत्रण बरकरार रहे। कन्याकुमारी में राहुल गांधी से ईसाई पादरी जॉर्ज पोनैय्या से भेंट पर भी भाजपा ने आपत्ति जताई है।
यात्रा में प्रशंसा के साथ आलोचना भी मिलेगी लेकिन आगे बढ़ते जाएंगे यात्री
धन्यवाद उदित राज जी।
Bharat Jodo Yatra congress rahul gandhi 7 sep 2022 total 3570 km 12 state 113 place 65 dis Why there need connect India blog udit raj | Bharat Jodo Yatra: कहां भारत टूट रहा है, जोड़ने की जरूरत क्यों पड़ी? | Lokmat News Hindi https://t.co/9neuVutvtY
— Digvijaya Singh (@digvijaya_28) September 17, 2022
अभी तो यह यात्रा की शुरुआत है, इसलिए फिलहाल आलोचना भी होगी और प्रशंसा भी की जाएगी। लेकिन, इसका समापन तो श्रीनगर में 150 दिन बाद होगा। तब तक यह यात्रा 12 राज्यों से गुजर चुकी होगी और देश के एक बड़े तबके का मिजाज भी भांप चुकी होगी।
लेकिन, फिलहाल जो स्थिति दिख रही है उससे तो यही लगता है कि राहुल गांधी को भी नए सिरे और नजरिये से भारत के विभिन्न राज्यों को करीब से देखने का अवसर मिलेगा और इसका असर निश्चित रूप से उनके राजनीति कैरियर और उनकी परिपक्वता पर पड़ेगा।
परिवारवाद को आगे बढ़ाने का जो आरोप भाजपा द्वारा राहुल गांधी और कांग्रेस पर लगाया जा रहा है तथा अध्यक्ष पद पाने का भी जो आरोप लगाया जा रहा है, वह निर्मूल साबित होगा।
इस राष्ट्रव्यापी कांग्रेसी अभियान के तहत भाजपा में घबराहट का होना स्वाभाविक है, क्योंकि उसकी सोच अब तक यही है कि उसने कांग्रेस से भारत को मुक्त कर दिया है और वह अब ‘निरंकुश शासन’ करने के लिए पूरी तरह स्वतंत्र है।
कांग्रेस के इस अभियान से उसे अपना सपना टूटता नजर आएगा, इसलिए बौखलाहट में स्वाभाविक रूप से अनाप-शनाप बयान दर्ज कराएंगे, ताकि आमजन का मन भ्रमित हो और वह कांग्रेस की बढ़त का विरोध कर सके। ऐसा इसलिए, क्योंकि जैसा अब तक देखा जा रहा है उससे तो यही लगता है कि ‘भारत जोड़ो यात्रा’ कहीं देश के लिए ‘गेम चेंजर’ न साबित हो जाए।
कश्मीर पहुंचने से पहले हमारा कोई घर नहीं, चलना है हमें मीलों
दीपक असीम
मज़हब नही सिखाता आपस में बैर रखना ..#BharatJodaYatra pic.twitter.com/1K2oiBEHd7
— Noori Khan (@NooriKhanINC) September 17, 2022
एक बार पहले मिले, सो इसी भारत जोड़ो यात्रा में। फिर एक दो मुलाकात ऐसे ही चलते फिरते हुई। फिर ऐसा क्या था, जो भारत यात्री नूरी खान मुझे देखते ही फफक पड़ी? इंदौर उज्जैन का पड़ोस का नाता क्या इतना गहरा है? शायद मुझमें उन्हें बड़ा भाई नजर आया? आंखों में पिता का प्यार और गर्व दिखा?
जो भी हो नूरी मुझसे मिल कर रोई और मेरे भी आंसू निकल पड़े। पता नहीं क्या जज्बा था। शायद यह महसूस हुआ होगा कि मैं उनका दर्द समझ सकता हूं। मन के दर्द के अलावा शारीरिक दर्द भी वाकई बहुत था। पैर के अंगूठे में पट्टी बंधी थी। इतने दिन लगातार का चलना चेहरे पर आ कर किलोमीटर गिना रहा था।
कुछ देर बाद हम दोनो बात करने लायक हुए। कहने लगीं जब यात्रा उज्जैन से गुजरेगी तो मैं यात्रा के साथ रहूंगी। एक पल के लिए भी घर नहीं जाऊंगी। घर गई तो कमजोर पड़ जाऊंगी। सोफिया और रेहान (बेटा बेटी) कहेंगे तब भी घर नहीं जाऊंगी। कश्मीर पहुंचने से पहले अब कोई घर नहीं।
नूरी बोली-लगता है इतिहास का हिस्सा बन रही हूं
भाषा हम सबकी अलग है लेकिन भावना सिर्फ़ एक है भारत जोड़ने की !@RahulGandhi @OfficeOfKNath @digvijaya_28 @bharatjodo @dnetta @MahilaCongress pic.twitter.com/qMnmLuGawr
— Noori Khan (@NooriKhanINC) September 17, 2022
फिर बोलीं यह सब सपने जैसा लग रहा है। मुझे यकीन नहीं हो रहा कि मैं पैदल चलते हुए हुए एक राज्य से दूसरे राज्य में आ गई हूं। रात को तकलीफ महसूस होती है। पैर बहुत दुखते हैं। अंगूठे का नाखुन उखड़ गया है। मगर ऐसा महसूस होता है, जैसे मैं इतिहास का हिस्सा बन गई हूं। लगता है गांधी जी की दांडी यात्रा में उनके साथ शामिल हूं।
जब लोग स्वागत करते हैं तो इतना गर्व महसूस करती हूं कि बता नहीं सकती। यह यात्रा जहां से गुजर रही है, लोगों के दिल का मैल धो रही है, लोगों को प्यार और एकता में बांध रही है।
हजारों हजार लोग स्वागत के लिए आ रहे हैं। हम लोग एक दूसरे की बोली नहीं समझते मगर उनकी आंखों में इतना प्यार होता है कि किसी भाषा की कोई जरूरत नहीं। राजनीतिक हवा भी बदल रही है। जिस आंदोलन की जरूरत देश को थी वो पैदा हो गया है। हिंदी भाषी प्रदेशों में जब यात्रा जाए, तब रंग और जमेगा। मध्य प्रदेश में फिर कमलनाथ जी मुख्यमंत्री बनेंगे और केंद्र में कांग्रेस की सरकार भी बनेगी।
हम कह सकते हैं कि नूरी खान कांग्रेसी हैं तो यही कहेंगी। मगर कोल्लम के उस रिक्शा वाले ने भी तो यही कहा था। जब उसे मालूम पड़ा कि मैं भारत जोड़ो पदयात्रा कवर करने आया हूं तो उसने टूटी फूटी हिंदी में कहा-सर मोदी जाएगा अब राहुल जी आएगा। वाकई सोच बदल तो रही है। नूरी खान जैसी कार्यकर्ताओं की कुर्बानी और मेहनत रंग ला रही है।
आपने नहीं बुलाया, पर हम तो आए
A walkbto heal India, coming soon to a community near you!#BharatJodaYatra pic.twitter.com/ckUOpoO5QL
— Sachin Rao (@SachinAhimsa) September 14, 2022
कन्याकुमारी से कश्मीर जा रही इस भारत जोड़ो यात्रा में दस लोग ऐसे भी हैं जो कन्याकुमारी से कश्मीर तक यात्रा के साथ पैदल चलेंगे। मगर यह किसी गिनती में नहीं है। भारत यात्रियों का दर्जा तो खैर नहीं मिला है मगर यह ना अतिथि यात्री हैं और ना ही यह स्थानीय लोगों में माने जाएंगे। बस यात्रा का सुना और उत्साह आ गया। सामान बांध कर निकल पड़े कि जो होगा देखेंगे।
इनमें से एक हैं हरियाणा के सनी यादव। कन्याकुमारी तक पहुंचते-पहुंचते पच्चीस तीस हजार का चूना लग इन्हें गया था। एक फ्लाइट मिस हो गई और तो दूसरी में टिकट महंगा मिला। कन्याकुमारी में जेब कतरों का गिरोह आया हुआ था। सात हजार उधर अर्पण हो गए। सरपंच के बेटे हैं। गुड़गांव में रहते हैं।
कहते हैं हमारे यहां 10 में से 9 वोट भाजपा को जाते हैं। कांग्रेस की कोई बात ही नहीं करता। मैं पदयात्रा में इसीलिए आया हूं कि मेरे बहाने कांग्रेस की बात हो। जब मैं वापस जाऊंगा तो मुझे सम्मान की नजरों से देखा जाएगा। यात्रा की प्रैक्टिस के लिए मैंने साठ किलोमीटर की एक कांवड़ यात्रा भी की।
जब जैसा इंतजाम मिले, उसी में कर लेते हैं गुजर-बसर
राजस्थान नागौर से राधा किशन है। यह भी किसान हैं। किसान आंदोलन में नागौर से दिल्ली तक पदयात्रा कर चुके हैं। 11 जुलाई को चलकर 23 को दिल्ली पहुंच गए थे। रोजाना 40 किलोमीटर। मध्य प्रदेश के सागर से हेमराज सिंह लोधी है। ये भी किसान हैं। इनके जैसे सात आठ और हैं। यह सब गले पड़े पदयात्री हैं साथ ही रहते हैं।
जब जैसा इंतजाम मिले उसमें गुजर कर लेते हैं। नहीं तो जेब का पैसा भी खर्च करते हैं। जब यात्रा कहीं जाती है तो स्थानीय लोगों के खाने-पीने का इंतजाम लोकल कांग्रेस बॉडी करती है। उसी में यह भी घुस जाते हैं। सैकड़ों हजारों लोगों के भंडारे में कुछ दाने ऐसे होते हैं जिन पर इनका नाम लिखा होता है।
यह चाहते हैं कि इन्हें भी एक कंटेनर मिल जाए। इनका खाना-वाना भी भारत यात्रियों के साथ ही हो जाए। मगर उधर दिक्कत यह है कि बिना वेरिफिकेशन के किसी को भारत यात्री का दर्जा नहीं दिया जा सकता और ना ही किसी को अपने में शामिल माना जा सकता है।
क्या पता कौन क्या है, किसका क्या मकसद है। हर व्यक्ति का बैकग्राउंड पता होना बहुत जरूरी है। इन सब लोगों का कहना है कि कोई बात नहीं। जब आपकी मर्जी हो शामिल कर लेना। चलेंगे तो हम आपके साथ ही। माना कि आप ने नहीं बुलाया मगर हम तो आए हैं।