आत्मविश्वास से लबरेज राहुल के करीब आने आम जनता मेंं लगी होड़
त्रिवेंद्रम से दीपक असीम
राहुल गांधी की टीशर्ट को लेकर बीजेपी आईटी सेल ने बवाल खड़ा किया। मगर राहुल गांधी ने टी-शर्ट नहीं बदली। ऐसा लगता है जैसे उस ब्रांड की एक जैसी टीशर्ट उनके पास बहुत सारी हैं।
सोमवार 12 सितंबर की सुबह उन्होंने पट्टम से जब चलना शुरू किया तो सफेद कुर्ता और ऑफ व्हाइट पैजामा या ट्राउजर पहने थे। पहला पड़ाव वेल्यारी जंक्शन था। वेलयारी जंक्शन में आराम करने के बाद जब शाम को उन्होंने चलना शुरू किया तो वही टीशर्ट उनके बदन पर थी और वही काला ट्राउजर।
राहुल गांधी सबसे ज्यादा सहज इन्हीं कपड़ों में महसूस करते हैं। केसी वेणुगोपाल वही सफेद लुंगी और सफेद आधी बांह का शर्ट पहनते हैं। उनके लिए वही आराम देह है। उसी मे वे चल भी लेते हैं और सो भी जाते हैं।
पादरी को साथ लेकर चलते रहे राहुल
Common goals!
One is a striker, and the other one a defender. Great to have them on the team 🇮🇳#BharatJodoYatra pic.twitter.com/0TaIdZvOje
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 12, 2022
कन्याकुमारी से त्रिवेंद्रम तक जो जन समर्थन मिला है उसने राहुल गांधी को आत्मविश्वास से भर दिया है। एक काबिले जिक्र घटना यह है कि जब वे त्रिवेंद्रम आ रहे थे तब एक पादरी उनके पास जाने की कोशिश कर रहा था।
बीजेपी आईटी सेल ने एक पादरी के बयान को लेकर भी हंगामा मचाया था इसलिए कांग्रेस के दूसरे नेता नहीं चाहते थे कि पादरी राहुल गांधी के पास जाएं। कांग्रेस के कुछ स्थानीय और कुछ तथाकथित बड़े नेताओं ने पादरी को पीछे धकेल दिया। मगर राहुल गांधी ने देख लिया और सब को रोककर उन्हें बुलाया।
बुलाकर पूछा क्या आप मेरे साथ चलना चाहते हैं। पादरी ने मुस्कुराकर हां कहा तो राहुल ने उन्हें अपने साथ ले लिया और कई सौ मीटर तक उन्हें साथ लेकर चलते रहे।
भाजपा आईटी सेल के शिगूफो को दरकिनार किया राहुल ने
महंगाई!#BharatJodoYatra के दौरान मैं जहां भी जा रहा हूं, लोग इस मुद्दे से बहुत ज़्यादा परेशान हैं।
प्रधानमंत्री जनता की तकलीफ़ को जानबूझ कर अनदेखा कर रहे हैं।
भारत की हर दुःख भरी पुकार को हुंकार बनाएंगे, भारत जोड़ते जाएंगे। pic.twitter.com/umXCLwITqq
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 13, 2022
राहुल को अब यह डर नहीं है कि अल्पसंख्यक के साथ देखने से भाजपा आईटी सेल शिगूफा छोड़ेगा। अब वे सबसे बेपरवाह हैं। आईटी सेल को जो बोलना है बोले, वे जनता के बीच जा रहे हैं। विवेकानंद को लेकर स्मृति ईरानी ने जो कहा उसके जवाब में सोशल मीडिया पर कन्याकुमारी का वह वीडियो वायरल हो गया है जिसमें राहुल गांधी विवेकानंद प्रतिमा के सामने नमन कर रहे हैं।
बीजेपी आईटी सेल को जवाब अब जनता दे रही है और राहुल गांधी मस्ती से चल रहे हैं। जूते भी वही पहने हैं जिसे आईटी सेल ने 15000 का बताया था। टी-शर्ट भी वही है जिसकी कीमत 45000 घोषित की गई थी और अल्पसंख्यक भी वही हैं, जिन्हें साथ रखने पर तुष्टीकरण कि तोहमत लगती रही है।
पदयात्रा में हो सकती हैं छुट्टियां भी
भारत का सपना टूटा है, बिखरा नहीं है।
उसी सपने को जोड़ने के लिए, भारत जोड़ रहे हैं।
100 kms done
And, we have just begun🇮🇳 pic.twitter.com/o12y17Xtdf
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 12, 2022
सुनने में आ रहा है कि 15 सितम्बर को भारत जोड़ो पदयात्रा में अवकाश रह सकता है। उस दिन राहुल गांधी अपनी मां सोनिया गांधी से मिलने जाएंगे। तब यात्रा कोच्ची के नजदीक होगी और एक दिन आराम किया जाएगा।
सोनिया गांधी कहीं से लौट रहीं हैं और राहुल उनका हाल चाल जानने जाएंगे।पदयात्रा के रास्ते में पड़ने वाले जिन राज्यों में चुनाव हैं, राहुल एक दो दिन चुनाव प्रचार में जा सकते हैं।
उतने दिन यात्रा रुकी रहेगी। राहुल के बिना यात्रा एक कदम भी आगे नहीं बढ़ेगी। जब राहुल लौटेंगे, वहीं से यात्रा शुरू हो जाएगी।
टी शर्ट बरबरी की ही
जिस टी शर्ट को लेकर सोशल मीडिया पर इतना बखेड़ा खड़ा किया गया वो बरबरी ब्रांड की ही है। इसका खुलासा ऐसे हुआ कि राज्य सभा सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने राहुल से कहा आपकी टी शर्ट ने तो आग लगा रखी है। तब राहुल ने बताया कि पंजाब में किसी ने यह टी शर्ट उन्हे गिफ्ट की थी। वैसे राहुल महंगे ब्रांड्स के शौकीन नहीं हैं। उलटे उनका जोर सादगी पर रहता है। जब देखते हैं कि कोई दिखावा कर रहा है, तो उसे टोक भी देते हैं। पहले ज्यादा टोकते थे, अब कम कर दिया है।
बैर कन्हैया से था
त्रिवेंद्रम की एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी में पदयात्रा रात्रि विश्राम नहीं कर पाई थी। केरल स्टूडेंट विंग की नाराजी के कारण जगह बदलनी पड़ी थी। विंग की नाराजी कांग्रेस या राहुल गांधी से नहीं थी। उनका विरोध कन्हैया कुमार से था, जो पहले कम्युनिस्ट थे, बाद में कांग्रेसी हुए।
शाकाहारी ही मिलेगा खाना
https://twitter.com/digvijaya_28/status/1569583920815173633
पद यात्रियों को खाना पूरे समय शाकाहारी ही मिलेगा। त्रिवेंद्रम में जो एक बार चिकन देने की बात हुई थी वह इंतजाम केरल कांग्रेस की तरफ से था और पदयात्रियों के लिए नहीं अपने कार्यकर्ताओं के लिए था। कुछ अतिथि पद यात्रियों ने वहां जाकर कुछ खाया हो तो बात अलग है वरना पद यात्रियों का अधिकृत भोजन शाकाहार ही है।
अलग है सिविल सोसायटी का इंतजाम
जाने भारत जोड़ो यात्रा के बारे में ये तथ्य और हमें बताएं कि आप कहाँ से हमसे जुड़ रहे हैं।#BharatJodoYatra pic.twitter.com/nKP0noSyAA
— Bharat Jodo Nyay Yatra (@bharatjodo) September 13, 2022
योगेंद्र यादव की सिविल सोसाइटी के लोग पदयात्रा में पूरे समय शामिल रहेंगे मगर वे ना तो कांग्रेसियों के साथ खाना खाते हैं और ना ही उनके सोने का इंतजाम कांग्रेस की तरफ से होता है।
कांग्रेस से वे कोई मदद नहीं ले रहे। कंटेनर में सिर्फ वही 117 लोग सो रहे हैं जिनका नाम शुरू से शामिल किया गया है और जो 50,000 आवेदकों में से चुने गए हैं।
समस्या नाखून उखड़ने की
Watch the awe-inspiring dedication of Yatris at the #BharatJodoYatra 👇 pic.twitter.com/i7B3Dhyu9C
— Bharat Jodo Nyay Yatra (@bharatjodo) September 13, 2022
पैदल चलने वालों को कोई और दिक्कत तो नहीं आ रही मगर कुछ लोगों के पैर के नाखून उखड़ रहे हैं खासकर अंगूठे का नाखून। जूते मोजे में पैर दबा होता है। ऊपर से पसीने की नमी मिलती है नीचे से दबाव पड़ता है। इतना पैदल चलने की आदत है नहीं सो नाखून उखड़ जाता है।
जूता खोलकर जब मोजे उतारते हैं तो मोजे के साथ-साथ नाखून भी बाहर आ जाता है। दिग्विजय सिंह ने शुरू में ही चेताया था की ऐसे जूते मोजे पहने जिनमें खूब हवा आती हो। उन्होंने तो बाथरूम स्लीपर तक की सिफारिश कर दी थी। मगर बाथरूम स्लीपर की दिक्कत यह है कि इतनी भीड़ में चप्पल अगर किसी के पैर के नीचे आ जाए तो फिर बद्दी टूट जाएगी और नंगे पांव ही चलना पड़ेगा।
जिन लोगों के नाखून उखड़ गए हैं वह पदयात्रा जारी रखे हुए हैं। एंबुलेंस चल रही है मगर किसी को भी अभी तक मेडिकल हेल्प की जरूरत नहीं पड़ी है।
हर अखबार में फ्रंट पेज पर
In the streets of Trivandrum, @RahulGandhi #BharatJodoYatra pic.twitter.com/sErOEyqlOo
— Supriya Bhardwaj (@Supriya23bh) September 12, 2022
जैसा कि अंदाजा था यह पदयात्रा गोदी मीडिया का तोड़ भी निकाल रही है। केरल के तमाम मलयालम अखबार राहुल गांधी की खबर से ही भरे हुए हैं।
यह अखबार पास के राज्य कर्नाटक तक जाते हैं और यहां की खबरें भी सब कर्नाटक जा रही हैं। कर्नाटक में कांग्रेसी राहुल का इंतजार कर रहे हैं और कर्नाटक में ज्यादा धूम धड़ाका होने की उम्मीद है।
महाराष्ट्र से आए प्रोफ़ेसर
Kerala does not allow for itself to be divided,
Kerala does not allow for hate to be spread.
The #BharatJodoYatra is just an extension of the ideas that prevail in Kerala pic.twitter.com/1ZyfkAVJWm
— Bharat Jodo Nyay Yatra (@bharatjodo) September 13, 2022
त्रिवेंद्रम प्रेस क्लब में मुलाकात हुई प्रोफेसर एच एम देसार्डे से। 70 साल से ज्यादा की उम्र है। दो योजना आयोग के सदस्य रह चुके हैं। सिविल सोसाइटी के साथ वे यहां आए हैं।
मंगलवार 13 सितंबर को उन्होंने यहां एक प्रेस कॉन्फ्रेंस ली है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में वे यह बता रहे हैं कि लोगों को राहुल गांधी की पदयात्रा से क्यों जुड़ना चाहिए। उन्होंने अपने होश में हुई सभी पद यात्राएं ना सिर्फ देखी हैं बल्कि उनमें शामिल भी हुए हैं।
उन्होंने बताया कि राहुल की पदयात्रा की तुलना चंद्रशेखर की पदयात्रा से नहीं की जा सकती। वह पदयात्रा छोटी थी और उसमें कई बार चंद्रशेखर वाहनों पर चलते थे।
यहां राहुल गांधी कन्याकुमारी से कश्मीर पैदल चलकर ही जाएंगे। सुनील दत्त की पदयात्रा उन्हें याद है। सुनील दत्त की पदयात्रा में खूब लोग उमड़ते थे।राहुल की पदयात्रा सुनील दत्त की पदयात्रा से ज्यादा लोगों को खींच रही है।
आज #भारत_जोड़ो_यात्रा🇮🇳 ने प्रथम 100 कि.मी की दूरी तय की है।
लेकिन यह यात्रा तो एक तपस्या है, जो 'दूरियां' मिटाने के लिए प्रारम्भ हुई है।
सोशल मीडिया एवं अन्य माध्यमों से देख रहा हूँ कि भाषाएँ जुड़ रही हैं, संस्कृतियाँ गले मिल रही हैं, स्वाद घुल रहे हैं, भारत जुड़ रहा है। बधाई। pic.twitter.com/36q7hs4EgD
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) September 12, 2022