मंत्री उमेश पटेल ने सोनाखान पहुँचकर
शहीद वीर नारायण सिंह को दी श्रद्धांजलि
बलौदाबाजार। उच्च शिक्षा मंत्री एवं बलौदाबाजार-भाटापारा जिलें के प्रभारी मंत्री उमेश पटेल ने छत्तीसगढ़ के प्रथम स्वतन्त्रता सेनानी शहीद वीर नारायण सिंह के शहादत दिवस पर सोनाखान पहुंचकर शहीद स्मारक पर श्रद्धासुमन अर्पितकर श्रद्धांजलि दी। उन्होंने स्मृति स्थल पर स्थापित शहीद वीर नारायण सिंह के आदम कद प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ महतारी के सच्चे सपूत शहीद वीर नारायण सिंह 10 दिसम्बर 1857 को वीरगति को प्राप्त हुए थे। उन्हें 1857 के क्रांति में छत्तीसगढ़ के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम सेनानी होने का गौरव प्राप्त है। Tourists will now be able to enjoy eco-tourism on the land of Martyr Veer Narayan
सोनाखान शहीद वीर नारायण सिंह की जन्मभूमि एवं कर्मभूमि है। राज्य सरकार सोनाखान को पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने लिए प्रतिबद्ध है। इसी के तहत यहां पर चरणबद्ध विकास कार्यों को लगातार मंजूरी दी जा रही है। Minister Umesh Patel reached Sonakhan Tribute paid to martyr Veer Narayan Singh
शहीद के वंशजों का सम्मान और इको टूरिज्म का शुभारंभ किया मंत्री पटेल ने
उच्च शिक्षा मंत्री एवं बलौदाबाजार-भाटापारा जिले के प्रभारी मंत्री उमेश पटेल कसडोल विकासखंड के सोनाखान में शहीद वीर नारायण सिंह की स्मृति में आयोजित शहादत दिवस एवं श्रद्धांजलि कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने इस अवसर पर शहीद के परिजनों को शाल एवं श्रीफल भेंटकर सम्मानित किया।
मंत्री पटेल ने जिला प्रशासन के विशेष सहयोग से सोनाखान के स्थानीय युवाओं द्वारा प्रारंभ किया गया इको टूरिज्म जैसे होम स्टे, कैम्पिंग, बर्ड वाचिंग, विलेज टूर साइकिलिंग, लोकल फूड, जोंक नदी में प्राचीन तरीके से सोना निकालने की जानकारी, योगा वेलनेस, हीलिंग मेडीटेशन का शुभारंभ किया गया।
कार्यक्रम में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए बलौदाबाजार-भाटापारा, सोनाखान के नये लोगो एवं एकलव्य विद्यालय की रूपांतरण पत्रिका का भी विमोचन किया गया।
हितग्राहियों को मछली जाल दिए गए, वीर नारायण के व्यक्तित्व पर डाली रोशनी
मंत्री पटेल द्वारा कार्यक्रम में मत्स्य विभाग द्वारा 6 हितग्राहियों रिकोकला निवासी मोहन टंडन, लक्ष्मी टंडन, अजय टंडन को आइस बॉक्स एवं ग्राम छतवां के मालती प्रभाकर, अमृता अजगल्ले और शांति बाई को नेट (मछली जाल) प्रदान किया गया।
कार्यक्रम में संसदीय सचिव एवं कसडोल विधायक शकुन्तला साहू, अध्यक्ष कृषक कल्याण परिषद सुरेन्द्र शर्मा, अध्यक्ष जीव जन्तु कल्याण बोर्ड विद्याभूषण शुक्ल, सदस्य अनुसूचित जनजाति आयोग गणेश ध्रुव और अध्यक्ष रजक कल्याण बोर्ड लोकेश कन्नौजे उपस्थित थे।
मंत्री पटेल ने कार्यक्रम में कहा कि छत्तीसगढ़ में अंग्रेजों के खिलाफ बगावत का बिगुल शहीद वीर नारायण सिंह ने फूंका था। उनके बलिदान दिवस पर उन्हें याद करके हम गौरवान्वित महसूस करते हैं। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार शहीद वीर नारायण सिंह के आदर्शों पर चलकर गांव, गरीब और किसानों के कल्याण में जुटी हुई है। किसानों का सर्वागीण विकास राज्य सरकार की सर्वाेच्च प्राथमिकता है।
सभी वर्ग का ध्यान रख रही बघेल सरकार
मंत्री पटेल कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में सरकार ने तेन्दूपत्ता की खरीदी मूल्य 2500 रूपये से बढ़ाकर 4 हजार रूपये प्रति मानक बोरा किए हैं। पहले केवल 7 प्रकार के लघु वनोपजों की खरीदी की जाती थी, अब 52 प्रकार के वनोपजों की खरीदी कर रहे हैं। राज्य सरकार ने इनका लाभकारी समर्थन मूल्य भी घोषित कर रखा है।
छत्तीसगढ़ देश में पहला राज्य है जिसने कोदो, कुटकी एवं रागी जैसी फसलों के समर्थन मूल्य घोषित इसी दर पर खरीदी शुरू कर दी हैं। वर्षों से वन भूमि पर काबिज लोगों को वन अधिकारी पट्टा भी वितरित कर उन्हें चिंता से मुक्त किया हैं।
राज्य में लगभग साढ़े 4 लाख लोगों को वन भूमि का पट्टा वितरित किया गया है। छत्तीसगढ़ इस मामले में भी पहला राज्य है कि इसने गोबर को भी किसानों और ग्रामीणों की आमदनी का जरिया बना दिया है। हम एक रूपये में चावल दे रहे हैं और 2 रूपये में लोगों से गोबर खरीद रहे हैं। इस तरह की व्यवस्था देश में और कहीं नहीं है।
कार्यक्रम को संसदीय सचिव चन्द्रदेव राय ने भी सम्बोधित किया। जिला कलेक्टर रजत बंसल ने स्वागत भाषण दिया। इश दौरान एसएसपी दीपक कुमार झा, जनप्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में आदिवासी समाज के नागरिक उपस्थित थे।