दो दिन के अवकाश के बाद फिर उत्साह के
साथ शुरू हुई कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा
बेंगलुरु। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी गुरुवार 6 अक्टूबर को जब ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में शामिल हो अपने पुत्र राहुल गांधी के साथ करीब एक किलोमीटर तक पैदल चलीं तो इस दौरान कई बार मां और बेटे के प्रेम की झलक लोगों को देखने को मिली।
पदयात्रा के दौरान की माता और पुत्र के स्नेह से जुड़ी कई तस्वीरों को कांग्रेस के कई नेताओं ने सोशल मीडिया पर साझा भी किया। पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा और उनके परिवार के असर वाले क्षेत्र मांड्या में राहुल गांधी और अन्य ‘भारत यात्रियों’ ने सुबह के समय पदयात्रा आरंभ की तो उनके साथ सोनिया गांधी भी पैदल चलीं।
एक किलोमीटर तक चलीं सोनिया गांधी
राहुल गांधी ने पदयात्रा की मां के साथ अपनी तस्वीर ट्विटर पर साझा करते हुए कहा, ”हम पहले भी तूफानों से कश्ती निकाल कर लाए हैं, हम आज भी हर चुनौतियों की हदें तोड़ेंगे, मिलकर भारत जोड़ेंगे।”
कांग्रेस नेताओं का कहना है कि लंबे समय से स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों का सामना कर रहीं सोनिया गांधी भले ही करीब एक किलोमीटर पैदल चली हों, लेकिन इससे कांग्रेस कार्यकर्ताओं एवं नेताओं का उत्साह और बढ़ गया।
जयराम रमेश बोले-सोनिया के आने से उत्साह और बढ़ गया
भारत जोड़ने का सफर और आसान लगने लगा – जब कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी जी के कदमों ने हौसला दिया।#BharatJodoYatra pic.twitter.com/xyCPZcbR9T
— Congress (@INCIndia) October 6, 2022
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, “सोनिया गांधी जी के इस यात्रा में शामिल होने से आज लोगों का उत्साह और बढ़ गया है। कर्नाटक में जनता की बहुत ही सकारात्मक प्रतिक्रिया मिल रही है।”
मांड्या के पांडवपुरम इलाके में जब सोनिया गांधी और राहुल गांधी साथ पदयात्रा कर रहे थे तो कई मौकों पर मां-बेटे के बीच के प्रेम और वात्सल्य की झलक साफ देखने को मिली। पदयात्रा के दौरान जब राहुल गांधी को यह पता चला कि उनकी मां के जूते का फीता खुल गया है तो उन्होंने तत्काल झुककर इसे बांधा।
सोशल मीडिया पर चर्चा रही यात्रा की
कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी जी आज भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुईं। पूरा देश एक सूत्र में जुड़ेगा, मजबूती से आगे बढ़ेगा। #BharatJodoWithSoniaGandhi pic.twitter.com/Hzqnfnv6M4
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) October 6, 2022
यह तस्वीर और इस दौरान का एक वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो गया है। पार्टी के कई नेताओं ने इससे जुड़े वीडियों और तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा कीं। कांग्रेस अध्यक्ष पद के उम्मीदवार शशि थरूर ने यह तस्वीर साझा करते हुए कहा, ”वो सांस भी लेती है तो, उनमें भी दुआएं होती हैं, मांओं का तोड़ नही होता, माएं तो माएं होती हैं !”
सोनिया गांधी और राहुल गांधी का एक और वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया जा रहा है जिसमें यह नजर आ रहा कि राहुल गांधी अपनी मां से आगे पदयात्रा नहीं करने का आग्रह कर रहे हैं।
पिछले महीने कन्याकुमारी से हुई थी यात्रा की शुरुआत
हम पहले भी तूफानों से कश्ती निकाल कर लाए हैं, हम आज भी हर चुनौतियों की हदें तोड़ेंगे, मिलकर भारत जोड़ेंगे। pic.twitter.com/RCR46zYXZJ
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 6, 2022
राहुल गांधी के साथ चल रहे एक ‘भारत यात्री’ ने बताया, ”राहुल गांधी ने सोनिया जी को इसलिए रोका क्योंकि उनकी सेहत पिछले कुछ महीनों से खराब रही है। वह एक पुत्र की हैसियत से अपनी मां से ज्यादा दूर तक पदयात्रा नहीं करने के लिए कह रहे थे।” राहुल गांधी और कांग्रेस के कई अन्य नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने गत सात सितंबर को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से ‘भारत जोड़ो यात्रा’ की शुरुआत की थी।
इन दिनों यह यात्रा कर्नाटक में है। यात्रा का समापन अगले साल की शुरुआत में कश्मीर में होगा। इस यात्रा में कुल 3,570 किलोमीटर की दूरी तय की जाएगी। पार्टी ने राहुल समेत उन 119 नेताओं को “भारत यात्री” नाम दिया है जो पदयात्रा करते हुए कश्मीर तक जाएंगे। ये लोग 3,570 किलोमीटर की निर्धारित दूरी तय करेंगे। कांग्रेस का मानना है कि यह यात्रा उसके लिए संजीवनी का काम करेगी।
कांग्रेस का दक्षिण कनेक्शन
Fit, Fab & Fun! 😁#BharatJodoYatra pic.twitter.com/hb07AMgIfn
— Congress (@INCIndia) October 6, 2022
मंड्या में भारत जोड़ो यात्रा में सोनिया और राहुल गांधी के साथ कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार और नेता प्रतिपक्ष सिद्धरमैया भी शामिल हुए। कर्नाटक से सोनिया गांधी का गहरा संबंध है। जब कभी गांधी परिवार पर राजनीतिक संकट आया है, तब दक्षिण भारत ने उसे मुश्किल से उबारा है।
भारत की दिवंगत प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने भी दक्षिण भारत की सीटों से लोकसभा चुनाव लड़ा है। इमरजेंसी की बाद जब इंदिरा गांधी की सरकार चली गई थी तो 1980 में जब उन्हें एक सुरक्षित लोकसभा सीट की जरूरत थीं।
ऐसे में उन्होंने कर्नाटक के चिकमंगलूर से चुनाव लड़ा था। इंदिरा गांधी ने आंध्रप्रदेश के मेंडक और UP के राय बरेली से नामांकन दाखिल किया था। हालांकि, बाद में उन्होंने राय बरेली की सीट छोड़ दी।
After an eventful day the #BharatJodoYatra comes to a halt.
Shri @RahulGandhi addressed supporters and yatris at Brahmha Devara Halli Village, Mandya. pic.twitter.com/c5jrr21Ifa
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